Feed Posts Books Authors Trending List Grid goutam shaw 25 Apr 2024 · 1 min read कवियों का अपना गम लिखने वाले की कमी कहां, पढ़ने वालों में क्षीण हुआ, देख कविता का हाल तमाशा, हर एक कवि उदास हुआ। ओश से पत्ता पत्ता सारा बोर हुआ, बरखा रानी की... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 4 Share Dr MusafiR BaithA 24 Apr 2024 · 1 min read मौतों से उपजी मौत वह था इतना अकिंचन क्षुधा आकुल कि काफी हद तक मर गई थीं भूख की वेदनाएं उसकी और अन्न से ज्यादा भूख से ही अचाहा अपनापा हो गया था उसका... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 Share Paras Nath Jha 24 Apr 2024 · 1 min read ज़िन्दगी सोच सोच कर केवल इंतजार में बिता देने का नाम नहीं है ज़िन्दगी सोच सोच कर केवल इंतजार में बिता देने का नाम नहीं है, बल्कि अपनी सामर्थ्य के अनुसार इसे सफल बनाने का नाम है। पारस नाथ झा Quote Writer 7 Share manjula chauhan 24 Apr 2024 · 1 min read नहीं पाए किसी भी राह ठहरकर कभी चल नहीं पाए, अपने सपनों को हकीकत में बदल नहीं पाए। मैदान-ए-जंग में औरों की जरूरत क्या? जब खुद से जंग अपनी जीत नहीं पाए।... Hindi 1 6 Share Dr.Khedu Bharti 24 Apr 2024 · 1 min read 3320.⚘ *पूर्णिका* ⚘ 3320.⚘ *पूर्णिका* ⚘ 🌹 *कुछ बातें समझ नहीं आती*🌹 22 22 22 22 कुछ बातें समझ नहीं आती । सौगातें समझ नहीं आती ।। रखते पांव जमीं पर हरदम ।... Quote Writer 6 Share sushil sarna 24 Apr 2024 · 1 min read बेशर्मी से ... (क्षणिका ) बेशर्मी से ... (क्षणिका ) अन्धकार चीख उठा स्पर्शों के चरम धधक उठे जब पवन की थपकी से इक दिया बुझते बुझते बेशर्मी से जल उठा सुशील सरना Quote Writer 8 Share Dr. Kishan tandon kranti 24 Apr 2024 · 1 min read "वाह रे जमाना" "वाह रे जमाना" हमने सारी कायनात ढूँढ़ डाली मगर आँसुओं की तरह कोई हमदम नहीं होता, जिन्दगी में हर मोड़ पर मिलते हैं गम सोचिए जिन्दा रहना भी कम नहीं... Quote Writer 6 Share Dr MusafiR BaithA 24 Apr 2024 · 1 min read सुख का मुकाबला उस अमीर का सुख मुझे बहुत विपन्न दिखा और उस गरीब का सुख बहुत सम्पन्न एक चेहरे पर सुख गर्व सजा मग़र सूजा दिखा था जबकि दूजा मुख मुझे दुख... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 Share sushil sarna 24 Apr 2024 · 1 min read जिन्दगी .... जिन्दगी .... जिन्दगी फिर जीने लगी जिन्दगी जिन्दगी के बाद जिन्दगी से ऊपर सुशील सरना / 24-4-24 Quote Writer 9 Share sushil sarna 24 Apr 2024 · 1 min read जाल .... जाल .... बहती रहती है एक नदी सी मेरे हाथों की अनगिनित अबोली रेखाओं में मैं डाले रहता हूँ एक जाल न जाने क्या पकड़ने के लिए हाथ आती हैं... 8 Share Dr. Kishan tandon kranti 24 Apr 2024 · 1 min read "बागबान" "बागबान" सारे जग में वही महान है, जो जिन्दगी का बागबान है। Quote Writer 9 Share Dr. Kishan tandon kranti 24 Apr 2024 · 1 min read "धरती गोल है" "धरती गोल है" चाहे वक्त की कोई भी आहट हो जमीर कभी ना गुलाम कीजिए, धरती गोल है कहीं मुलाकात होगी कभी आखिरी ना सलाम कीजिए। Quote Writer 8 Share Dr.Khedu Bharti 24 Apr 2024 · 1 min read 3319.⚘ *पूर्णिका* ⚘ 3319.⚘ *पूर्णिका* ⚘ 🌹 *अपनों से हम दिल की बात करते*🌹 22 22 22 2122 अपनों से हम दिल की बात करते। संग चले मंजिल की बात करते।। अंधेरे का... Quote Writer 7 Share Shweta Soni 24 Apr 2024 · 1 min read मैं उसकी देखभाल एक जुनूं से करती हूँ.. मैं उसकी देखभाल एक जुनूं से करती हूँ.. वो एक फूल है...