Posts Tag: ग़ज़ल/गीतिका 15k posts List Grid Previous Page 2 Next पंकज परिंदा 28 Sep 2024 · 1 min read बहता जल कल कल कल...! बहता जल, कल कल कल। प्रश्न कठिन, मुश्किल हल। कीचड़ में, देख कमल। पांव बचा, है दलदल। आँख लड़ी, तो हलचल। रोज नहा, तन मल मल। खींच लहू, है निर्बल।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 37 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 28 Sep 2024 · 1 min read " रास्ता उजालों का " शीर्षक - " रास्ता उजालों का " बाद मुद्दत वो.... मिलने आया है । सुकून कितना..... हमनें पाया है ।। बनकर अंजान... ख़ामुश रहा वो । कमबख़्त ने दिल मिरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 45 Share Jyoti Khari 27 Sep 2024 · 1 min read ज़िंदगी के रास्ते सरल नहीं होते....!!!! आज में जीने के लिए अतीत को त्यागना ही पड़ता है वरना ज़िंदगी के मसले ताउम्र हल नहीं होते..... जानोगे तो पता चलेगा कुछ जिंदगियों के रास्ते अक्सर सरल नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 66 Share पंकज परिंदा 26 Sep 2024 · 1 min read बिन मौसम.., बरसे हम। बिन मौसम। बरसे हम। झोली में, ढेरों गम। मेरी सुन, ओ हमदम। मत कर तू, आंखें नम। ज़ख्मों पर, कर मरहम। डूबे तब, पानी कम। तेरी तो, एटम बम। मेरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 34 Share अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य ) 26 Sep 2024 · 1 min read जिंदगी हमको हँसाती रात दिन आधार छंद - आनंदवर्धक, मापनीयुक्त मात्रिक मापनी - गालगागा गालगागा गालगा अंकावली-2122 2122 212 समांत-- आती पदांत-- रातदिन #गीतिका ******** जिंदगी हमको हॅसाती रात दिन। वक्त आने पर रुलाती रात... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 44 Share Sandeep Thakur 25 Sep 2024 · 1 min read जाम सिगरेट कश और बस - संदीप ठाकुर जाम सिगरेट कश और बस कुछ धुआँ आख़िरश और बस मौत तक ज़िंदगी का सफ़र रात-दिन कश्मकश और बस पी गया पेड़ आँधी मगर गिर पड़ा खा के ग़श और... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · जाम सिगरेट कश और बस · शेर · सिगरेट शायरी 2 1 252 Share आकाश महेशपुरी 25 Sep 2024 · 1 min read जिनको हमसे रहा है प्यार नहीं जिनको हमसे रहा है प्यार नहीं उनका हमको भी इंतजार नहीं रोग है ये इलाज के क़ाबिल आपको इश्क़ का बुखार नहीं मुझपे उँगली उठा रहे हैं जो उनका दामन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 49 Share Kalamkash 24 Sep 2024 · 1 min read मेरी ज़रूरतें हैं अजब सी बड़ी, कि मैं, मेरी ज़रूरतें हैं अजब सी बड़ी, कि मैं, कहता हूँ इस जहाँ से मुझे दर्द चाहिए Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · दोहा · लेख · शेर 64 Share आकाश महेशपुरी 24 Sep 2024 · 1 min read बेवफ़ा जब हुए आँखों में बसाने वाले रोज़ मिलते हैं मुझे अपना बताने वाले हैं कहाँ लोग मगर साथ निभाने वाले कैसे मैं फिर से मोहब्बत पे भरोसा कर लूँ बेवफ़ा जब हुए आँखों में बसाने वाले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 34 Share अरशद रसूल बदायूंनी 23 Sep 2024 · 1 min read एक ही रब की इबादत करना कितना मुश्किल है ये हिम्मत करना आज बच्चों को नसीहत करना डर रहेगा न किसी का तुमको एक ही रब की इबादत करना करके इमदाद जतानी है अगर तो किसी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 64 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 23 Sep 2024 · 1 min read "उत्सवों का महत्व" "उत्सवों का महत्व" प्रेम और सद्भाव से, हर बंधन को ये बांधती है, रिश्तों में मिठास घोल, हर ग़म को दूर भगाती है!! जीवन की बगिया में, खुशियों के फूल... Hindi · उत्सव · ग़ज़ल/गीतिका 36 Share मधुसूदन गौतम 22 Sep 2024 · 1 min read बिटिया प्यारी *बेटी दिवस पर विशेष* आई दुनिया में बिटिया प्यारी , गूंजी नन्ही सी किलकारी। परी सुहानी घूमा करती, उछल कूद गोदी में करती, कभी मटकती ,कभी लिपटती, पापा संग अठखेली... