शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 68 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 12 Apr 2025 · 1 min read 🚩🙏जय हनुमान🙏 🚩 उपासना करूँ सदा ये वीर हनुमान हैं, विराट दिव्य रूप में भी ये दयानिधान है। हे कपीश, मेरे ईश, तू काल-कष्ट से उबार, तुझसे ही मिला हमें अपार भक्ति दान... Hindi · कविता 27 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 12 Apr 2025 · 1 min read 🚩🙏जय हनुमान🙏 🚩 💐🙏💐🙏💐🙏💐🙏💐 जय भक्त शिरोमणि शरणागत, जय बजरंगी हनुमान। हे रामदूत, हे पवनपुत्र, सुन लो हे कृपानिधान।।1।। मारुति नन्दन, हे जगवंदन, हनुमत हो शुभकारी। असुर निकन्दन, हे भवभंजन, तुम हो प्रभु... Hindi · कविता 28 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 5 Apr 2025 · 2 min read जय माता दी हे सती, हे साध्वी माँ, भवप्रीता, तू भवानी हो। आर्या हो भवमोचनी माँ, दुर्गा हो, महारानी हो।। राजा हो या रंक मईया भेद तुम ना करती हो। शरणागत हो कोई... Hindi · कविता 30 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 19 Mar 2025 · 1 min read Take a look at this Meri Pratham Anugoonj on Flipkart Take a look at this Meri Pratham Anugoonj on Flipkart https://dl.flipkart.com/s/68MCLnNNNN Quote Writer 1 28 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Mar 2025 · 1 min read Merry Christmas 💐🎂🎂🎂🎂🎂🎂🎂🎂🎂💐 Merry Christmas comes every year, brings lots of happiness to near. gives children joy with cheer's, everyone likes and forget tears. make celebration with gift and cake. please go... English · Poem 40 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Mar 2025 · 1 min read लिखते हैं। हर ज़ुल्म-ओ-सितम, साज बना लिखते हैं। वो अपने दर्द को, अंदाज़ बना लिखते हैं। लगाईं बंदिशें उन्होंने आंसुओं पे इस कदर, अपनी हर आह को, आवाज़ बना लिखते हैं। वो... Hindi · ग़ज़ल 44 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Mar 2025 · 1 min read नववर्ष हे नवल वर्ष तुम ले आना, संसार के वो सुख सारे। कर देना जीवन सफल, सत्यपथ रहते हैं जो प्यारे। जिसका मन हो कोमल, और हृदय में हो मानवता। कदम-कदम... Hindi · कविता 26 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Mar 2025 · 1 min read शेर आदत न हो कोई गम, कभी दिल से लगाने की... कि मेरी मासूम ये शख़्सियत बनाए रखना... मुस्कुराकर माफ़ कर दूं, हर ख़ता जमाने की... ऐ मेरे मालिक ! मेरी... Hindi · शेर 33 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Mar 2025 · 1 min read नववर्ष हृदय के सब भाव कर दो व्यक्त मन में हर्ष है। खिलखिला कोहरे में आया झूमता नववर्ष है।। तु रहेगी बन पपीहा कब तलक ऐसे ही प्यासी। छोड़ दे वनवास... Hindi · कविता 30 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Mar 2025 · 1 min read अश'आर अश'आर ------------------- मेरे रहगुज़र वो मेरे रहनुमा हैं, कि मंज़िल से आती सदाएँ हैं उनकी। अभी जो मेरे पाँव नीचे जमीं हैं, ख़ुदा की क़सम ये दुवाएँ हैं उनकी।। है... Hindi · शेर 35 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Mar 2025 · 1 min read ये नफ़रत है किसी ? बता दीजिए ये मोहब्बत है कैसी, अपनों से करते तिज़ारत है कैसी। किसी के लिए वो ख़ुदा बनके बैठे, किसी से जफ़ा, ये नफ़रत है कैसी? वो क्या सोचते हैं... Hindi · ग़ज़ल 37 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Mar 2025 · 1 min read हनुमान जी हनुमत मन्नत पूर्ण हो, यही हमारी आस। रघुनायक के प्रिय सुनो, तुम पर है विश्वास।। Hindi · दोहा 37 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Mar 2025 · 1 min read ग़ज़ल ग़मज़दा हूँ, रोने की बड़ी ख़्वाहिश है, ख़ुशी तलाश रही...