प्रेम साधना श्रेष्ठ है,
प्रेम साधना श्रेष्ठ है,
प्रेम ईश का अंश ।
प्रेम दया का मूल है,
प्रेम हरे हर दंश ।।
✍️अरविन्द त्रिवेदी
प्रेम साधना श्रेष्ठ है,
प्रेम ईश का अंश ।
प्रेम दया का मूल है,
प्रेम हरे हर दंश ।।
✍️अरविन्द त्रिवेदी