Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Dr. Kishan tandon kranti
293 Followers
Follow
Report this post
8 Sep 2024 · 1 min read
“जुनून”
“जुनून”
गर दिल में रहे मर मिटने का जुनून,
फिर तो ‘किशन’ वफ़ा बेहिसाब होते हैं।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
2 Likes
·
3 Comments
· 57 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
पूनम का चाँद (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तस्वीर बदल रही है (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
नवा रद्दा (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तइहा ल बइहा लेगे (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
परछाई के रंग (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सबक (लघुकथा-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सौदा (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
जमीं के सितारे (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
बेहतर दुनिया के लिए (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
मेला (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
You may also like these posts
पा कर भी उदास थे, ख़ो कर भी उदास थे,
Iamalpu9492
सत्य छिपकर तू कहां बैठा है।
Taj Mohammad
चाय
Rambali Mishra
सोचता हूँ..
Vivek Pandey
एक चींटी
Minal Aggarwal
मैं अक्सर शायरी लिखता हूँ
शिव प्रताप लोधी
✍️ दोहा ✍️
राधेश्याम "रागी"
राम आयेंगे
Deepali Kalra
रात बसर हो जाती है यूं ही तेरी यादों में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
केही कथा/इतिहास 'Pen' ले र केही 'Pain' ले लेखिएको पाइन्छ।'Pe
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
- धैर्य जरूरी है -
bharat gehlot
कमबख्त मोहब्बत..
हिमांशु Kulshrestha
चाँदनी रातों में, सितारों की बातों में,
Kanchan Alok Malu
मानव हो मानवता धरो
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
मतदान
Shutisha Rajput
"मेरी कहानी"
Dr. Kishan tandon kranti
युगांतर
Suryakant Dwivedi
पलटू चाचा
Aman Kumar Holy
#पीरपुष्प
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
दिसम्बर की सर्द शाम में
Dr fauzia Naseem shad
निलगाइन के परकोप
अवध किशोर 'अवधू'
#लघुकथा
*प्रणय*
फिर कुछ अपने
Chitra Bisht
खो गया सपने में कोई,
Mohan Pandey
3699.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
#शीर्षक;-ले लो निज अंक मॉं
Pratibha Pandey
प्रेम साधना श्रेष्ठ है,
Arvind trivedi
डूब गए ...
sushil sarna
When you strongly want to do something, you will find a way
पूर्वार्थ
बेवफ़ा
singh kunwar sarvendra vikram
Loading...