थोड़ी देर रोने दे। कभी-कभी ही तो ढूंढती तन्हाइयां मैं, मेरी तन्हाइयों में मुझको जरा होने दे।। संग तेरे किनारे की... Hindi · ग़ज़ल 1 45 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Mar 2025 · 1 min read दिल ना होगा ना मेरी जान मोहब्बत होगी टुकड़े हो जाएं इस दिल के तो कुर्बत होगी, दिल ना होगा ना मेरी जान मोहब्बत होगी। जो सोचूँ ख़्वाब में ऐसी भी ना फ़ुर्सत होगी, दिल ना होगा ना... Hindi · ग़ज़ल 39 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Mar 2025 · 1 min read जनवरी सब्ज़ दुपट्टे में लिपटी वो शरमाती सी चली आई, बर्फीली हवाओं में वो लड़खड़ाती सी चली आई। दिसम्बर की सर्द आखिरी सहमी सी रात के बाद, वो नवयौवना की भांति... Hindi · कविता 23 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Mar 2025 · 1 min read हिंदी शीर्षक- हिंदी हम हृदय से करते हैं वंदन, है बारंबार ये अभिनन्दन। तू जन-गण-मन की अभिलाषा, मेरी मातृभूमि की है भाषा।। तू माँ भारती की बिंदी है। तू सबकी प्यारी... Hindi · कविता 27 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Mar 2025 · 1 min read सृजित होती हैं कविताएं स्याह रातों के एकांकीपन में लिखती हूँ हृदय की व्यथाएं ! और सृजित होती हैं कविताएं ! मन हुआ मौन ! अब पूछे भी कौन? ख़ामोश हृदय की चीत्कार !... Hindi · कविता 25 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Mar 2025 · 1 min read विवेकानंद दिनांक-12 जनवरी 2025 दिन- रविवार शीर्षक- #विवेकानंद भारत की पावन धरती पर, ऐसा एक सपूत हुआ 12 जनवरी 1863 में, पैदा वह अवधूत हुआ। पिता श्री विश्वनाथ दत्त भुवनेश्वरी थीं... Hindi · कविता 23 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Mar 2025 · 1 min read मकर संक्रांति दिनांक-14 जनवरी 2025 दिन- मंगलवार शीर्षक- #मकरसंक्रांति सर्द मौसम और ठंड बयार, देती हैं सुन्दर सन्देश। मकर राशि में सूर्य आगमन, खत्म करो अंतर्मन द्वेष। आसमान में बादल छाए, मीठी-मीठी... Hindi · कविता 26 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Mar 2025 · 1 min read @महाकुंभ2025 ईश्वर रंग अद्भुत भर डाला। सांवली सुन्दर भोली बाला। मनमोहिनी यह पावन लागे। सुन्दर दृग मनभावन लागे।। अतिसुन्दर मुस्कान तुम्हारी। तुम कुटिया की राजकुमारी।। कजरारे अति प्यारे लोचन। अपलक हो,... Hindi · कविता 25 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Mar 2025 · 2 min read #महाकुंभ #महाकुंभ पर मेरी #काव्यानुभूति 👇 प्रयागराज में भीड़ लगी, भक्तों की आई टोली है। गंगा, यमुना, सरस्वती की संगम ही हमजोली है।। हर हर गंगे बोल रहे सब, महाकुंभ का... Hindi · कविता 26 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Mar 2025 · 1 min read महाकुंभ संस्कृति-परम्परा का, अद्भुत नजारा है। स्नेह, श्रद्धा, विश्वास का शहर ये हमारा है। आस्था का महाकुंभ, श्रद्धा का संगम है। पुण्यस्थली प्रयागराज, दृश्य विहंगम है।। प्रेम है, सद्भाव है, ना... Hindi · कविता 26 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Mar 2025 · 1 min read ऐसा वर देना(प्रार्थना) विद्या की देवी सरस्वती ज्ञान के दीप जला दो माँ बसंत पंचमी जन्मदिवस पर वीणा जरा बजा दो माँ। अच्छी लगती हंस सवारी मुझको सैर करा दो माँ। पूजा में... Hindi · कविता 30 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Mar 2025 · 1 min read प्रेम है अपराध कैसे ? पाप का हो हिसाब कैसे, पुण्य पर प्रतिवाद कैसे, प्रेम को समझा कलंकित, प्रेम है अपराध कैसे ? जगत में है प्रेम शास्वत, पूजा और यह प्रार्थना है, जग नही... Hindi · कविता 25 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Mar 2025 · 1 min read यही जिंदगी है। बिखरकर सिमटना यही ज़िंदगी है, निखरकर सँवरना यही ज़िंदगी है। जो देखा ज़माना ख़्याल ऐसा आया, सितम तेरा सहना यही ज़िंदगी है। सीने में हरपल किसी दिल के तरह, मुसलसल... Hindi · ग़ज़ल 35 