हवा से भी सिहरता है Quote Writer 8 Share नूरफातिमा खातून नूरी 24 Apr 2024 · 1 min read आसमान तक पहुंचे हो धरती पर हो पांव आसमान तक पहुंचे हो धरती पर हो पांव घड़े का ठंडा पानी हो बरगद का हो छांव शाम को घर आ जाते सब चबूतरे पर हो ठांव ना रखे कभी... Hindi · कविता 11 Share Dr. Kishan tandon kranti 24 Apr 2024 · 1 min read "नेमतें" "नेमतें" दिल इजाजत दे वो काम कीजिए, वरना यूँ वक्त मत हराम कीजिए। रब की हसीन नेमतें हैं जिन्दगी, कभी इसको मत बदनाम कीजिए। Quote Writer 7 Share Dr. Kishan tandon kranti 24 Apr 2024 · 1 min read "मकसद" "मकसद" यूँ आँखों में नमीं लेकर भी किसी रोते को हँसाइए खूब, गर कोई हिम्मत हारते दिखे कुछ हाथ बढ़ा के तू भी जुट। Quote Writer 8 Share Dr. Kishan tandon kranti 24 Apr 2024 · 1 min read "बचपन" "बचपन" कंचे भौरे का खेल है वो कैसा सुनहरा दौर है वो। वो उछल कूद वो दौड़-धूप, मस्ती के थे कई रंग-रूप। वो सपनों की शहनाई बुलाती है, रह-रह के... Quote Writer 6 Share Dr.Khedu Bharti 24 Apr 2024 · 1 min read 3318.⚘ *पूर्णिका* ⚘ 3318.⚘ *पूर्णिका* ⚘ 🌹 *देख सब कुछ जानते हैं*🌹 2122 2122 देख सब कुछ जानते हैं । आज दुनिया मानते हैं ।। कौन अपना गैर समझे। हम यही सच मानते... Quote Writer 5 Share हिमांशु Kulshrestha 24 Apr 2024 · 1 min read किस कदर किस कदर तड़प तड़प के गुज़ारी है तन्हा तमाम रात किस्सा ए दिल उन्हें भी सुना लूँ तो क़रार आए हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 5 Share Dr.Khedu Bharti 24 Apr 2024 · 1 min read 3317.⚘ *पूर्णिका* ⚘ 3317.⚘ *पूर्णिका* ⚘ 🌹 *भाव अपना जान लेते*🌹 2122 2122 भाव अपना जान लेते। बात अपनी मान लेते।। प्यार दिल में देख बेशक। आज सीना तान लेते।। खूब करते मेहनत... Quote Writer 5 Share gurudeenverma198 24 Apr 2024 · 1 min read अभी तो वो खफ़ा है लेकिन अभी तो वो खफ़ा है लेकिन, कल कहेंगे हमको। करके इशारा वो अपना, कल कहेंगे हमको।। अभी तो वो खफ़ा है ----------------------------।। बात अपने दिल की वो, रखते हैं अपने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 15 Share Dr.Khedu Bharti 24 Apr 2024 · 1 min read 3316.⚘ *पूर्णिका* ⚘ 3316.⚘ *पूर्णिका* ⚘ 🌹 *काम अपना हँसाने का*🌹 2122 22 22 काम अपना हँसाने का। ना किसी को रूलाने का।। ना गिला ना शिकवा कुछ भी । जिंदगी देख निभाने... Quote Writer 5 Share Paras Nath Jha 24 Apr 2024 · 3 min read लंका दहन देखते ही ये बात सम्पूर्ण द्रुत गति से फैल गई सैनिकों ने एक बन्दर को पकड़ कर लाया है उस बन्दर का एक झलक पाने के लिए असुर बहुत संख्या... Hindi · कविता 6 Share Vaishaligoel 24 Apr 2024 · 1 min read ऐसे ही मुक़्क़मल करो अपने सारे ख्वाब✌🏻✌🏻 ऐसे ही मुक़्क़मल करो अपने सारे ख्वाब✌🏻✌🏻 दुआएं है हमारी सदा तुम्हारे साथ🥰🙌🏻 Quote Writer 4 Share Shreedhar 24 Apr 2024 · 1 min read अच्छा ख़ासा तआरुफ़ है, उनका मेरा, अच्छा ख़ासा तआरुफ़ है, उनका मेरा, जाने क्यों मेरा हाल, रिंदों से पूछा करते हैं। वो ख़ुद ही उठकर गये थे मिरी महफ़िल से, जाने क्यों तन्हाई में मेरी ग़ज़ल... Quote Writer 5 Share Shreedhar 24 Apr 2024 · 1 min read वो लुका-छिपी, वो दहकता प्यार... अब कहांँ कभी पेड़ों की छांव में कभी गेंदा गुलाब की झुरमुटों में कभी नदी किनारे कभी खेतों कुछ मेंढ़ों की आड़ में वो प्रेम, वो प्रणय-बंधन। — अब कहांँ... 