Posts Tag: ग़ज़ल/गीतिका 15k posts List Grid Previous Page 2 Next अरशद रसूल बदायूंनी 10 Feb 2025 · 1 min read तितलियों को बिठा लिया मैंने तितलियों को बिठा लिया मैंने जख्म इतना सजा लिया मैंने चांदनी में बदन झुलसता है धूप से दिल लगा लिया मैंने वो जो चिंगारी तूने फेंकी थी उससे सूरज बना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 55 Share अरशद रसूल बदायूंनी 10 Feb 2025 · 1 min read कितनी भी दुनियादारी रख कितनी भी दुनियादारी रख पर थोड़ी तो खुद्दारी रख फल देना है काम खुदा का अपना काम सदा जारी रख जब घर की शोभा माना है तो घर के अंदर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 50 Share अरशद रसूल बदायूंनी 10 Feb 2025 · 1 min read दिल को पत्थर बना लिया मैंने दिल को पत्थर बना लिया मैंने टूटने से बचा लिया मैंने वो अयादत को अब तो आएंगे यूं मरज़ खुद बढ़ा लिया मैंने कोई तूफान आ न जाए कहीं आंसुओं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 85 Share अरशद रसूल बदायूंनी 9 Feb 2025 · 1 min read क़लम इंसाफ़ का कैसा तमाशा कर रही है क़लम इंसाफ़ का कैसा तमाशा कर रही है हक़ीक़त से हक़ीक़त ही तो धोखा कर रही है हमारे संस्कारों की मिसालें ही अलग हैं बहू अंधे ससुर से अब भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 60 Share अरशद रसूल बदायूंनी 8 Feb 2025 · 1 min read शाम का वक्त है घर जाना है शाम का वक्त है घर जाना है काम बाकी है, मगर जाना है पुरखतर राह बहुत है आगे वक्त से जाओ अगर जाना रेल जीवन की रहे तेज़ मगर लाल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 50 Share अरशद रसूल बदायूंनी 8 Feb 2025 · 1 min read दर्द सहकर खुशी लुटाना है ज़र्फ़ कुछ यूं हमें दिखाना है दर्द सहकर खुशी लुटाना है बोलिए आज क्या बहाना है आ भी जाओ तुम्हें जो आना है इन गमों को अगर हराना है कुछ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 76 Share अरशद रसूल बदायूंनी 8 Feb 2025 · 1 min read खुश्क दरिया में उतर जाना है खुश्क दरिया में उतर जाना है और आंखों को भी भर जाना है यूं वो 10 को भी अकेला कर दे सिर्फ उसमें से सिफर जाना है जब तुम्हें कद्र... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 74 Share Mahesh Tiwari 'Ayan' 6 Feb 2025 · 1 min read तेरी आवाज ने हर मोड़ पे जिंदगी का हर मुकाम तेरे नगमों पे जिया है तेरी आवाज ने हर मोड़ पर साथ दिया है माना साज औ अल्फाज भी कुछ कम नहीं साहिर शकील नीरज प्यारे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 66 Share Mahesh Ojha 5 Feb 2025 · 1 min read गैर तो गैर थे मगर तुम भी! चल दिए नजर फेरकर तुम भी, अरे, गैर तो गैर थे, मगर तुम भी! कैसे समझाऊं ये दिल की तड़प को, रह गए खुद से भी दूर हम भी। जिस... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 637 Share अरशद रसूल बदायूंनी 5 Feb 2025 · 1 min read आखिरी सांस जब बची मेरी उनको अब याद आ गई मेरी आखिरी सांस जब बची मेरी तेरी यादों की छाँव थी जब तक दोस्ती धूप से रही मेरी साथ अपने ये दिल भी ले जाओ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 79 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 3 Feb 2025 · 2 min read "सरसों की कुड़माई.." *ऋतुराज बसन्त* के आगमन की सभी मित्रों-.🥰 को ढेरों बधाइयाँ। प्रकृति आज मानो तन-मन से सभी जीवधारियों, पेड़-पौधों, एवं ब्रह्मांड के कण-कण को प्रेम, सौहार्द एवं समरसता का सँदेश देने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 7 92 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 1 Feb 2025 · 1 min read नज़र मिरी नज़र को धोखा हो रहा है । यकीं ख़ुद से ख़ुदाया खो रहा है ।। जाने कौन.... शिद्दत की गर्मी में । मुझको यादों से.... भिगो रहा है ।