मुक्तक
“सच को समझाना है तो कहना पडता है,
दुनिया की बातों को भी सहना पड़ता है,
जब सारे के सारे ही बेपर्दा हों जाएं
ऐसे में तो खु़द ही पर्दा करना पड़ता है”
“सच को समझाना है तो कहना पडता है,
दुनिया की बातों को भी सहना पड़ता है,
जब सारे के सारे ही बेपर्दा हों जाएं
ऐसे में तो खु़द ही पर्दा करना पड़ता है”