5 Share Shreedhar 24 Apr 2024 · 1 min read वो लुका-छिपी वो दहकता प्यार— वो लुका-छिपी वो दहकता प्यार— ****** अब कहांँ कभी पेड़ों की छांव में कभी गेंदा गुलाब की झुरमुटों में कभी नदी किनारे कभी खेतों कुछ मेंढ़ों की आड़ में वो... Quote Writer 5 Share Shreedhar 24 Apr 2024 · 1 min read क़त्ल कर गया तो क्या हुआ, इश्क़ ही तो है- हो गया तो हो गया, क्या हुआ, इश्क़ ही तो है, कर गया बीमारे-जिगर तो क्या हुआ, इश्क़ ही तो है। आशिक़ भी दौर-ए-ग़ुरबत, क्या से क्या हो गया, न... Quote Writer 7 Share डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि' 24 Apr 2024 · 1 min read "साहित्यकार और पत्रकार दोनों समाज का आइना होते है हर परिस्थि "साहित्यकार और पत्रकार दोनों समाज का आइना होते है हर परिस्थिति में इन दोनों को निष्पक्ष होना चाहिए" शायर:-"जैदि" डॉ.एल.सी.जैदिया "जैदि" Quote Writer 7 Share Shreedhar 24 Apr 2024 · 1 min read आख़िरी इश्क़, प्यालों से करने दे साकी- मय को मेरे पास ही रहने पीने दे साकी, तू दूर रह, सिर्फ़ मुझे निहारने दे साकी। ज़ुर्रत रही नहीं, जफ़ाएं और झेलने की, अपने जिगर के साथ, वफ़ा करने... Quote Writer 5 Share Shreedhar 24 Apr 2024 · 1 min read कभी अपनेे दर्दो-ग़म, कभी उनके दर्दो-ग़म- कभी अपनेे दर्दो-ग़म ने परेशां किया, कभी उनके दर्दो-ग़म ने हैरां किया। अपनी तो जैसे कटी,कट गई जवानी, उन्हें भी ताउम्र मेरे ख़यालों में जीना पड़ा। मुकर्रर न हुआ फिर,... Quote Writer 6 Share Shreedhar 24 Apr 2024 · 1 min read ये इश्क़-विश्क़ के फेरे- मज़ाज़ी इश्क़ नहीं, हक़ीक़ी शायरी से मोहब्बत है, हमें हक़ीक़त के सिवा, दुनियादारी से नफ़रत है। इश्क़-विश्क़ के फेरे में, न हम पड़े न पड़ने वाले, शायरी तो हमारे दिल-ओ-जां-ख़ूं... Quote Writer 6 Share Shreedhar 24 Apr 2024 · 1 min read न वो बेवफ़ा, न हम बेवफ़ा- अच्छा ख़ासा तआरुफ़ है, उनका मेरा, जाने क्यों मेरा हाल, रिंदों से पूछा करते हैं। वो ख़ुद ही उठकर गये थे मिरी महफ़िल से, जाने क्यों तन्हाई में मेरी ग़ज़ल... Quote Writer 7 Share Shreedhar 24 Apr 2024 · 1 min read बीती एक और होली, व्हिस्की ब्रैंडी रम वोदका रंग ख़ूब चढे़-- मेलमिलाप ईद होली दिवाली, जेब से डायरेक्ट लिंक देखिए पैसों के हिसाब से रंग बदलने वाली, प्यार की इंक देखिए। बीती एक और होली, व्हिस्की ब्रैंडी रम वोदका रंग ख़ूब... Quote Writer 9 Share लोकेश शर्मा 'अवस्थी' 24 Apr 2024 · 1 min read जल है, तो कल है - पेड़ लगाओ - प्रदूषण भगाओ ।। जल सेवा एवं वृक्षारोपण समिति शाखा - खेरली द्वारा कई वर्षों तक एक प्रयास पहल और योगदान देने पर आपके द्वारा सम्मान देने के लिए समिति परिवार को बहुत -... 