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 45 Share अरशद रसूल बदायूंनी 1 Feb 2025 · 1 min read एक पत्थर से दिल लगा बैठे एक पत्थर से दिल लगा बैठे जिंदगी का सुकूं गंवा बैठे आस अपनों से जब लगा बैठे हम चरागों को खुद बुझा बैठे किसका पैगाम ले के आए हैं फिर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 43 Share अरशद रसूल बदायूंनी 29 Jan 2025 · 1 min read रूह की राह जान तक पहुंचा फिक्र की फिर उड़ान तक पहुंचा उम्र के जब ढलान तक पहुंचा रूह की राह जान तक पहुंचा इश्क तब आसमान तक पहुंचा मेरी आंखों में खून उतर आया तंज़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 63 Share अरशद रसूल बदायूंनी 29 Jan 2025 · 1 min read तुम्हें पास अपने बुलाने का मन है तुम्हें पास अपने बुलाने का मन है सितारों से आंगन सजाने का मन है किसी संगदिल को मनाने का मन है कंवल पत्थरों में खिलाने का मन है खबर आगमन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 105 Share डी. के. निवातिया 28 Jan 2025 · 1 min read मुक्तक - डी के निवातिया दिन /दिनांक - २८ जनवरी, २०२५ विद्या - मुक्तक विषय - प्रेम मात्रा भार - १२२२ X ४ *** *** *** सिवा तेरे किसी से ना निगाहें हम मिलाएंगे, ख़ुशी... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक 50 Share Mahesh Tiwari 'Ayan' 25 Jan 2025 · 1 min read एक रफी साहब एक प्यारे कलाम हैं तहजीब औ मोहब्बत की दोनों मिसाल हैं एक रफी साहब एक चाचा कलाम हैं एक बादशाह सुरों का एक रहनुमा बहादुरों का दोनों की शख़्सियत में फ़रिश्तों सी शान है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 61 Share अरशद रसूल बदायूंनी 22 Jan 2025 · 1 min read प्यार का रूह से मिलन हो गया प्यार का रूह से जब मिलन हो गया जिस्म का कोना-कोना चमन हो गया तेरी यादों में डुबकी लगाते रहे यूँ मरुस्थल¹ में भी आचमन हो गया मुँह पे तारीफ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 58 Share अरशद रसूल बदायूंनी 21 Jan 2025 · 1 min read भरोसा क्या किया जाए ज़माने पर यकीं कैसे किया जाए ज़माने पर जो मजबूरों को रखता है ठिकाने पर चढ़े थे सरफ़िरों के हम निशाने पर अड़े थे बेवजह क्यों सच बताने पर अगर वो जुल्म... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 55 Share अरशद रसूल बदायूंनी 21 Jan 2025 · 1 min read जमहूरियत का जश्न मनाते हैं हम सभी जमहूरियत का जश्न मनाते हैं हम सभी नफरत के सब निशान मिटाते हैं हम सभी गांधी हमीद बोस भगत सिंह या कलाम बच्चों को उनकी राह चलाते हैं हम सभी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 59 Share अरशद रसूल बदायूंनी 21 Jan 2025 · 1 min read लगे हैं दूर रह कर घर चलाने में ये मेहनतकश लगे हैं घर चलाने में जवानी सब गंवा दी कारखाने में हमेशा ही वो कीचड़ फेंक जाते हैं लगे हैं हम कँवल उस पर खिलाने में उजाले यूं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 65 Share Surinder blackpen 20 Jan 2025 · 1 min read मोहब्बत की सज़ा क्यों लोग मोहब्बत की सज़ा ढूंढ रहे हैं। बेग़ैरत से रकीबों में वफ़ा ढूंढ रहे हैं । तंग आ गये कशमकश ए जिंदगी से हम आलम है ये कोई नयी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 52 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 20 Jan 2025 · 1 min read बेपरवाही का आलम क्या फर्क पड़ता है तेरे होने या न होने से , दुनिया नहीं रुकती ,किसी के चले जाने से , तू गर है तो भी ठीक , नहीं है तो... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 2 151 Share Mahesh Tiwari 'Ayan' 20 Jan 2025 · 2 min read हमें कोटला सुल्तान सिंह चलना चाहिए कोटला गये थे रफी साहब की दरोदीवार पे कुछ गुनगुनाती सी फिजा कुछ सिसकती सी बयार में साहब के गांव में गुरवीर जी मिले थे निरवैर जी मिले थे सोहेल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 74 Share Dr. Kishan tandon kranti 19 Jan 2025 · 1 min read खुली किताब मैं ऐसी खुली किताब अनपढ़ जिसे पढ़ ले, लेकिन मजबूर हैं हम पर गुनाहगार नहीं हैं। एक बच्चा भी कहता है कि अब बनो घोड़ा, हम शौक से कहते हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 48 Share Subhash Singhai 2 Jan 2025 · 1 min read भुजंगप्रयात छंद विधान सउदाहरण मापनी 122 (यगण) भुजंगप्रयात छंद मापनी 122 (यगण) सोमराजी छंद- दो यगण – 122 122 हमारा तुम्हारा | बनेगा सहारा || वहाँ भी चलेगें | जहाँ वे मिलेगें || ~~~~~~~~ सार्द्ध सोमराजी छंद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 145 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 30 Dec 2024 · 1 min read हिज्र हिज्र में......... यूँ खो गया है इश्क़ । हसीं हादसा........ हो गया है इश्क़ ।। समझा था मंज़िल का तलबगार जिसे अब ख़ुद ही रास्ता हो गया है इश्क़ ।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 156 Share Subhash Singhai 30 Dec 2024 · 1 min read वृद्धिसमानिका छंद (22 मात्रा) , विधान सउदाहरण वृद्धिसमानिका छंद 22 मात्रा , विधान सउदाहरण मापनीयुक्त मात्रिक छंद गालगा लगालगा गालगा लगालगा आज नेकता सभी शर्मसार देखिए | कौन बोलता यहाँ आज हार देखिए || मौन आज गौड़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 205 Share Mahesh Ojha 27 Dec 2024 · 1 min read उम्मीद का दिया तूफानों से लड़ता दिया है, अजब सा जलवा दिखा रहा है। हवा के झोंकों से पूछ लो तो, हौसले का किस्सा बता रहा है। जो जख्म हमको दिए थे दुश्मन,... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका 193 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 24 Dec 2024 · 1 min read अहसास ख़ूबसूरत सा वो इक अहसास था । जब मिरा महबूब..... मेरे पास था ।। दुनिया सारी.... आम थी मिरे लिए । शख़्स बस मिरे लिए वो ख़ास था ।। महफ़िलों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 103 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 24 Dec 2024 · 1 min read हाकिम तारीख पर तारीख हमें न दे हाक़िम l तूँ जो एवज में चाहता है उसे ले हाकिम l तूँ माल -ए -मुफ्त -ए -बेरहम है माना, अरे थोड़ा तो रहम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 274 Share Dr. Kishan tandon kranti 20 Dec 2024 · 1 min read पता तेरा तुझ तक पहुँचा दे वो राह नहीं मिलती, मैंने हर एक मोड़ से पूछा है पता तेरा। Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 192 Share अरशद रसूल बदायूंनी 16 Dec 2024 · 1 min read मुहब्बत से हराना चाहता हूं जो सच सबको बताना चाहता हूँ वही खुद से छुपाना चाहता हूँ तिरे ग़म की अमानत हैं जो आँसू उन्हें मोती बनाना चाहता हूँ मुहब्बत ही मुहब्बत हर तरफ़ हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 180 Share Rajesh Tiwari 16 Dec 2024 · 2 min read बूढ़ा बागवान बूढा बागवान फूटी किस्मत आज पिता की मांगे रोटी मान की। टूटे दर्पण सी हालत है बूढे बागवान की। उंगली पकड सिखाया चलना, मन ही मन मे फूला था। इतना... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका 1 105 Share Dr.Pratibha Prakash 12 Dec 2024 · 1 min read भाषा सजदे में भी सौगातों की बात हर शाम होती है इश्क इवादत था कभी अब बात आम होती है अधरों से गिरे थे कभी जो फूल गालों पर लफ्जो में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 130 Share डी. के. निवातिया 9 Dec 2024 · 1 min read सोलह श्रृंगार कर सजना सँवरना तेरा - डी. के. निवातिया सोलह श्रृंगार कर सजना सँवरना तेरा, जान लेता है चूड़ियों का खनकना तेरा ! महका देता है इन फिजाओं को रंगत, गुलशन के फूलों के जैसे महकना तेरा ! जब... Hindi · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 1 164 Share अरशद रसूल बदायूंनी 8 Dec 2024 · 1 min read या खुदा ऐसा करिश्मा कर दे या खुदा ऐसा करिश्मा कर दे अब उसे भी मेरे जैसा कर दे क्या भरोसा भला आईने का वो इबारत को भी उल्टा करदे इससे पहले मै तिरा नाम लिखूं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 146 Share Sandeep Thakur 8 Dec 2024 · 1 min read हर मोड़ पे उन का हमारा सामना होने लगा - संदीप ठाकुर हर मोड़ पे उन का हमारा सामना होने लगा अब रोज़ ही ये ख़ूबसूरत हादसा होने लगा हर इक अदा अंदाज़ में ऐसी कशिश है आप में जो भी मिला... Hindi · Quote Writer · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · शेर 3 1 1k Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 