Posts Tag: ग़ज़ल/गीतिका 15k posts List Grid Ashwani Kumar 21 Nov 2024 · 1 min read छन्द सरसी: *जिनका कुशल प्रबन्ध* जीवन में हैं द्वंद हज़ारों, कच्चे सब सम्बंध। जंजीरों में जकड़े रखते, नियम कड़े अनुबंध। जीवन पथपर हँसते गाते,बढ़ जाते कुछ लोग, और अधिकतर बाँधे रखते, आशा का कटिबंध। सागर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 Share श्रीहर्ष आचार्य 21 Nov 2024 · 1 min read माए दुलार तोहर, अँचरीमे नुका जाए तोहर नजरि, सभ दुख हरिया जाए। बिन तोहर, दुनियाँ लगै अधूरी कखनो नै होय, तोरासँ दूरी। तोहर ममता, गंगा जल सन पावन तोहर छाँव, हमर... Maithili · ग़ज़ल/गीतिका 11 Share पंकज परिंदा 18 Nov 2024 · 1 min read जो थे क्रिमिनल..., देख परिंदे, जो थे क्रिमिनल..., देख परिंदे, अब सब सोशल देख परिंदे..! बच्चों से अब.., मार - पिटाई, कितना क्रिटिकल देख परिंदे। कम्पास में' ढीली पेंसिल.. तो, गड़बड़ एंगल..., देख परिंदे..! घूम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 15 Share डी. के. निवातिया 18 Nov 2024 · 1 min read तुम क्या जानो किस दौर से गुज़र रहा हूँ - डी. के. निवातिया तुम क्या जानो किस दौर से गुज़र रहा हूँ, डाली से टूटे फूल की तरह बिखर रहा हूँ ! ख़ाक से उठकर निखरने की कोशिश में, जर्रा-जर्रा जोड़कर फिर से... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका 14 Share Rashmi Sanjay 17 Nov 2024 · 1 min read ग़ज़ल ये बादल के चाँद-सितारे नानी के किस्सों से हारे। धूप कड़ी है मत झुलसो तुम वृद्ध वृक्ष की छांव पुकारे! जारी सफ़र सदा ही रखना चींखें ना ये घाव तुम्हारे!... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 18 Share Rashmi Sanjay 16 Nov 2024 · 1 min read 'न पूछो' मुश्किल था वो दौर न पूछो। उलझन का बस ठौर न पूछो।। हाले -दिल तो पूछ रहे हो पूछो पर इस तौर न पूछो। क्या-क्या गुजर रही है हम पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 17 Share Rashmi Sanjay 16 Nov 2024 · 1 min read सजल माथ ढूॅंढता चंदन लिख ! करे तिरंगा वंदन लिख !! पगडंडी की सिसकी पढ़! बाट जोहती विरहन लिख !! प्रेम अपरिमित अनगढ़ है! कृष्ण-राधिका बंधन लिख!! जीवन-नेत्र छलकते हैं! मत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 16 Share Rashmi Sanjay 16 Nov 2024 · 1 min read गीतिका गीत निजता के तनिक मुझको भी रचने दीजिए। मूर्ति सपनों की अधूरी जो, वो गढ़ने दीजिए।। ठेल कर आगे निकलना,आ ही जाएगा मुझे, भीड़ का हिस्सा मुझे इक बार बनने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 17 Share Sandeep Thakur 15 Nov 2024 · 1 min read आंख हो बंद तो वो अपना है - संदीप ठाकुर आंख हो बंद तो वो अपना है आंख खुल जाए तो वो सपना है वो मिले या नहीं मिले हमको उम्र भर उसका नाम जपना है संदीप ठाकुर Hindi · Quote Writer · Sandeep Thakur Shayari · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक · शेर 3 1 189 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 14 Nov 2024 · 1 min read क़िस्मत अब खोटे सिक्के भी उछाले जा रहे हैं खेल में, हमें यूं बाहर कर दिया, क़िस्मत ने आजमा कर!! शय-मात का सफ़र अमूमन तय कर लिया था, ज़िंदगी ने एक... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 1 17 Share Khalid Nadeem Budauni 12 Nov 2024 · 1 min read रस्ता मिला न मंज़िल रहबर की रहबरी में रस्ता मिला न मंज़िल रहबर की रहबरी में । हम यूँ भटक रहे हैं सहरा-ए-जिंदगी में ।। तुम तैर कर तो देखो सूखी हुई नदी में । फर्क़ आएगा समझ... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 1 22 Share Nakul Kumar 12 Nov 2024 · 1 min read ग़ज़ल : कौन आया है ये मेरे आशियाने में कौन आया है ये मेरे आशियाने में रात भर जगते रहो इसको सुलाने में जूट की बोरी से ये कुटिया बनाई है तुम चले आते हो मुफ़लिस के घराने में... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 21 Share Nakul Kumar 12 Nov 2024 · 1 min read ग़ज़ल : उसने देखा मुझको तो कुण्डी लगानी छोड़ दी उसने देखा मुझको तो कुण्डी लगानी छोड़ दी फिर मेरे होठों पे इक आधी कहानी छोड़ दी मैं छुपाए फिर रहा था इश्क़ अपने गाँव में और फिर ज़ालिम ने... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 2 25 Share Nakul Kumar 12 Nov 2024 · 1 min read ग़ज़ल : कई क़िस्से अधूरे रह गए अपनी कहानी में कई क़िस्से अधूरे रह गए अपनी कहानी में चले आए हैं बचपन को गँवा के नौजवानी में हवाएँ जो बग़ावत पर उतर आई हैं आख़िर में किसी तूफ़ान की दस्तक... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 2 21 Share Nakul Kumar 12 Nov 2024 · 1 min read शेर : तुझे कुछ याद भी है क्या मिरा उस रात में आना तुझे कुछ याद भी है क्या मिरा उस रात में आना छतों से कूदकर के फिर भरी बरसात में आना कई मंज़र बने ख़ंजर चुभे मेरी निगाहों में मुझे मिलने... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 1 23 Share Nakul Kumar 12 Nov 2024 · 1 min read ग़ज़ल : तुमको लगता है तुम्हारी ज़िंदगी पुर-नूर है तुमको लगता है तुम्हारी ज़िंदगी पुर-नूर है देखो तुम इक बार फिर से रौशनी कुछ दूर है साथ में घर बार लेकर चल रही हैं औरतें सोचते हो तुम ये... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 19 Share Nakul Kumar 12 Nov 2024 · 1 min read ग़ज़ल : इन आँधियों के गाँव में तूफ़ान कौन है इन आँधियों के गाँव में तूफ़ान कौन है तू देख तो ये कौन है पहचान कौन है ये किसके द्वार पे खड़ा ज़िंदा दरख़्त है इन पत्थरों के शहर में... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 1 20 Share Nakul Kumar 12 Nov 2024 · 1 min read ग़ज़ल : रोज़ी रोटी जैसी ये बकवास होगी बाद में रोज़ी रोटी जैसी ये बकवास होगी बाद में मैं अभी तो मौन में हूँ इष्ट जी की याद में इसलिए अफ़सर ने मिलने से मना है कर दिया गड्डियाँ कम... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 23 Share Nakul Kumar 12 Nov 2024 · 1 min read ग़ज़ल : पेट में दाना नहीं पेट में दाना नहीं उपवास लेकर क्या करें मर चुके प्यासे परिंदे प्यास लेकर क्या करें सार्वभौमिक सत्य है ये मृत्यु का आना है तय मछलियाँ बगुलों से फिर विश्वास... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · शेर 1 25 Share Harinarayan Tanha 11 Nov 2024 · 1 min read दिल हमारा गुनहगार नही है दिल हमारा गुनहगार नही है ऐसा कोई पहली बार नही है हर बार यही सोचता हूं आखरी है मगर ये भी आखरी बार नही है तुझे रास्ता बदलना है तो... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 17 Share पंकज परिंदा 11 Nov 2024 · 1 min read यूँ ही आना जाना है, यूँ ही आना जाना है, दुनिया एक झमेला है। सुख दुख जीवन के पहलू, धूप कहीं, कहीं छाया है। खलिहानों में उम्र गई, कहते लोग निठल्ला है। कारिस्तानी बेटे की,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 17 Share पंकज परिंदा 8 Nov 2024 · 1 min read कुछ तो स्पेशल देख परिंदे। कुछ तो स्पेशल देख परिंदे। फिल्मी माॅडल देख परिंदे। छूटा गाँव गली चौबारा, मुंबई सेन्ट्रल देख परिंदे। ख़ुद को रख अपडेट हमेशा, ख़बरें ग्लोबल देख परिंदे। गुजरे चिट्ठी तार संदेशा,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 35 Share डी. के. निवातिया 8 Nov 2024 · 1 min read मुक्तक !! मुक्तक !! मिलाये जो नज़र उससे, निगाहें वो चुराता है, ज़माने भर हमारे नाम की कसमें उठाता है ! करे किस से शिकायत अब गुनाहों की सनम के हम,... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक · शेर 20 Share पंकज परिंदा 4 Nov 2024 · 1 min read नाहक को। नाहक को। संभालो। सब सुन लो, फ़नकारो। बदनामी, होने दो। हर क़ीमत, पहचानो। कैसे हो ? सरदारो। ख़ुश्क गला, दारू लो। गुस्सा क्यूं ? बतलाओ। बातें मत, उलझाओ। नखरे कम,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 23 Share पंकज परिंदा 2 Nov 2024 · 1 min read थे जो आलमगीर परिंदे। थे जो आलमगीर परिंदे। ले डूबी तक़दीर परिंदे। पहना दी शहज़ादों ने ही, लोहे की ज़ंजीर परिंदे। जिल्लेलाही कहते ख़ुद को, छोड़ गये जागीर परिंदे। वक़्त का पहिया घूमा साहब,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 23 Share Sandeep Thakur 30 Oct 2024 · 1 min read बहते पानी पे एक दरिया ने - संदीप ठाकुर बहते पानी पे एक दरिया ने अपनी लहरों से लिक्खे अफ़्साने बादलों में समेट के बारिश अश्क धरती के लाई लौटाने काग़ज़ी फूल की महक का सच ये देहाती परिंदा... Hindi · Quote Writer · Sandeep Thakur Shayari · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 163 Share हरीश पटेल ' हर' 29 Oct 2024 · 1 min read दीपावली का पर्व महान भारत है यह शिष्ट सभ्यता संस्कृति की पहचान। इसी कड़ी में चलो मनाएं दीपावली का पर्व महान। जग यह जीत सके वह शक्ति, पत्थर बोल उठे ,वह भक्ति । सहज... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 1 76 Share Sandeep Thakur 26 Oct 2024 · 1 min read ग़म-ख़ुशी सब परख के चुप था वो- संदीप ठाकुर ग़म-ख़ुशी सब परख के चुप था वो ज़िंदगी तुझको चख के चुप था वो लोग तारे दिखा रहे थे पर जेब में चाँद रख के चुप था वो संदीप ठाकुर Hindi · Sandeep Thakur Shayari · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक · शेर 3 1 215 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 25 Oct 2024 · 1 min read भरें भंडार 🦚 *भरें भंडार* ०००००००० दीप आशा के जलायें दूर ये अँधियार हो । सुरसरी के नीर सा पावन दिलों में प्यार हो ।।1 ० हर तरफ फैले अँधेरे देख कर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · ज्योति · दीपमाला 25 Share पंकज परिंदा 23 Oct 2024 · 1 min read वो प्यासा इक पनघट देखा..!! घूम रहे बिन चुन्नट देखा, जिन चहरों पर घूंघट देखा। गुजरा प्यास बुझाते जीवन, वो प्यासा इक पनघट देखा। कुछ लंगड़ों को दिन ढलते ही, दौड़ लगाते सरपट देखा। ऊंचे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 28 Share Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya" 23 Oct 2024 · 1 min read सुख दुख जीवन का संगम हैं भावों में भाव धधकती हो,अधरों पर मुस्कान चमकती हो। उस प्रेम भाव का क्या कहना,जिसमें रसधार न बहती हो ।। सनम जुस्तजू हो गई हैं, फिर मेरे दिल की तन्हाई... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका · दोहा · मुक्तक 38 Share Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya" 16 Oct 2024 · 1 min read मधुशाला रास न आई तू मधुशाला रास न आई तू, तेरी औकात का तिरस्कार. जिस जिस ने तेरा स्वाद लिया, मिट गया वंश घर का चिराग.. राजा भी मिटे गणतंत्र मिटे, मिट गये महल और... Hindi · कविता · कहानी · कुण्डलिया · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक 1 34 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 15 Oct 2024 · 1 min read "उत्सवों का महत्व" प्रेम और सद्भाव से, हर बंधन को ये बांधती है, रिश्तों में मिठास घोल, हर ग़म को दूर भगाती है!! जीवन की बगिया में, खुशियों के फूल खिलाती है, ये... Hindi · उत्सव · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 33 Share पंकज परिंदा 13 Oct 2024 · 1 min read बेघर एक "परिंदा" है..! यूँ ही आना जाना है, दुनिया एक झमेला है। सुख दुख जीवन के पहलू, धूप कहीं, कहीं छाया है। खलिहानों में उम्र गई, कहते लोग निठल्ला है। कारिस्तानी बेटे की,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 29 Share पंकज परिंदा 13 Oct 2024 · 1 min read मौसम है मस्ताना, कह दूं। मौसम है मस्ताना, कह दूं। किस्सा कोई पुराना, कह दूं। छलके आँसू ज्यों आँखों से, आँखों को मयखाना कह दूं। घाटा और मुनाफ़ा छोड़ो, मुश्किल रोज़ कमाना कह दूं। बैठो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 33 Share Sandeep Thakur 13 Oct 2024 · 1 min read दो दिलों में तनातनी क्यों है - संदीप ठाकुर दो दिलों में तनातनी क्यों है प्यार के बीच दुश्मनी क्यों है बंद है बातचीत तक सोचो सूरते हाल ये बनी क्यों है क्यों ख़ला से परे भी हैं किरनें... Hindi · Quote Writer · Sandeep Thakur Shayari · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · शेर 167 Share पंकज परिंदा 13 Oct 2024 · 1 min read डर डर जीना बंद परिंदे..! डर डर जीना बंद परिंदे। कर आवाज़ बुलंद परिंदे। कांटों की संगत में रहकर, गुल बनता गुलकंद परिंदे। जंग यहाँ ख़ुद से ही लड़नी, कस ले बख्तरबंद परिंदे। भवरों से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 38 Share Sandeep Thakur 12 Oct 2024 · 1 min read दरिया की लहरें खुल के - संदीप ठाकुर दरिया की लहरें खुल के आज गले लगती पुल के सूरज भी बन सकते हैं सारे जुगनू मिल-जुल के शाम उतर आई आख़िर आज बगा़वत पे खुल के बारिश में... Hindi · Quote Writer · Sandeep Thakur Shayari · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · शेर 192 Share अंसार एटवी 7 Oct 2024 · 1 min read सदा दे रहे ये जीने का इक हौसला दे रहे कई लोग मुझको दुआ दे रहे ये तिनके का घर अब बचेगा नहीं वो शोलों को इतनी हवा दे रहे जिन्हें ना ख़ुदा... Hindi · कविता · कहानी · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · शेर 35 Share Sandeep Thakur 6 Oct 2024 · 1 min read प्यार में लेकिन मैं पागल भी नहीं हूं - संदीप ठाकुर भूला तो तुझको मैं इक पल भी नहीं हूं याद से लेकिन मैं बोझल भी नहीं हूं माना तेरे बिन मुकम्मल भी नहीं हूं प्यार में लेकिन मैं पागल भी... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · प्यार में लेकिन मैं पागल भी नह · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 165 Share पंकज परिंदा 6 Oct 2024 · 1 min read बग़ावत की लहर कैसे.? बग़ावत की लहर कैसे.? उठी आख़िर नज़र कैसे.? कहाँ कब और, किधर कैसे.? मचा है ये ग़दर, कैसे.? बड़ी ज़ालिम ये दुनिया है, यहाँ अब हो गुज़र कैसे.? मुझे मत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 33 Share पंकज परिंदा 6 Oct 2024 · 1 min read जिस दिल में ईमान नहीं है, जिस दिल में ईमान नहीं है, कुछ भी हो इंसान नहीं है। नामाक़ूल रहोगे, जब तक, नीयत में पैमान नहीं है। क्या लाये जो खोया तुमने..? शायद गीता ज्ञान नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 41 Share Sandeep Thakur 3 Oct 2024 · 1 min read दरिया की तह में ठिकाना चाहती है - संदीप ठाकुर दरिया की तह में ठिकाना चाहती है कश्ती तो बस आशियाना चाहती है लेट आकर गिफ़्ट लाई हैं घड़ी तू वक़्त की क़ीमत चुकाना चाहती है इससे पहले पेड़ उसको... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · दरिया की तह में ठिकाना चाहती ह · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 6 2 289 Share पंकज परिंदा 3 Oct 2024 · 1 min read इतना आसां नहीं ख़ुदा होना..! *बह्र -- 2122 1212 22* आम सी बात है ख़ता होना। इतना आसां नहीं ख़ुदा होना। किसको फ़ुरसत है कौन सुनता है, सीख लो ख़ुद में गुमशुदा.., होना। सिलसिले दरमियां... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 54 Share पंकज परिंदा 3 Oct 2024 · 1 min read रुख़ से पर्दा जरा हटा दे अब। रुख़ से पर्दा जरा हटा दे अब। मुझको मुझसे जरा मिला दे अब। ज़ख्म भरने लगे हैं सब मेरे, भर के मुट्टी नमक लगा दे अब। आशियां ख़ाक हो रहा... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 55 Share Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya" 3 Oct 2024 · 1 min read सोलह आने सच... दिल की बात जुबां पे आई अधरों पर मुस्कान खिलीं कहे पपीहा कोयल से आज चमन में कली खिलीं, पानी वर्षा धूप खिली मेंढक ने दी तान वीर वीरता सदा... Hindi · कविता · कहानी · कुण्डलिया · ग़ज़ल/गीतिका · निबंध 1 35 Share पंकज परिंदा 2 Oct 2024 · 1 min read बे सबब तिश्नगी.., कहाँ जाऊँ..? बे सबब तिश्नगी.., कहाँ जाऊँ..? हर कोई अज़नबी, कहाँ जाऊँ..? ख़्वाहिशें थीं कभी जो इस दिल में, कर चुकीं ख़ुदकुशी कहाँ जाऊँ.? चाँद से मुँह यूं मोड़ भी.., लूँ तो.!... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 47 Share आकाश महेशपुरी 30 Sep 2024 · 1 min read तेरी नज़रों में अब वो धार नहीं ग़ज़ल- तेरी नज़रों में अब वो धार नहीं ◼️◼️◼️◼️◼️◼️◼️◼️◼️◼️ दिल के होता है आर-पार नहीं तेरी नज़रों में अब वो धार नहीं तेरी खातिर मैं छोड़ दूँ दुनिया दिल है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · हास्य-व्यंग्य 2 45 Share अरशद रसूल बदायूंनी 29 Sep 2024 · 1 min read मुझमें क्या मेरा है ? दिन दफ्तर का, रात पे हक बच्चों का है कोई बताए अब मुझमें क्या मेरा है ? शर्म बहुत आती है उससे मिलने में जिसने रिश्तों के धागों को तोड़ा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 56 Share Sandeep Thakur 28 Sep 2024 · 1 min read झूठ है सब ज़हीन धोका है - संदीप ठाकुर झूठ है सब ज़हीन धोका है इस नज़र का यक़ीन धोका है टूट जाएगा दिल तो समझोगे ये मुहब्बत हसीन धोका है संदीप ठाकुर Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 163 Share Page 1 Next