10 Share Shreedhar 24 Apr 2024 · 1 min read बर्फ़ के भीतर, अंगार-सा दहक रहा हूँ आजकल- बडा शर्मसार हो रहा हूँ मैं, ख़ुद से आजकल, फिर उन्हीं की याद में खो जाता हूँ आजकल। बड़ी नख़वत से पी लिए थे हम जहर-ए-ज़फ़ा, वक़्त-बे-वक़्त बीमार पड़ने लगा... Quote Writer 6 Share Shivkumar Bilagrami 24 Apr 2024 · 3 min read विचार और विचारधारा विचार वस्तुतः एक तरह की ऐसी मन:स्फूर्त क्रिया है जो शब्दों , संवेदनाओं और मूर्त आकारों को व्यक्त करने में सहायक होती है । किसी विषय वस्तु पर चिंतन ,... Hindi · निबंध · लेख 1 37 Share sushil sarna 24 Apr 2024 · 1 min read दोहा त्रयी. . . . . दोहा त्रयी. . . . . टूटे प्यालों में नहीं, रुकती कभी शराब । कब जुड़ते है भोर में, पलक सलोने ख्वाब ।। मयखाने सा नूर है, बदन अब्र की... Quote Writer 8 Share Manoj Mahato 24 Apr 2024 · 1 min read पुस्तक तो पुस्तक रहा, पाठक हुए महान। पुस्तक तो पुस्तक रहा, पाठक हुए महान। लेकिन ज्ञानी जानते, पुस्तक में है ज्ञान।। -मनोज Quote Writer 8 Share Paras Nath Jha 24 Apr 2024 · 3 min read दुर्योधन की पीड़ा किस काल खण्ड में और किस व्योम तले किन किन गोदों में बचपन से पला बढ़ा था विधाता ने भी अपने हाथों से किस घड़ी में मेरे भाग्य में ही... Hindi · कविता 8 Share Dr fauzia Naseem shad 24 Apr 2024 · 1 min read मेरी मायूस सी ज़िन्दगी मुझको भी तू मुस्कुराने के बहाने दे दे , मेरी मायूस सी आंखों में कुछ ख़्वाब सुहाने दे दे । डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 1 8 Share Harekrishna Sahu 24 Apr 2024 · 5 min read Lesson we gain from The Ramayana 🙏 * Lessons we gain from The Ramayana*🙏 1. *Power of Bad Association* : It was a known fact in Ayodhya that Kaikeyi loved Lord Rama more than his own... English 7 Share surenderpal vaidya 24 Apr 2024 · 1 min read * बातें व्यर्थ की * ** कुण्डलिया ** ~~ आ जाओ अब पास में, क्यों रहते हो दूर। लेकर बातें व्यर्थ की, क्यों रहते हो चूर। क्यों रहते हो चूर, जिन्दगी जीकर देखो। और स्नेह... Hindi · ईर्ष्या द्वेश · कुण्डलिया 1 1 6 Share Madhuri mahakash 24 Apr 2024 · 2 min read बहती गंगा सदा ही मेरे पास है बहती गंगा सदा ही मेरे पास है ********************* खोजते हैं वो टूटे सितारे कहीं बंद मुट्ठी में मेरे तो आकाश है, क्या करूंगी उफनते समंदर का मैं बहती गंगा सदा... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 1 13 Share Dr.Khedu Bharti 24 Apr 2024 · 1 min read 3315.⚘ *पूर्णिका* ⚘ 3315.⚘ *पूर्णिका* ⚘ 🌹 *हरदम कुछ बताते*🌹 22 2122 हरदम कुछ बताते । दिल से कुछ जताते।। कुदरत आज देखो। अपना कुछ दिखाते।। बंधे प्यार में हम । सच सब... Quote Writer 7 Share Dr.Khedu Bharti 24 Apr 2024 · 1 min read 3314.⚘ *पूर्णिका* ⚘ 3314.⚘ *पूर्णिका* ⚘ 🌹 *चाहत समझते हैं*🌹 22 2122 चाहत समझते हैं । राहत समझते हैं ।। दुनिया साथ देखी। आहत समझते हैं ।। बुझदिल नासमझ भी । शामत समझते... Quote Writer 8 Share Kumar Kalhans 24 Apr 2024 · 2 min read साला - जीजा। साले जी चाहते तो फोन पर भी बात कर सकते थे किंतु मुद्दा संवेदनशील था इसलिए वे सुबह सुबह जीजा जी के घर पहुंचे और नौकर को हुकुम दिया कि... Hindi · कहानी 5 Share Vindhya Prakash Mishra 24 Apr 2024 · 1 min read नींद आज नाराज हो गई, नींद आज नाराज हो गई, नही आ रही रातों मे, किसने समझाया है इसको किसकी आ गई बातों मे, @विन्ध्य Quote Writer 8 Share भरत कुमार सोलंकी 24 Apr 2024 · 1 min read सम्भाला था सम्भाला था वक्त की जुबान आज बन उफान तनी रही सख्त रख रवैया आज तुफान सनी रही खामोश निगाहो को खामोशी से सम्भाला था दारमदार हमने रख अपनी जुबां से... Hindi · कविता 7 Share Page 1 Next