jyoti jwala 635 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 8 Next jyoti jwala 6 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक "जो रहे सबके लबों पर वो हँसी अब चाहिए, बँट सके सबके घरों में वो खुश़ी अब चाहिए, देखिए तो आज सारा देश ही बीमार है हो सके उपचार जिससे... Hindi · मुक्तक 495 Share jyoti jwala 6 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक "सच को समझाना है तो कहना पडता है, दुनिया की बातों को भी सहना पड़ता है, जब सारे के सारे ही बेपर्दा हों जाएं ऐसे में तो खु़द ही पर्दा... Hindi · मुक्तक 258 Share jyoti jwala 6 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक " सफ़र में मुश्किलें आएं तो जुर्रत और बढ़ती है, रास्ता कोई जब रोके तो हिम्मत और बढ़ती है, अगर बिकने पे आ जाओ तो लग जाती भले कीमत न... Hindi · मुक्तक 210 Share jyoti jwala 6 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक "शब्द मेरे बोलते हैं बादलों की बात , घुंगूरुओं कि ना कोई पायलों की बात, तमाम खेत बन रहे निवाले शहरों के, किसान क्या कहे अब हलों की बात " Hindi · मुक्तक 239 Share jyoti jwala 6 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक "ज़ात,मज़हब,रंग के भेद अब सारे हुए, आदमी था एक जिसके लाख बँटवारे हुए, लफ़्ज़, जिनका था हमारी ज़िंदगी से वास्ता आपके होंठों पर आकर खोखले नारे हुए " Hindi · मुक्तक 229 Share jyoti jwala 6 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक जीना है तो जी लें पुष्प बनकर शूल चुभता है जिसको निरंतर, तोड़ती दुनियाँ जिसे फिर भी सदा रहता वो गले का हार बनकर Hindi · मुक्तक 512 Share jyoti jwala 6 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक "हवा भी क़ैद कर में होती कहीं जाने नहीं देते, किसी के खेत पर बादल भी ये छाने नहीं देते, सूरज चांद पर भी जो हुक़ूमत चल गयी होती, सियासी... Hindi · मुक्तक 1 1 506 Share jyoti jwala 6 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक " सिपाही हूँ कलम की मैं तो मन की बात करती हूँ , नही हिन्दू और मुस्लिम की, वतन की बात करती हूँ, हमें मत वास्ता देना कभी मंदिर औ... Hindi · मुक्तक 240 Share jyoti jwala 6 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक सम्भल के तुम जरा चलना, कहीं पंगा न हो जाये कहीं रुसवा यहाँ मज़हब और ये गंगा न हो जाये चुनावी रोटियाँ सिकने लगी हैं, फ़िर से सूबे में, मुझे... Hindi · मुक्तक 241 Share jyoti jwala 6 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक "तुम्हारे साथ जो गुज़रे, ज़माने याद आते हैं मिलन के वो सभी मौसम सुहाने याद आते हैं बरसते थे कभी मुझपर तुम्हारे प्यार के बादल, मुझे अब तक वो बारिश... Hindi · कविता 210 Share jyoti jwala 6 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक दौलत से कभी रिश्तों को हम तोला नहीं करते, दुखाए दिल किसी का लफ्ज वो बोला नही करते, मेरी हसरत मेरी चाहत निगाहों में ही पढ़ लेना, लबों से राज़... Hindi · कविता 511 Share jyoti jwala 6 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक "हमारे दर्द का दिल से बहुत रिश्ता पुराना है, बहुत ग़म सह लिये हमने, ज़रा अब मुस्कराना है, तुम्हारे और हमारे दरमियाँ इतना