Posts Tag: गीतिका 550 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid surenderpal vaidya 12 Apr 2025 · 1 min read एक पल भी गीतिका ~~~~ एक पल भी नहीं था भुलाया हमें। साथ चलना बहुत रास आया हमें। मंजिलें दूर थी पास आती रही। हर कदम साथ तुमने बढ़ाया हमें। जब थकन थी... Hindi · गीतिका · वाचिक स्त्रग्विणी छंद 1 1 8 Share surenderpal vaidya 8 Apr 2025 · 1 min read गीतिका गीतिका ~~~ नहीं गर्मियां ये हमेशा चुभेगी। बहुत खूब ठंडी हवाएं बहेगी। जरा हाथ आगे बढ़ा दीजिए अब। मुहब्बत खिलेगी निखरने लगेगी। कभी काम की बात हो मन लगाकर। कहानी... Hindi · Quote Writer · गीतिका · वाचिक भुजंगप्रयात छंद 1 18 Share surenderpal vaidya 6 Apr 2025 · 1 min read ** गीतिका ** ** गीतिका ** ~~ खिले अनेक पुष्प डाल डाल मुस्कुरा रही। सुगंध से सभी दिशा निखार खूब पा रही। हुई सुभोर रक्तवर्ण झूमती कली कली। महान शुभ्र स्नेहपूर्ण भावना जगा... Hindi · Quote Writer · गीतिका · पंच चामर छंद 1 1 19 Share Lodhi Shyamsingh Rajput "Tejpuriya" 6 Apr 2025 · 1 min read ख्वाबों का गुलदस्ता सींचा गुलदस्ता गुलशन का, ख्वाबों की बनी सियाही से। भोर हो गई उठ जा प्रियतम, अब क्यों डरे जुदाई से।। उतना ही देखो सपनों को, जितना हो सके हकीकत में।... Hindi · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका · दोहा 1 372 Share Kumar Akhilesh 2 Apr 2025 · 1 min read "श्री गणपति वंदना" प्रथम पूज्य प्रभु देव तुम्ही हो, गौरी नंदन, गजमुख धारी। आओ विराजो घर आंगन में, तेरे स्वागत की तैयारी। प्रभु तेरे स्वागत की तैयारी। तुम ही विनायक, तुम गणनायक, रिद्धि... Hindi · कविता · गीत · गीतिका · बाल कविता 2 471 Share Ramji Tiwari 21 Mar 2025 · 1 min read प्रभु राम का घर है ये प्यारे अयोध्या की सुन्दर सहर है ये प्यारे। राघव के नाम का शहर है ये प्यारे। कल-कल निनाद कर अनवरत बह रही है, पतित पावन सरयू लहर है ये प्यारे। देखने... Hindi · गीतिका 32 Share surenderpal vaidya 18 Mar 2025 · 1 min read गीतिका गीतिका ~~~~ मिट जाती हैं दूरियां, आ जाते जब पास। और पनप जाता सहज, आपस में विश्वास। दृश्य निखर उठते सभी, मिट जाती है धुंध। फूल खिला करते सदा, जब... Hindi · Quote Writer · गीतिका · दोहा छंद · मधुमास 1 1 32 Share surenderpal vaidya 16 Mar 2025 · 1 min read स्नेह बढ़ाएं गीतिका ~~~~ छोड़ें सोच विचार, सभी से स्नेह बढ़ाएं। तजकर टाल मटोल, सामने नज़र मिलाएं। समाधान हो शीघ्र, सभी शंकाओं का जब। खूब बढ़ेगा प्यार, सभी अवरोध हटाएं। खिली खिली... Hindi · गीतिका · फागुन · रोला छंद 1 1 29 Share Mahesh Ojha 12 Mar 2025 · 1 min read हाय रे ज़िंदगी!!!!! हालत ऐसी कि ज़िल्लत भी गंवारा है मुझे हाय रे ज़िंदगी, तूने घेर कर मारा है मुझे खुशियों के हर साए से महरूम कर दिया, हर अपने को बेगाना सा... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका 84 Share पंकज परिंदा 9 Mar 2025 · 1 min read महिला दिवस विशेष...!! म्यान में ही, रहने दो, शमशीर को, है गुज़ारिश बख्श दो तक़दीर को..! एक हद तक, ही रहीं बस, जुम्बिशें, कब तलक शर्म ओ हया की बंदिशें ज़ुल्म कर मुझ... Hindi · ग़ज़ल · गीत · गीतिका 1 2 42 Share surenderpal vaidya 7 Mar 2025 · 1 min read स्वीकार करना है गीतिका ~~~~ समय की हर चुनौती को हमें स्वीकार करना है। स्वयं को हर परीक्षा के लिए तैयार करना है। नहीं कोई यहां दुविधा खुले मन से बढ़ें आगे। सभी... Hindi · गीतिका · विधाता छंद 1 1 34 Share Ramji Tiwari 6 Mar 2025 · 1 min read मैं निखर जाता हूँ मुख तेरा देखकर मैं निखर जाता हूँ। दिखती हो हर जगह मैं जिधर जाता हूँ। प्रेममय शरीर पे पाकर स्पर्श तेरा, पहले से कहीं ज्यादा सँवर जाता हूँ।। तेरे बिन... Hindi · गीतिका 52 Share krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर 26 Feb 2025 · 1 min read शिव शक्ति विवाह (महाशिवरात्रि) शिव शक्ति विवाह (महाशिवरात्रि) हर हर महादेव जय भोला शिव शक्ति विवाह होने वाला आयीं आज महाशिवरात्रि है पार्वती शंकर विवाह की घड़ी है चलो सब मिलकर विवाह में झूम... Hindi · कविता · गीत · गीतिका 46 Share Ramji Tiwari 23 Feb 2025 · 1 min read रात सजने लगी शाम ढलने लगी रात सजने लगी दूर कानन कही वेणु बजने लगी तीव्र शीतल मधुर हवा बहने लगी पेड़ की ओट से प्रभा तकने लगी कुसुम रात रानी अब महकने... Hindi · गीतिका 37 Share Lokesh Dangi 17 Feb 2025 · 1 min read सत्य की राह सत्य की राह मैं खोज रहा था सत्य को, सूखे पत्तों की सरसराहट में, गंगा की लहरों के सुरों में, घाटों की आरतियों की ध्वनि में। कभी पर्वतों की चोटी... Hindi · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका 43 Share surenderpal vaidya 16 Feb 2025 · 1 min read फासले कम करो गीतिका ~~~~ फासले कम करो पास आओ अभी। स्नेह का गीत प्रिय गुनगुनाओ अभी। भूल कर बात कल की निराशाजनक। दो कदम साहसी बन बढ़ाओ अभी। यह तमस भी स्वयं... Hindi · गीतिका · वाचिक स्त्रग्विणी छंद 1 1 35 Share Acharya Shilak Ram 30 Jan 2025 · 2 min read नरकालय नरकालय .............. जब भी देखता अव्यवस्था संसार! रोने का मन करता बार -बार!! कोशिश करता जितना खुद वश में! समान रहकर यश- अपयश में!! हस्तक्षेप करने का नहीं जुगाड़! आगे... Hindi · कविता · कुण्डलिया · गीत · गीतिका 40 Share surenderpal vaidya 20 Jan 2025 · 1 min read लेकर आस गीतिका ~~~~ जीवन तो चलता रहता है, हर हालत में लेकर आस। बहुत सताती है मानव को, कभी भूख और कभी प्यास। मुश्किल के पल भारी पड़ते, जब भी बढ़... Hindi · आल्ह छंद · गीतिका 1 47 Share surenderpal vaidya 9 Jan 2025 · 1 min read छलकता नहीं है गीतिका ~~~~ गरजता बहुत घन बरसता नहीं है। कलश है भरा तो छलकता नहीं है। बहुत कोशिशें की बताओ करें क्या, मगर मन कहीं आज लगता नहीं है। लिए जा... Hindi · गीतिका · वाचिक भुजंगप्रयात छंद 1 1 45 Share surenderpal vaidya 9 Jan 2025 · 1 min read कोंपल गीतिका ~~~~ ठूंठ से कोंपल निकलती जा रही। बन यशस्वी खूब