6 Dec 2024 · 1 min read वफ़ा की तहरीरें - चंद अशआर - चंद अशआर - वफ़ा की..... तहरीरें देख रहा है । वो मिरी...... तस्वीरें देख रहा है ।। देख रहा हूँ...... रिश्तों का बंधन । वो इसमें...... ज़ंजीरें देख रहा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 223 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 5 Dec 2024 · 1 min read रिश्ते रिश्ते उँगलियों पर सवार होकर खुद को काट रहें है तलवार होकर हैसियत हिस्साकसी का हिस्सा है कौन फिरता है असल प्यार लेकर मददगार बन के मदद मांगता है अदद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 102 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 1 Dec 2024 · 1 min read "अधूरा गीत" ग़ज़ल/गीतिका सब भुलाया, था ज़माने ने, सिखाया जितना, मरहबा उसका, था उसने भी, निभाया जितना। उसी का रंग, चढ़ गया था इस क़दर मुझपे, याद आया वो उतना, उसको भुलाया जितना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 3 121 Share Sandeep Thakur 30 Nov 2024 · 1 min read देखूँ तो वो सामने बैठा हुआ है - संदीप ठाकुर देखूँ तो वो सामने बैठा हुआ है सोचूँ तो इक मीलों लम्बा फ़ासला है नाम तन्हाई ने तेरा लिख दिया है हर कोई चेहरे को मेरे पढ़ रहा है छू... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 6 1 527 Share Taj Mohammad 24 Nov 2024 · 1 min read मुख्तशर सी जिंदगी है। मुख्तशर सी जिंदगी है अब हम यहां किसको क्या कहें। ख्वाहिशों की खातिर जानें हम कितने गुनाह कर गए।। जानिबे मंजिल पहुंचते कैसे जब हम सफर में ही न थे।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 117 Share पंकज परिंदा 23 Nov 2024 · 1 min read बादलों की, ओ.. काली..! घटाएं सुनो। बादलों की, ओ.. काली..! घटाएं सुनो। आ के' माटी की' सारी व्यथाएं.., सुनो। दम्भ स्पंदन पे कैसे....? हृदय को हुआ, मुस्कुराती रहीं........, कोशिकाएं सुनो। चाप भृकुटी से' अद्भुत बनाए ही'... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 135 Share Ashwani Kumar 23 Nov 2024 · 1 min read छन्द गीतिका ज़िंदगी जिंदगी भारी सभी को और लगती शूल-सी। प्यार भी इससे बहुत है और है मक़बूल-सी। ज़िंदगी बेहद अनोखी, है करिश्माई बहुत, दूसरों की है नगीना और अपनी धूल-सी। मस्त... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 125 Share Dr. Kishan tandon kranti 22 Nov 2024 · 1 min read टुकड़ा दर्द का हम उस मुकाम पर नहीं होते, अजनबी रास्ते जहाँ नहीं होते। हर टुकड़ा दर्द का कहता है, टूटे आईनों की जुबां नहीं होते। डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति साहित्य वाचस्पति Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 121 Share Rashmi Sanjay 22 Nov 2024 · 1 min read 'बस! वो पल' याद तुम्हारी आने का पल ख़ुद से ऑंख चुराने का पल! रिश्तों के ठुकराने का पल बस दृगबिन्दु छुपाने का पल! बिसरा दो टूटन की बातें ढूॅंढों हास सजाने का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 114 Share Ashwani Kumar 21 Nov 2024 · 1 min read छन्द सरसी: *जिनका कुशल प्रबन्ध* जीवन में हैं द्वंद हज़ारों, कच्चे सब सम्बंध। जंजीरों में जकड़े रखते, नियम कड़े अनुबंध। जीवन पथपर हँसते गाते,बढ़ जाते कुछ लोग, और अधिकतर बाँधे रखते, आशा का कटिबंध। सागर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 143 Share श्रीहर्ष आचार्य 21 Nov 2024 · 1 min read माए दुलार तोहर, अँचरीमे नुका जाए तोहर नजरि, सभ दुख हरिया जाए। बिन तोहर, दुनियाँ लगै अधूरी कखनो नै होय, तोरासँ दूरी। तोहर ममता, गंगा जल सन पावन तोहर छाँव, हमर... Maithili · ग़ज़ल/गीतिका 186 Share पंकज परिंदा 18 Nov 2024 · 1 min read जो थे क्रिमिनल..., देख परिंदे, जो थे क्रिमिनल..., देख परिंदे, अब सब सोशल देख परिंदे..! बच्चों से अब.., मार - पिटाई, कितना क्रिटिकल देख परिंदे। ढीली हो कम्पास अगर.., तो, गड़बड़ एंगल..., देख परिंदे..! घूम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 147 Share Previous Page 2 Next