सा रिश्ता है, हमें हैं इम्तिहां देने,... Hindi · मुक्तक 238 Share jyoti jwala 6 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक "सभी बस जख्म देते हैं दवाएं कौन करता है, दिल से माँ के अलावा अब दुआयें कौन करता है, यहाँ इंसान की छोड़ो परिन्दे भी समझते हैं, मुहब्बत कौन करता... Hindi · मुक्तक 265 Share jyoti jwala 6 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक "जताने की ज़रूरत क्या,नज़ारे बोल देते हैं, हाले दिल तो आँखों के इशारे बोल देते हैं, इस दहलीज़ पर आने से पहले ही तेरे साजन खुशी से खिडकीयां और गलियारे... Hindi · मुक्तक 1 252 Share jyoti jwala 5 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक "अब कहाँ ईमान का कुछ दाम है, रिश्वतों का ही बोलबाला आम है, आस की मद्धम-सी लौ जलती है जो उससे ही तो रौशन हमारी शाम है " Hindi · कविता 504 Share jyoti jwala 5 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक " हर बातें चुभती हैं अब तो ख़ारों की तरह, अब दूरियां बढ गयी हैं किनारों की तरह, पढ़ चुका चाहे हज़ारों ही किताबें इंसां सुलूक आज भी करता है... Hindi · मुक्तक 1 1 287 Share jyoti jwala 5 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक ख़ुद से ख़ुद में ही उलझी है हमारी जिंदगी, दीखती आज़ाद लेकिन कैद-सी है ज़िन्दगी, कश्मकश के जाल में हर शख़्स है उलझा हुआ दायरों ही दायरों में घूमती है... Hindi · कविता 1 1 312 Share jyoti jwala 4 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक चमन में ख़ुद को ख़ारों से बचाना है बहुत मुश्किल, बिना उलझे गुलों की खुशबू पाना है बहुत मुश्किल, ना छोड़ी चोर ने चोरी, ना छोड़ा सांप ने डसना, फ़ितरतों... Hindi · मुक्तक 1 236 Share jyoti jwala 4 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक मौन थी मेरी कलम उसको रवानी दे गये, जाते-जाते मुस्करा कर इक निशानी दे गये, जिनके आने से बढ़ी थीं रौनकें चारों तरफ, देश के खातिर वो अपनी ज़िन्दगानी दे... Hindi · मुक्तक 1 195 Share jyoti jwala 4 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक "आइने से असलियत चेहरों की हम कैसे छुपाएँ, दूर तुझसें मैं न ज़िन्दा, ना ही ज़िन्दा भावनाएँ, तेरी चौखट पर न जाने कितनी की हैं मिन्नते, सह नहीं पाता है... Hindi · कविता 377 Share jyoti jwala 4 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक "आज सपने मेरे अश्क में ढल रहे हैं, ये जिगर के दिए ख़ून से जल रहे हैं, परायों की नज़रों को भाए हैं, लेकिन अब हमारे ही अपने हमें छल... Hindi · मुक्तक 388 Share jyoti jwala 4 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक " नज़र आ रहा है धुआँ ही धुआँ, लगे दोष तो क्या कहे बेज़ुबाँ वहाँ कैसे महफूज़ कोई रहे दरिंदे खुले आम घूमें जहाँ " Hindi · मुक्तक 252 Share jyoti jwala 4 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक " कभी दिल से रिश्ते निभाकर तो देखो, नफरत को दिल से मिटाकर तो देखो, उठाना है आसान औरों पे ऊँगली, कभी खुद पे ऊँगली उठाकर तो देखो " Hindi · मुक्तक 452 Share jyoti jwala 1 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक गहराई में आकर देखो,एक वेदना जमी मिलेगी, अधरों पर मुस्कान भले हों, पर नयनों में नमी