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Mar 2025 · 1 min read गीत गाती हूँ। #गीत_गाती_हूँ यदि मिले अवहेलना भी, मुस्कुराती हूँ। साम्यता में जीवन जीती, गीत गाती हूँ।। सर्वश्रेष्ठ है जगत में बस यहाँ सद्कर्म। है यहाँ अंधेर नगरी समझ लो यह मर्म।। आँसुओं... Hindi · कविता 24 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Mar 2025 · 4 min read प्यार की दास्तां आओ सुनाएं एक कहानी, प्यार की है दास्तां पुरानी। आँखों में जो लाये पानी, प्यार की ये दास्तां पुरानी। गौर वर्ण वह सुन्दर लड़की, कॉलेज में पढ़ाती थी। सुन्दर उसके... Hindi · कविता · कहानी 25 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Mar 2025 · 1 min read मरने से पहले मरना क्या ? घिर गए यदि बाधाओं में ! या फिर प्रलय घटाओं में ! कैसी हो विपदा डरना क्या ? मरने से पहले मरना क्या ? हों पांव तले जब अंगारे !... Hindi · कविता 27 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Mar 2025 · 1 min read जीवन की नैया डोल रही जीवन की नैया डोल रही।। धूप-छांव हैं खेल सदृश, मत घोलो जीवन में विष, ये सांसें ही अनमोल रही। जीवन की नैया डोल रही।1।। समय भागता है प्रतिक्षण, अंतर्द्वंद्व सदृश... Hindi · कविता 24 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Mar 2025 · 2 min read नागपाश का हार जीवन किसी का अतिसुन्दर, जैसे हरसिंगार। किन्तु गरीबों के जीवन में, नागपाश का हार।। ग़रीबी हुई अभिशप्त, भुखमरी के शिकार हुए। बद्तर जीवन, बीमारी, मौत से भी लाचार हुए।। पैसा... Hindi · कविता 25 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Mar 2025 · 1 min read जो हैं रूठे मैं उनको मनाती चली प्रेम के पुष्प पग-पग बिछाती चली, नित्य करती सृजन गीत गाती चली। पत्थरों को रिझाने की आदत मेरी, जो हैं रूठे मैं उनको मनाती चली।। ख़्वाब में आज उनसे मिली... Hindi · कविता 24 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 5 Mar 2025 · 1 min read फगुआ गीत बहुरंगी बलमुआ मन भायो रे, सतरंगी सजनवा मन भायो-2 नैन से नैन मिलाके सावंरिया-2 रंग डारी मोरी कोरी चुनरिया-2 मोहे इंद्रधनुष सी बनायो रे, सतरंगी सजनवा मन भायो।। बहुरंगी बलमुआ... Hindi · गीत 1 50 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 4 Mar 2025 · 1 min read फूल खुशबू ये बिखराते फूल, सबके मन को भाते फूल। कितने सुंदर कितने प्यारे, उपवन को चहकाते फूल।। गजरा,माला,साज-सजावट, सभी काम में आते फूल। इंद्रधनुष सी छटा बिखेरे, मन को खूब... Hindi · कविता 40 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 12 Oct 2024 · 1 min read दशहरा सदा सत्य की जीत, दशहरा हमें बताता। करें सत्य से प्रीत, झूठ से तोड़ें नाता।। सच्चे पथ के राही को, बड़े मिलेंगे शूल। रुके नहीं, चलते रहें, शूल बनेंगे फूल॥... Hindi · दोहा 119 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 20 Jul 2024 · 2 min read ~ इंसाफ की दास्तां ~ ~ इंसाफ की दास्तां ~ सुन्दर सा परिवार एक था, मात-पिता दोउ भाई। एक जेठानी औ देवरानी, प्यारी बहन सी आई।। कोख सुनी रही बड़ी की , लाखो किया उपाय।... Hindi · कविता · कहानी 2 1 180 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 19 Jul 2024 · 1 min read भारत देश महान है। जग में सब देशों से जिसकी रही निराली शान है। धरती का यह स्वर्ग हमारा, भारत देश महान है। इसके उत्तर में हिमगिरि के शिखर गगन को चूमते। फूल फलों... Hindi · कविता 2 220 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Jul 2024 · 1 min read स्थिरप्रज्ञ बनूँ हवनकुंड की पावक मैं, आहुति यज्ञ की हो जाऊँ। सुख और दुःख में बनूं सम्यक, अब स्थिरप्रज्ञ मैं हो जाऊँ।। हो स्थिरचित्त हृदय मेरा, मन में कोई उद्गार न... Hindi · कविता 2 2 194 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Jul 2024 · 2 min read माँ तेरी