Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Dec 2024 · 1 min read

भाषा

सजदे में भी सौगातों की बात हर शाम होती है
इश्क इवादत था कभी अब बात आम होती है

अधरों से गिरे थे कभी जो फूल गालों पर
लफ्जो में मोती की कभी बरसात होती थी
सब बिक रहा देखो बोली नीलाम होती है

मीठी छुअन एहसास हो ख़ास होता था
बाहों में आने का मतलब पास होता था
आलिंगन की शर्त अब सरे आम होती है

आँखों में जो पर्दा कभी हया का गिरता था
देखकर महबूब को जो पलको से झरता था
नैनों की वो मूक भाषा अब बदनाम होती है

1 Like · 105 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr.Pratibha Prakash
View all

You may also like these posts

"अल्फाज"
Dr. Kishan tandon kranti
दो क्षणिकाएं
दो क्षणिकाएं
sushil sarna
पिछले पन्ने भाग 2
पिछले पन्ने भाग 2
Paras Nath Jha
दशहरा
दशहरा
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
सवैया
सवैया
Kamini Mishra
मत बॉंधो मुझे
मत बॉंधो मुझे
Namita Gupta
कैसे हमसे प्यार करोगे
कैसे हमसे प्यार करोगे
KAVI BHOLE PRASAD NEMA CHANCHAL
#पीरपुष्प
#पीरपुष्प
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
Falling Out Of Love
Falling Out Of Love
Vedha Singh
महत्वपूर्ण यह नहीं कि अक्सर लोगों को कहते सुना है कि रावण वि
महत्वपूर्ण यह नहीं कि अक्सर लोगों को कहते सुना है कि रावण वि
Jogendar singh
नाचेगी धरती, झुमेगा गगन,
नाचेगी धरती, झुमेगा गगन,
Shashi kala vyas
काबा जाए कि काशी
काबा जाए कि काशी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Farmer
Farmer
Iamalpu9492
दोहे- साँप
दोहे- साँप
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Ghazal
Ghazal
shahab uddin shah kannauji
प्रेम कोई भी कर सकता है  पर हर कोई निभा नहीं पाता
प्रेम कोई भी कर सकता है पर हर कोई निभा नहीं पाता
पूर्वार्थ
ठण्डी ठण्डी हवाएं जब
ठण्डी ठण्डी हवाएं जब
हिमांशु Kulshrestha
आना भी तय होता है,जाना भी तय होता है
आना भी तय होता है,जाना भी तय होता है
Shweta Soni
मेरे हमसफ़र 💗💗🙏🏻🙏🏻🙏🏻
मेरे हमसफ़र 💗💗🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Seema gupta,Alwar
चुनाव 2024
चुनाव 2024
Bodhisatva kastooriya
चमक वह जो तमस् मिटा दे
चमक वह जो तमस् मिटा दे
Mahender Singh
2851.*पूर्णिका*
2851.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सम्मानार्थ सूचना
सम्मानार्थ सूचना
Mukesh Kumar Rishi Verma
मुस्कुरा दीजिए
मुस्कुरा दीजिए
Davina Amar Thakral
आप जब खुद को
आप जब खुद को
Dr fauzia Naseem shad
आज़ पानी को तरसते हैं
आज़ पानी को तरसते हैं
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
धर्म
धर्म
Sudhir srivastava
अच्छी बात है
अच्छी बात है
Ashwani Kumar Jaiswal
बेहतरीन थे हम
बेहतरीन थे हम
शिव प्रताप लोधी
जेठ सोचता जा रहा, लेकर तपते पाँव।
जेठ सोचता जा रहा, लेकर तपते पाँव।
डॉ.सीमा अग्रवाल
Loading...