मिलेगी, सागर में जल भरा हो लेकिन लहरें प्यासी की प्यासी, प्यास बुझानेवाली धारा,... Hindi · मुक्तक 210 Share jyoti jwala 1 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक यूँ मौत के हाथों में अपनी ज़िंदगी को बेच मत, मन के बहकावे में तन की सादग़ी को बेच मत, खुद को खोकर बस अँधेरा ही अँधेरा पाएगा मज़बूर होकर... Hindi · मुक्तक 206 Share jyoti jwala 1 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक दर्द के हाथों खुशी को बेच मत, अपने होंठों की हँसी को बेच मत, क्या लगाएगा भला कीमत कोई, मान-मर्यादा, खुदी को बेच मत। Hindi · कविता 424 Share jyoti jwala 1 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक देखो तो बादल कैसे कजरारे निकले हैं, छोटी छोटी खिड़की से गलियारे निकले हैं, चाँद घेरने की ख्वाहिश है तारों की शायद इसी लिए इस बार इकट्ठे सारे निकले हैं... Hindi · कविता 1 392 Share jyoti jwala 31 Jan 2019 · 1 min read मुक्तक "आँख तुमसे मिली तो सजल हो गई मैं मिलने को तुमसे विकल हो गई ख्वाब में तुम हमारे करीब आ गये, छू लिया मुझको तो मै कँवल हो गई" Hindi · मुक्तक 238 Share jyoti jwala 31 Jan 2019 · 1 min read मुक्तक तू मुझे मिल जाए ख़ुदा से रोज़ कहती हूँ मैं, तू वजह जिसके लिए ख़ामोश सी रहती हूँ मैं, कुछ नहीं मिलना मुझे मालूम है अच्छी तरह फिर भी जैसे... Hindi · मुक्तक 240 Share jyoti jwala 31 Jan 2019 · 1 min read मुक्तक "पतझर को कैसे हम भला बहार लिख दे, उड़ती धूल को सावन की फुहार लिख दे, यह वो क़लम है जिसमें सच की स्याही छलक रही एक लुटेरे को कैसे... Hindi · मुक्तक 192 Share jyoti jwala 31 Jan 2019 · 1 min read मुक्तक "चाह यही है मेरी लेखनी,सरस मधुर रसधार बने, वक़्त पड़े तो शब्द गरजते वीरों की हुंकार बने, भारत माँ के अर्चन से अधरों का श्रृंगार करें, देश द्रोहियों के खातिर... Hindi · मुक्तक 2 264 Share jyoti jwala 30 Jan 2019 · 1 min read मुक्तक "कुछ राज था वो जिसको छिपाकर चले गये मुझसे वो जनाब मुझको चुराकर चले गये आये थे दिल की प्यास बुझाने के वास्ते इक आग सी वो और लगा कर... Hindi · मुक्तक 1 1 350 Share jyoti jwala 30 Jan 2019 · 1 min read मुक्तक "बड़ी मुश्किल से छुपाया है कोई देख न ले आँख में अश्क जो आया है कोई देख न ले, डर रही हूँ कि सर-ए-शाम तेरी आँखों में मैंने जो वक़्त... Hindi · कविता 243 Share jyoti jwala 30 Jan 2019 · 1 min read मुक्तक " ज़िंदगी मेरी हर पल बदलती रही, दिन गुज़रते रहे, साँस चलती रही, वेदना अश्रु-पानी बनी, बह गई, धूप ढलती रही, छाँह छलती रही " Hindi · मुक्तक 208 Share jyoti jwala 29 Jan 2019 · 1 min read मुक्तक " ज़िन्दगी हमने सलीके से सँवारा ही नही है, कुछ तो क़र्ज़ है जो हमने उतारा ही नही है, शर्म आती है कि उस शहर में हम हैं कि जहाँ... Hindi · मुक्तक 371 Share jyoti jwala 29 Jan 2019 · 1 min read मुक्तक " सच है हमको भी गगन तक मार करना आ गया, कठिनाईयों में भी समय पर वार करना आ गया, वो हुनर भी सीख ली कविता में बौनी वेदना को,... Hindi · मुक्तक 1 510 Share jyoti jwala 28 Jan 2019 · 1 min read मुक्तक शब्दों का नसीहत में ढलना भी ज़रूरी है, कड़वा है मगर सच को कहना भी ज़रूरी है , औरों के भरोसे ख़्वाब मुक़म्मल नही होते मंजिल तक पहुंचने