कोख से ही तो मेरी माँ, मेरे जीवन का आरम्भ हुआ। तुझसे मेरा अस्तित्व बना, संसार मेरा प्रारम्भ हुआ।। अस्तित्व विहीन मैं तेरे बिन, स्नेहिल सा हृदय उदार बनी।... Hindi · कविता 195 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Jul 2024 · 1 min read कर्मा अधरों पर तेरी मुस्कान रहे, उस ईश्वर का वरदान रहे । ईश्वर की रचना हो अनुपम, उसका भी मान सम्मान रहे । दुःख के कारक तुम बनो नहीं, मेरे मीत... Hindi · कविता 2 2 131 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Jul 2024 · 1 min read बदलता_मौसम_और_तुम आजकल तुम्हारे ही जैसा है कुछ, मौसम का भी मिज़ाज, हमें समझ ही नही आता कि, आखिर कौन सा है ये अंदाज। कभी धूप तो कभी बारिश, ना जाने क्यों... Hindi · मुक्तक 141 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Jul 2024 · 1 min read मुलाकात अब कहाँ वो उमंग कहीं खो गयी, वो तरंग कहीं खो गयी। ढूंढती हूँ वो मेरे, जजबात अब कहाँ। रूठा है मीत मेरा, मुलाक़ात अब कहाँ।। वो उमंग कहीं खो गयी, वो... Hindi · गीत 1 148 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Jul 2024 · 1 min read मन मेरा दर्पण कान्हा ने सिखाया प्रेम हमें मीरा ने सिखाई भक्ति है। हनुमत सी बनी बलशाली मैं, मुझमें दुर्गा की शक्ति है। माँ सरस्वती की कृपा से, मैं सुन्दर भजन सुनाती हूँ।... Hindi · कविता 1 254 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Jul 2024 · 1 min read #प्रेम_वियोग_एकस्वप्न मुझसे दूर जाने का फैसला, तूमने लिया था, हाँ, तुम्हें दिखती हैं मुझमें, हज़ार कमियां, क्योंकि नही हूँ मैं, तुम्हारी तरह समझदार, थोड़ी अल्हड़ हूँ, और थोड़ी झल्ली सी, बहुत... Hindi · मुक्तक 2 2 279 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Jul 2024 · 1 min read प्रार्थना(हनुमान जी) 🚩🙏🏻🚩🙏🏻🚩🙏🏻🚩 रघुनन्दन को अतिशय प्यारे। राम भक्त हनुमान हमारे।। तुम ही व्यथा हमारी जानो। भक्ति भाव सदा पहचानो।। मंगल भवन अमंगल हारी। कष्ट हरें यह सबके भारी।। राम नाम नित... Hindi · दोहा 192 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Jul 2024 · 1 min read नज़र उतार देना मेरी उलझी हुई लटों को हाथों से संवार देना। ना नज़र लगे जमाने की, नज़र उतार देना।। कभी खत्म ना हो जीवन में इतना प्यार देना। ना नज़र लगे जमाने... Hindi · ग़ज़ल 188 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Jul 2024 · 1 min read अश'आर 1-उनके खूबसूरत होठों को छूकर गुनाह किया था। नादान थे, नासमझ थे पर इश्क़ बेपनाह किया था। 2-हमने सुना था कि, इश्क़ रुसवाई देता है। पर हमारा अनुभव ये रहा,... Hindi · शेर 186 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Jul 2024 · 1 min read कलयुगी संसार रह गयी ना अब किसी मन में कोई संवेदना। है कहाँ आसान पढ़ना हृदयतल की वेदना। वेदना संसार में कोई भी पढ़ पाता अगर। ठेस पहुँचाते नही , ना छोड़... Hindi · कविता 134 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Jul 2024 · 1 min read कुछ मासूम स्त्रियाँ! कुछ मासूम स्त्रियाँ! होती है सहनशील, सशक्त और उच्च विचारों वाली, पर अक्सर हो जाती है पराजित, कभी उदास तो कभी हताश, और वजह होती हैं कुछ स्मृतियाँ, जो लाख... Hindi · मुक्तक 191 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Jul 2024 · 1 min read बादल बरस भी जाओ नखरे ना इतने दिखाओ, बादल बरस भी जाओ।।1।। पशु-पक्षी बेहाल हुए हैं। मानव भी बदहाल हुए हैं। पक्षी दर-दर भटक रहा है, नीड़ भी जैसे जाल हुए हैं।। अब तो... Hindi · गीत 210 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Jul 2024 · 1 min read योग मेरे आज्ञाचक्र में निरन्तर घूमने वाली स्मृति में तुम हो। मेरे हाथों की लकीर में, मेरी तक़दीर में, मेरी नियति में तुम हो। मेरे ज्ञान में, मेरे ध्यान में, मेरे... Hindi · मुक्तक 182 Share Page 1 Next