बढ़ती जा रही। हार को झुठला रही है शान से। है बहुत जीवंत दिखती जा रही। देखता जो भी... Hindi · आनंदवर्धक छंद · गीतिका 1 1 55 Share surenderpal vaidya 7 Jan 2025 · 1 min read व्यर्थ में गीतिका ~~~~ व्यर्थ में ही नहीं रूठ जाया करो। और कुछ बात मन की सुनाया करो। जब कभी चाह मन में मिलन की जगे। शीघ्र अपने कदम तुम बढ़ाया करो।... Hindi · गीतिका · वाचिक स्त्रग्विणी छंद 1 1 74 Share Acharya Shilak Ram 5 Jan 2025 · 1 min read *वो पगली* नभ सी उतरती हुई कोई परी ! रक्षा करना मेरी मेरे नरहरि!! ये पगली मुझे जानती ही नहीं है! मेरी दिव्यता पहचानती नहीं है!! फिर से कूड़े-कर्कट को ले आती... Hindi · कविता · कुण्डलिया · गीत · गीतिका · हाइकु 113 Share surenderpal vaidya 5 Jan 2025 · 1 min read क्यों नहीं गीतिका ~~ क्यों हमें इस तरह तुम भुलाती रही। रात-दिन आपकी याद आती रही। छा रही है बहुत आज खामोशियां, बेवजह दिल हमारा दुखाती रही। चाहतें हैं मगर पूर्ण होती... Hindi · गीतिका · वाचिक स्त्रग्विणी छंद 1 1 86 Share Acharya Shilak Ram 31 Dec 2024 · 1 min read कुछ भी नया नहीं कुछ भी नया नहीं यहाँ सब कुछ पहले जैसा है! मुसीबतें पूर्ववत् मौजूद फिर नववर्ष यह कैसा है!! न मौसम में बदलाव कोई न ऋतुओं में परिवर्तन है! धोखाधड़ी पहले... Hindi · कविता · गीत · गीतिका · मुक्तक · हाइकु 1 187 Share Acharya Shilak Ram 31 Dec 2024 · 2 min read *कुछ भी नया नहीं* कुछ भी नया नहीं यहाँ सब कुछ पहले जैसा है! मुसीबतें पूर्ववत् मौजूद फिर नववर्ष यह कैसा है!! न मौसम में बदलाव कोई न ऋतुओं में परिवर्तन है! धोखाधड़ी पहले... Hindi · कविता · गीत · गीतिका · हाइकु 1 109 Share Mahesh Ojha 27 Dec 2024 · 1 min read उम्मीद का दिया तूफानों से लड़ता दिया है, अजब सा जलवा दिखा रहा है। हवा के झोंकों से पूछ लो तो, हौसले का किस्सा बता रहा है। जो जख्म हमको दिए थे दुश्मन,... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका 181 Share surenderpal vaidya 22 Dec 2024 · 1 min read अकेली रही जिन्दगी गीतिका ~~~~ स्वप्न देखे मगर साथ मिलता नहीं, आज फिर क्यों अकेली रही जिन्दगी। मुस्कुराती रही देख कर हाल अब, थी कभी खूब खेली रही जिन्दगी। चाहते हैं सभी फूल... गीतिका · छंद गंगोदक वाचिक 1 1 90 Share Rajesh Tiwari 16 Dec 2024 · 2 min read बूढ़ा बागवान बूढा बागवान फूटी किस्मत आज पिता की मांगे रोटी मान की। टूटे दर्पण सी हालत है बूढे बागवान की। उंगली पकड सिखाया चलना, मन ही मन मे फूला था। इतना... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका 1 98 Share surenderpal vaidya 11 Dec 2024 · 1 min read संगीत गीतिका ~~~~ बरसे ज्यों आनंद घन, ऐसा है संगीत। बन जाता है जब कभी, मन का सच्चा मीत। साज अनेकों संग हैं, ढोलक और मृदंग। आदि काल से चल रही,... Hindi · गीतिका · दोहा गीतिका · संगीत 1 1 142 Share surenderpal vaidya 8 Dec 2024 · 1 min read इस धरा को गीतिका ~~~ इस धरा को प्यार करना हैं हमें। हर हृदय यह भाव