Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Apr 2025 · 1 min read

पहली मुहब्बत को कोई नहीं भुला सकता है।

पहली मुहब्बत को कोई नहीं भुला सकता है।
उसके प्रति दिल में मरते दम तक जगह रहती है। 💞💞
जिस और हमारा चित लेकर जाए उस तरफ कभी नहीं जाना है।
केवल ईश्वर भक्ति में अपना मन लगाना ही श्रेष्ठ जीवन है।
दिल तो पागल है।
दिल की सुनने वाले कभी
अच्छी उपलब्धियां प्राप्त नहीं कर सकते है।
सत्यवीर वैष्णव
बारां💞✒️💞

1 Like · 26 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

3181.*पूर्णिका*
3181.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कोई मुरव्वत नहीं
कोई मुरव्वत नहीं
Mamta Singh Devaa
एक थी गंगा
एक थी गंगा
डॉ. श्री रमण
वाणी
वाणी
Shutisha Rajput
तप की है जो चारिणी, ब्रह्मचारिणी नाम
तप की है जो चारिणी, ब्रह्मचारिणी नाम
Dr Archana Gupta
ख़ामोश  दो किनारे   .....
ख़ामोश दो किनारे .....
sushil sarna
चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी कई मायनों में खास होती है।
चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी कई मायनों में खास होती है।
Shashi kala vyas
तेरा ख्याल बार-बार आए
तेरा ख्याल बार-बार आए
Swara Kumari arya
तुम हो कौन ? समझ इसे
तुम हो कौन ? समझ इसे
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
आंसू
आंसू
sheema anmol
तू ही ज्ञान की देवी है
तू ही ज्ञान की देवी है
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
कुटिया में कुटिया बनवाना ,आप कहें अच्छा है क्या ?
कुटिया में कुटिया बनवाना ,आप कहें अच्छा है क्या ?
अवध किशोर 'अवधू'
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Rashmi Sanjay
Tea Lover Please Come 🍟☕️
Tea Lover Please Come 🍟☕️
Urmil Suman(श्री)
तमाम उम्र अंधेरों ने मुझे अपनी जद में रखा,
तमाम उम्र अंधेरों ने मुझे अपनी जद में रखा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
परमात्मा
परमात्मा
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
🙅ओनली पूछिंग🙅
🙅ओनली पूछिंग🙅
*प्रणय प्रभात*
आज तुम्हारे होंठों का स्वाद फिर याद आया ज़िंदगी को थोड़ा रोक क
आज तुम्हारे होंठों का स्वाद फिर याद आया ज़िंदगी को थोड़ा रोक क
पूर्वार्थ
हकीकत
हकीकत
dr rajmati Surana
देख कर ही सुकून मिलता है
देख कर ही सुकून मिलता है
Dr fauzia Naseem shad
मेरा लड्डू गोपाल
मेरा लड्डू गोपाल
MEENU SHARMA
We make Challenges easy and
We make Challenges easy and
Bhupendra Rawat
द्वंद्व हो
द्वंद्व हो
RAMESH Kumar
औरों के लिए सोचना ,अब छोड़ दिया हैं ।
औरों के लिए सोचना ,अब छोड़ दिया हैं ।
rubichetanshukla 781
खुन के रिश्ते,
खुन के रिश्ते,
Brandavan Bairagi
जिंदगी के आईने को चश्मे से देखा मैंने,
जिंदगी के आईने को चश्मे से देखा मैंने,
Deepesh purohit
अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस
अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस
Dr. Kishan tandon kranti
Dear Younger Me
Dear Younger Me
Deep Shikha
आग पानी में भी लग सकती है
आग पानी में भी लग सकती है
Shweta Soni
क्या कहूँ
क्या कहूँ
Usha Gupta
Loading...