विदाई समारोह
बहुत याद आओगे।
बहुत याद आओगे।
ये जाने का ग़म कैसा है।
आने की खुशियों के जैसा है।
बहुत याद आओगे।
बहुत याद आओगे।
हमने पढ़ाया काबिल बनाया।
दुनिया में हमने जीना सिखाया।
गुरुवर सारे चरणों में।
आपके नतमस्तक है।
बहुत याद आओगे।
बहुत आओगे।
कैसा ये बीता है वक्त पता ही नहीं चला।
आपस में घुल मिल गए थे।
कारवां निकल पड़ा।
बहुत याद बहुत याद आओगे।
जब तुम जाओगे बहुत याद आओगे।
Rj Anand Prajapati