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 1 215 Share Kavita Chouhan 21 Sep 2024 · 1 min read सोलह श्राद्ध ****सोलह श्राद्ध**** सोलह दिन यह पावन कितने आते धरा पर हमारे अपने जलांजलि दे क्षुधा पूर्ण करें पिंडदान, श्राद्ध संपूर्ण करें परलोक से पूर्वज पधारे कभी जो थे मध्य हमारे... Hindi · आध्यात्मिक हिंदी गजल/ गीतिका · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · श्राद्धकर्म · सहित्यपिडिया 61 Share पंकज परिंदा 21 Sep 2024 · 1 min read मन के मनके फोड़ा कर...!! मत यूँ हाथ मरोड़ा कर। दिल को दिल से जोड़ा कर। खट्टी - मीठी बातों से, मन के तार झिंझोड़ा कर। जब जब गलती हो मेरी, कस के खूब निचोड़ा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 45 Share पंकज परिंदा 21 Sep 2024 · 1 min read सबका अपना दाना - पानी.....!! कब तक होगी यूँ नादानी, छोड़ो भी, हरकत बच्चे की बचकानी, छोड़ो भी। आंख के अंधे नाम नयनसुख हैं सारे, करते अपनी ही मनमानी, छोड़ो भी। नौ सौ चूहे खा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 58 Share पंकज परिंदा 21 Sep 2024 · 1 min read नीयत में पैमान मिलेगा। नीयत में पैमान मिलेगा। तो तुझको सम्मान मिलेगा। क्या लाये जो खोया तुमने..? आखिर में शमशान मिलेगा। यूँ ही ब़ैर रखोगे मन में, तो कैसे भगवान मिलेगा..? मसले देरी से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 41 Share Sandeep Thakur 20 Sep 2024 · 1 min read उस की आँखें ग़ज़ालों सी थीं - संदीप ठाकुर उस की आँखें ग़ज़ालों सी थीं मेरे ख़्वाबों ख़यालों सी थीं उस की बातों से घर भर गया उस की बातें उजालों सी थीं राह तकती हुई शाम की चंद... Hindi · उस की आँखें ग़ज़ालों सी थीं · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 3 191 Share Sandeep Thakur 17 Sep 2024 · 1 min read आंख से मत कुरेद तस्वीरें - संदीप ठाकुर आंख से मत कुरेद तस्वीरें खोल देती हैं भेद तस्वीरें दास्तां रंगों की समेटे हैं धुंधली काली-सफेद तस्वीरें संदीप ठाकुर Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 138 Share Harinarayan Tanha 16 Sep 2024 · 1 min read तुम्हारी आँखों में समाया है, प्यार तुम्हारी आँखों में समाया है, प्यार दिल की धड़कनों में बसाया है, प्यार तुम्हारे बिना जीवन अधूरा सा लगे मै ने जिंदगी भर निभाया है, प्यार तुम्हारी मुस्कान में मैं... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 47 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 16 Sep 2024 · 1 min read "निज भाषा का गौरव: हमारी मातृभाषा" "निज भाषा का गौरव: हमारी मातृभाषा" ख़ुद के ही रंगों से, सारा घर द्वार सजाती है, भाव निज भाषा के ही संग बाहर आती है!! संस्कृति का दर्पण, भाषा अनमोल... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · निज भाषा · मातृभाषा-हिन्दी · हिंदी कविता 63 Share Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya" 15 Sep 2024 · 1 min read हिंदी दिवस को प्रणाम हिंदी हैं जान, हिंदी हैं शान । हिंदी हैं अब, हमारी पहचान। । कश्मीर से लेकर, हिमाचल के पांजर । जीवन के रंग में हैं, हिंदी का सार ।। गंगा... Hindi · Quote Writer · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका 1 40 Share Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya" 13 Sep 2024 · 1 min read स्वामी ब्रह्मानंद (स्वतंत्र भारत के पहले संत सांसद) जन्म लिया परतंत्र राष्ट्र में, धरती हमीरपुर पावन धाम । शिवदयाल हां नाम पडा था, गौरक्षक दानी पुत्र महान ।। लड़ी लड़ाई आजादी की, भारत मां के सुत बलवान ।... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · दोहा · मुक्तक · संस्मरण 1 91 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 12 Sep 2024 · 1 min read *बदल सकती है दुनिया* हर शक्स को इंसाफ़ मिलना चाहिए इस चमन का हर फूल खिलना चाहिए है ये दुनिया कितनी ख़ूबसूरत हर शक्स को ये अहसास होना चाहिए बदल रही है रवायतें, बदल... Hindi · Kavya · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 7 2 176 Share Sandeep Thakur 12 Sep 2024 · 1 min read इबारत जो उदासी ने लिखी है-संदीप ठाकुर इबारत जो उदासी ने लिखी है बदन उस का ग़ज़ल सा रेशमी है परिंदा उड़ गया लेकिन क़फ़स में उदासी हर तरफ़ बिखरी पड़ी है किसी की पास आती आहटों... Hindi · Udasi By Sandeep Thakur · उदासी शायरी · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · शेर 1 310 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 11 Sep 2024 · 1 min read घर का न पूछ हमसे रास्ता घर का जरूरतें दें गईं हैं वास्ता घर का शहर से जरूरतन मोहब्बत है और दिल में है राब्ता घर का उड़ने आसमां में ... आ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 109 Share अमित 9 Sep 2024 · 1 min read वो लम्हे जैसे एक हज़ार साल की रवानी थी वो दिन, वो लम्हे जैसे एक हज़ार साल की रवानी थी, हर सांस में बसी, इक इश्क़ की रवायती कहानी थी। बिना किसी तशवीश के, हम थे बस फ़ितरत के... Hindi · Gazal ग़ज़ल · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 1 44 Share Otteri Selvakumar 7 Sep 2024 · 1 min read मेरे प्यारे लोग... रात दिन नहीं हो सकती दिन रात नहीं हो सकता ऐसे माहौल में.... सबसे महत्वपूर्ण बात काम में हो .... कोरोना रोकथाम कार्य फ्रंट फील्ड वर्कर इस दुनिया में हालांकि... Hindi · Best Hindi Kavita · कविता · कहानी · ग़ज़ल/गीतिका 39 Share अरशद रसूल बदायूंनी 7 Sep 2024 · 1 min read ख़ामोशी फिर चीख़ पड़ी थी ख़ामोशी फिर चीख़ पड़ी थी चुप रहकर वो ख़ूब लड़ी थी उम्र लगी थी उसको किसकी नाम लिया तो पास खड़ी थी मुझको जगाकर वो सोई थी उसकी लाइट बंद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 48 Share Pankaj Bindas 7 Sep 2024 · 1 min read ग्यारह होना दुःख मे एक-एक ग्यारह होना कभी न नौ दो ग्यारह होना। शून्य एक को लाख करे, तुम ग्यारह ग्यारह ग्यारह होना। ब्रह्मा, विष्णु, महेश एक हैं जैसे एक सौ ग्यारह... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 42 Share Otteri Selvakumar 6 Sep 2024 · 1 min read जीवन की वास्तविकता जब भोर हो रही है लेकिन।।। केवल हमारे सपने भोर नहीं हो रही है हमारे सपने रात में बेहोशी सुबह के समय झपकी लेता है झपकी क्या करें? वास्तविक जीवन... Hindi · Best Hindi Kavita · कविता · कहानी · ग़ज़ल/गीतिका 37 Share अरशद रसूल बदायूंनी 6 Sep 2024 · 1 min read अपना सिक्का खोटा था सर को तो बे-शक झुकना था जब अपना सिक्का खोटा था नेकी जाल में फँसती कैसे नेकी से ख़ाली दरिया था जुर्म वहाँ सब क्यों होते थे जब डेरा सच्चा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 63 Share Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya" 5 Sep 2024 · 1 min read शिक्षक दिवस बिन गुरु जीवन क्षीण हैं, जैसे प्राण विहीन शरीर। शिक्षक जीवन ज्योति हैं, लागे सुर सरिता संगीत ।। 1 बिन जल सुमन, सरोवर जैसे। ज्ञान गुरु बिन, जीवन हैं रे... Hindi · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · दोहा 1 46 Share Dr fauzia Naseem shad 3 Sep 2024 · 1 min read कैसी ये पीर है कैसी निःशब्दता कैसी ये पीर है व्याकुल हैं नैन भी मन भी अधीर है घायल जो कर गया हमें वो तेरे लफ़्ज़ों का तीर है बरसे तेरे वियोग में नैनो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 54 Share gurudeenverma198 2 Sep 2024 · 1 min read अदब अपना हम न छोड़ें हम उस्ताद हैं इन तालिबों के, अदब अपना हम न छोड़े। हम चुने सफ़र-ए-ईमान को, अपनी वफ़ा हम न तोड़े।। हम उस्ताद हैं इन तालिबों के--------------।। आईना है हमारी तालीम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 60 Share Sandeep Thakur 1 Sep 2024 · 1 min read ख़ुद से अपना हाथ छुड़ा कर - संदीप ठाकुर ख़ुद से अपना हाथ छुड़ा कर चलना मुश्किल हो जाता है रेत लहर को पी जाती है दरिया साहिल हो जाता है बा'द तुम्हारे ये ही मौसम कितना बोझल हो... Hindi · कविता · ख़ुद से अपना हाथ छुड़ा कर · ग़ज़ल/गीतिका · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 1 1 191 Share gurudeenverma198 25 Aug 2024 · 1 min read लोग जो पीते हैं शराब, जाकर मयखानें लोग जो पीते हैं शराब, जाकर मयखानें। उनको रहे होश अदब का तो, हम जानें।। लोग जो पीते हैं शराब-----------------------।। दिखाते हैं जोश जवानी का, जो इस तरहां। उनको रहे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 55 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Aug 2024 · 1 min read रिश्तो का संसार बसाना मुश्किल है। ग़ज़ल रिश्तो का संसार बसाना मुश्किल है। तोड़ो पल में किंतु बनाना मुश्किल है। चलो बनाना कठिन नहीं ये मान लिया, रिश्तो को पर यार निभाना मुश्कि़ल है। नफरत है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 45 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Aug 2024 · 1 min read राह के कंकड़ अंधेरे धुंध सब छटती रहे। ग़ज़ल 2122/2122/2122/212 राह के कंकड़ अंधेरे धुंध सब छटती रहे। जिंदगी ऐसे ही हौले - हौले तू कटती रहे। कोई भी सरकार या नेता हो सब ये चाहते, जाति धर्मों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 58 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Aug 2024 · 1 min read अरे कुछ हो न हो पर मुझको कुछ तो बात लगती है गज़ल 1222/1222/1222/1222 अरे कुछ हो न हो पर मुझको कुछ तो बात लगती है भले सब कुछ दिखाई दे रहा हो रात लगती है। विरह की वेदना में अश्रु झर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 83 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Aug 2024 · 1 min read जिसने दिया था दिल भी वो उसके कभी न थे। गज़ल 221/2121/1221/212 जिसने दिया था दिल भी वो उसके कभी न थे। दिखते हैं आज जैसे वो वैसे कभी न थे। जो मन की बात आज सरेआम कर रहे, वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 44 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Aug 2024 · 1 min read माना आज उजाले ने भी साथ हमारा छोड़ दिया। गज़ल माना आज उजाले ने भी साथ हमारा छोड़ दिया। घोर ॲंधेरे से डर के क्या आगे बढ़ना छोड़ दिया। आंखों में आकाश सजाकर अंतर्मन से उड़ता हूॅं, तूने पंख... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 54 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Aug 2024 · 1 min read गज़ल गज़ल 221/2121/1221/212 कोई भी देशभक्त न हरगिज़ सहेगा ये। अब सोच लो जियादा नहीं चल सकेगा ये। खाते यहां का गाते किसी और के ही गीत, गद्दारों आओ होश में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 52 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Aug 2024 · 1 min read या खुदा तू ही बता, कुछ शख़्स क्यों पैदा किये। गज़ल या खुदा तू ही बता, कुछ शख़्स क्यों पैदा किये। हो गया जीना सजा, कुछ शख़्स क्यों पैदा किये। दीन ओ दुनियां के लिए जो लोग निकले जानवर, क्या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 43 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Aug 2024 · 1 min read इस तरह कब तक दरिंदों को बचाया जाएगा। गज़ल 2122/2122/2122/212 इस तरह कब तक दरिंदों को बचाया जाएगा। इक न इक दिन देखना नंबर तुम्हारा आएगा। भेड़ियों को पालने वालो न तुम ये भूलना, भेड़िया तो भेड़िया तुमको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 45 Share Harinarayan Tanha 23 Aug 2024 · 1 min read शायर का मिजाज तो अंगारा होना चाहिए था शायर का मिजाज तो अंगारा होना चाहिए था और उसकी शायरी को तो शरारा होना चाहिए था ये जो लड़की अदाएं दिखा रही है सिर पर ईंटें उठाएं हुए असल... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 46 Share Pankaj Bindas 23 Aug 2024 · 1 min read पंकज बिंदास कविता मेरा आज मेरा कल बनाएगा इसीलिए पढ़ो इसीलिए गढ़ो इसीलिए उठो बीज सा फूटो जर्जर हो टूटो स्वयं से रूठो स्वयं से पूछो मेरा दिन आखिर कब आएगा मेरा आज... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 1 65 Share Sandeep Thakur 22 Aug 2024 · 1 min read पहने कपड़े सुनहरे चमकती हुई पहने कपड़े सुनहरे चमकती हुई धूप आई मिरे घर झिझकती हुई फूल सा इक लिफ़ाफ़ा मेरे नाम का एक चिट्ठी थी उस में महकती हुई पुल के मेहराब भी डूबे... Hindi · Sandeep Thakur Shayari · ग़ज़ल/गीतिका · चिट्ठी शायरी · संदीप ठाकुर ग़ज़ल · संदीप ठाकुर शायरी 214 Share Dr fauzia Naseem shad 16 Aug 2024 · 1 min read ज़िन्दगी को ज़िन्दगी को सज़ा नहीं कहते। हर ख़ता को ख़ता नहीं कहते। वक़्त के साथ जो बदल जाए, उसको अच्छी अदा नहीं कहते। मिलते रहते हैं वो जो ख़्वाबों में, हम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 1 78 Share अरशद रसूल बदायूंनी 14 Aug 2024 · 1 min read इज़्ज़त पर यूँ आन पड़ी थी इज़्ज़त पर यूँ आन पड़ी थी घर में ही कमज़ोर कड़ी थी पहले सब पर वक़्त बहुत था पहले किसके पास घड़ी थी? चौका-बरतन सीख लिया था जब अम्मा बीमार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 108 Share मोहित शर्मा ज़हन 13 Aug 2024 · 1 min read कुछ शामें गुज़रती नहीं... (काव्य) कुछ लंबी शामें सिरहाने पड़ी... बीतने का नाम न ले रहीं। कुछ दबी शिकायतें अनकही, कुछ रूठी सदाएँ अनसुनी। एक दुनिया को कहते थे सगी, हमारे मखौल से उसकी महफ़िलें... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक 1 75 Share Previous Page 2 Next