भरना है हमें। हर तरह यह स्वच्छ निर्मल ही रहे। आचरण में धैर्य धरना है हमें। देखिए... आनन्दवर्धक छंद · गीतिका 1 1 105 Share surenderpal vaidya 7 Dec 2024 · 1 min read चाहत गीतिका ~~~~ हृदय में है बहुत चाहत तुम्हें अपना बनाऊं मैं। हमेशा स्नेह से भरपूर लम्हों को बिताऊं मैं। न मन में बात आए अब कभी भी दूर जाने की।... Hindi · गीतिका · विधाता छन्द 1 1 101 Share Ashwani Kumar 7 Dec 2024 · 1 min read यार हम कैसे करें यार हम कैसे करें। तुम निभाओ दुश्मनी फिर प्यार हम कैसे करें ज़िंदगी तूझ पे भरोसा यार हम कैसे करें ख़ास है रिश्ता हमारे बीच इक उम्मीद का पर तुझे... Hindi · गीतिका 109 Share surenderpal vaidya 6 Dec 2024 · 1 min read बुनते रहे हैं गीतिका ~~~~ नये से स्वप्न हम बुनते रहे हैं। बहाने क्यों मगर सुनते रहे हैं। नहीं है मानता मन देखिए अब। महकते पुष्प प्रिय चुनते रहे हैं। नहीं है स्वार्थ... Hindi · गीतिका · सुमेरु छंद 2 1 103 Share surenderpal vaidya 5 Dec 2024 · 1 min read झुक नहीं सकती गीतिका ~~~ बन सघन घन हर दिशा में छा रही है देखिए। नील नभ को भी झुकाती जा रही है देखिए। हर चुनौती को सहज स्वीकार कर लेती स्वयं। और... Hindi · गीतिका · गीतिका छंद · नारी शक्ति 2 2 93 Share surenderpal vaidya 2 Dec 2024 · 1 min read मंजिल नहीं जहां पर गीतिका ~~~~ मंजिल नहीं जहां पर उस राह पग धरें क्यों। सबका भला न जिसमें वह काम हम करें क्यों। हम प्यार ही करेंगे सब दूरियां भुलाकर। ये मूल्यवान आंसू... Hindi · गीतिका · दिग्पाल मृदुगति छंद 2 1 96 Share surenderpal vaidya 1 Dec 2024 · 1 min read आकाश में गीतिका ~~~~ आकाश में उड़ें हैं पंछी तरह तरह के। बिन भेदभावना से देखो सभी जगह के। जब छा रहे सघन घन देखो सभी दिशा में। अब क्या करें दिवस... Hindi · गीतिका · दिग्पाल मृदुगति छंद 1 1 116 Share Ashwani Kumar 24 Nov 2024 · 1 min read गीतिका ज़िंदगी को प्यार पहला मानकर अपना समझ चाहकर पाई नहीं हर चीज़ को सपना समझ फल नहीं मिलता बराबर कोशिशों का हरसमय एक रोटी के लिए दिन रात है खपना... Hindi · गीतिका 126 Share surenderpal vaidya 23 Nov 2024 · 1 min read नज़र चाहत भरी गीतिका ~~~ नहीं वश में रहा करती हमें जब भी मिलाती है। नज़र चाहत भरी प्रिय भावनाओं को जगाती है। नहीं बातें करो हमसे कभी अब दूर जाने की। मगर... Hindi · गीतिका · विधाता छंद 2 1 114 Share surenderpal vaidya 22 Nov 2024 · 1 min read समय बदलता गीतिका ~~~ धीरे धीरे समय बदलता, जाता है अपनी ही चाल। मौसम ने करवट बदली है, शीत ऋतु हो गई विकराल। देखो छोटे छोटे दिन हैं, लम्बी होती जाती रात।... Hindi · गीतिका · विधाता छंद 2 1 135 Share डी. के. निवातिया 22 Nov 2024 · 1 min read आऊंगा एक दिन, बनकर हवा का झोंका तेरे शहर में आऊंगा एक दिन, लहराते तेरे बदन पर ये तेरा पल्लू उड़ाऊंगा एक दिन, सरसरा उठेगा जब तेरा जिस्म इस अनजानी छुअन से, छूकर... Hindi · कविता · कोटेशन · गीतिका · मुक्तक 103 Share Ashwani Kumar 21 Nov 2024 · 1 min read छंद: हरिगीतिका : इस आवरण को फोड़कर। साथी पुराने मीत सब, सम्पर्क उनसे तोड़कर। जिनके लिए तुम खट रहे,सब स्वप्न अपने छोड़कर। जिसदिन लगाओगे गणित,तुमको समझ ये आएगा, पाया नहीं कुछ अंततः, रिश्ते नये ये जोड़कर। देते... Hindi · गीतिका 99 Share surenderpal vaidya 20 Nov 2024 · 1 min read मधुर संगीत की धुन गीतिका ~~~ सभी कुछ भूलकर अपनी ही धुन में डूबते जाना। मधुर संगीत की धुन पर सभी को झूमना गाना। पुराने वाद्य यन्त्रों के बहुत शौकीन हैं अब भी। जमाना... Hindi · गीतिका · विधाता छंद 2 1 121 Share डी. के. निवातिया 18 Nov 2024 · 1 min read तुम क्या जानो किस दौर से गुज़र रहा हूँ - डी. के. निवातिया तुम क्या जानो किस दौर से गुज़र रहा हूँ, डाली से टूटे फूल की तरह बिखर रहा हूँ ! ख़ाक से उठकर निखरने की कोशिश में, जर्रा-जर्रा जोड़कर फिर से... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका 107 Share surenderpal vaidya 16 Nov 2024 · 1 min read प्रतीक्षा गीतिका ~~~ प्रतीक्षा धूप की करता रहा मन है। करें क्या छा गया लेकिन सघन घन है। दिशाएं भर गयी शीतल हवाओं से। बहुत धूमिल हुआ हर ओर आंगन है।... Hindi · गीतिका · पर्यावरण · सिंधु छंद 1 1 80 Share surenderpal vaidya 15 Nov 2024 · 1 min read कठिन पथ पर गीतिका ~~ हमेशा राम का हम नाम लेंगे। कठिन पथ पर नहीं विश्राम लेंगे। अकेले राह कैसे कट सकेगी। किसी का हाथ भी हम थाम लेंगे। स्वयं जीवन सँवरता है... Hindi · गीतिका · सुमेरु छंद 2 1 134 Share surenderpal vaidya 13 Nov 2024 · 1 min read व्यर्थ यह जीवन गीतिका ~~~ व्यर्थ यह जीवन कभी जाए नहीं। दौर कष्टों का कभी आए नहीं। मुस्कुराहट है बहुत ही कीमती। लुप्त यह होने कभी पाए नहीं। है जरूरी मन प्रफुल्लित हो... Hindi · आनंद वर्धक छंद · गीतिका 1 91 Share surenderpal vaidya 13 Nov 2024 · 1 min read मस्त बचपन गीतिका ~~~ मस्त बचपन की लहर है देखिए। बढ़ चली अपनी डगर है देखिए। भेद भावों की नहीं कोई खबर, खूब यह बचपन निडर है देखिए। गगरिया को थाम कर... Hindi · आनंद वर्धक छंद · गीतिका 1 1 115 Share surenderpal vaidya 8 Nov 2024 · 1 min read संसार क्या देखें * गीतिका * ~~~~ प्रदूषित है धरा सारी यहां संसार क्या देखें। ग्रहण जब लग चुका मौसम हुए लाचार क्या देखें। नहीं खिल पा रहे हैं फूल पत्ते सूखते जाते।... Hindi · गीतिका · विधाता छंद 1 1 117 Share surenderpal vaidya 3 Nov 2024 · 1 min read मिला क्या है गीतिका ~~ बढ़ाकर दूरियां तुमको मिला क्या है। बताते क्यों नहीं हमसे गिला क्या है। बहुत ही खूबसूरत मुस्कुराहट है। बताओ फूल मनभावन खिला क्या है। सभी है वाह करते... Hindi · गीतिका · सिंधु छंद 1 1 122 Share surenderpal vaidya 3 Nov 2024 · 1 min read कर्म पथ पर गीतिका ~~~ कर्म पथ पर व्यक्ति जो उत्साह दिखलाता नहीं। वह सहज परिणाम में भी पूर्णता पाता नहीं। दूर रहने से कभी मजबूत रिश्ते कब हुए। वह अकेला ही रहा... Hindi · गीतिका · गीतिका छंद 1 1 153 Share Page 1 Next