को चलना... Hindi · मुक्तक 442 Share jyoti jwala 21 Jan 2019 · 1 min read मुक्तक " जलती लौ में जलता कैसे परवाना लिखते हैं, प्यार में टूटे दिल का जो अफ़साना लिखते हैं, वो छोड़ के कुर्बानी वीरों की अमर कहानी को प्रेमी, पागल, दीवानों... Hindi · मुक्तक 2 280 Share jyoti jwala 20 Jan 2019 · 1 min read मुक्तक यमुना,सतलज,कावेरी और माँ गंगा का पानी है, मीरा, तुलसी, सुर, कबीरा, नानक,की ये बानी है, श्री राम,कृष्ण की धरती ये धरती है बलिदान की हिंदी गौरव, पहचान देश की हिंदी... Hindi · मुक्तक 528 Share jyoti jwala 20 Jan 2019 · 1 min read मुक्तक " वतन की बात शामिल है मेरे हर एक तराने में, हमारे देश से बढकर नहीं कुछ भी ज़माने में, यहीं पर जन्म पाया है यहीं लूं आखिरी सांसें, यही... Hindi · मुक्तक 2 217 Share jyoti jwala 20 Jan 2019 · 1 min read मुक्तक हर बाग़ में खुश्बु -ए- बहार है हिन्दी, कबीर, सूर, तुलसी का प्यार है हिन्दी , सदा ही जोडती है हम सभी को इक दूजे से, हज़ारों मील समन्दर के... Hindi · मुक्तक 211 Share jyoti jwala 20 Jan 2019 · 1 min read मुक्तक " सलीका बाँस को बजने का जीवन भर नहीं होता, बिना होठों के वंशी का भी मीठा स्वर नहीं होता, परिंदे वो ही जा पाते हैं ऊँचे आसमानों तक, जिन्हें... Hindi · मुक्तक 208 Share jyoti jwala 20 Jan 2019 · 1 min read मुक्तक " भले पूजा में रहें चाहे अजानों में रहें , खुश अपने इबादत के ठिकानों में रहें हमारी एकता इस मुल्क की पहचान बनें, चाहे श्री राम या रहमान तरानों... Hindi · मुक्तक 421 Share jyoti jwala 19 Jan 2019 · 1 min read मुक्तक " जिक्र न हो मजहब का जिसमे ऐसे नाम कहां मिलते हैं? माँ के चरनों से बढकर कोई भी धाम कहां मिलते हैं? धनुष तोड़ दे भ्रष्टाचार की जो बस... Hindi · मुक्तक 1 378 Share jyoti jwala 19 Jan 2019 · 1 min read मुक्तक " सच कहेंगे हम तो खतावार कहे जाएंगे चुप रहेंगे तो भी गुनहगार कहे जाएंगे, बोलना है सच मेरे दिल ने अब ये तय किया, खतावार ही सही परंतु वफादार... Hindi · मुक्तक 410 Share jyoti jwala 19 Jan 2019 · 1 min read मुक्तक हम जिसे कहते है कि शालीनता है, उनके भीतर तो बसी बस हीनता है, वो चढे छत पर हमें सीढी बनाकर बस उन्हीं के ही लिए स्वाधीनता है ? Hindi · मुक्तक 427 Share jyoti jwala 19 Jan 2019 · 1 min read मुक्तक " मिले कुछ लोग मेरे दिल को दुखाने वाले, रहे ना दोस्त सुनो तुम भी पुराने वाले, तुम भी मिलते हो तो मतलब से यार मिलते हो, लग गए तुमको... Hindi · मुक्तक 195 Share jyoti jwala 16 Jan 2019 · 1 min read मुक्तक " हरी है ये ज़मीं हमसे कि हम तो प्रेम बोते हैं, सदा इन जागी पलकों में नये सपने सजोते हैं लकीरें अपने हाथों की बनाना हमको आता है, वो... Hindi · मुक्तक 1 392 Share jyoti jwala 15 Jan 2019 · 1 min read मुक्तक " हर ठोकर ने हमको सोचकर बढ़ना सिखाया है, चिराग़ों ने हवाओं से हमें लड़ना सिखाया है, हमें कमज़ोर मत समझो, बहुत-कुछ झेल सकते हैं, हमें हालात ने हर ज़ख़्म... Hindi · मुक्तक 543 Share jyoti jwala 15 Jan 2019 · 1 min read मुक्तक " बेचैनियाँ बढ़ीं तो दुआ बन गई ग़ज़ल, ज़र्रे जो थरथराए, सदा बन गई ग़ज़ल, चमकी कहीं जो बर्क़ तो ऐहसास बन गई, छाई कहीं घटा तो अदा बन गई... Hindi · कविता 584 Share Previous Page 8 Next