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6 Dec 2024 · 1 min read

वफ़ा की तहरीरें – चंद अशआर

– चंद अशआर –

वफ़ा की….. तहरीरें देख रहा है ।
वो मिरी…… तस्वीरें देख रहा है ।।

देख रहा हूँ…… रिश्तों का बंधन ।
वो इसमें…… ज़ंजीरें देख रहा है ।।

फ़ितूर…….. रंजिशों का है ये सब ।
वो उठती हुई शमशीरें देख रहा है ।।

उसे पता है हाल सभी के दिल का ।
वो मालिक सबकी तक़दीरें देख रहा है ।।

सवार चाहत की कश्ती में ” वासिफ़ ” ।
समंदर में इश्क़ के जज़ीरे देख रहा है ।।

© डॉ. वासिफ़ काज़ी , इंदौर
© काज़ी की क़लम

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