Raj kumar 21 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Raj kumar 19 Mar 2025 · 1 min read सुनीता विलियम्स जी के धरती आगमन पर घनाछरी छंद ========= यदि आप चाहते हैं अपना आदर कराना तो, राज आप पहले खुद भी अच्छा आचरण अपनाइए। यदि आप चाहते हैं की बेटा प्रहलाद बने, तो पहले अपने... Hindi · घनाक्षरी 102 Share Raj kumar 19 Mar 2025 · 1 min read यादें यादें ==== कहाॅं गए वह बाग-बगीचे, कहाॅं गयी है वह क्यारी। कहाॅं गयीं बैठक चौपालें, कहाॅं गयी दुनियाॅं-दारी।। कहाॅं गए वे नाते रिश्ते, जिन पर प्यार लुटाते थे। कहाॅं गए... Hindi · कविता 141 Share Raj kumar 17 Mar 2025 · 1 min read शोक सभा घनाछरी छंद ========= राज आज नगर के एक बड़े मंडप में, देख कर सजावट कुछ भ्रांति मन में पल रही। फूलों की कतारें थीं सुगंध की बहारें थीं, श्वेत श्याम... Hindi · घनाक्षरी 1 2 326 Share Raj kumar 15 Mar 2025 · 1 min read मुक्तक मुक्तक --------- सुहाने दिन अभी आये सुहानी रात बाकी है, तुम्हारा राज पाने को अधूरी बात बाकी है। अपने मन पटल पर कल्पना गढ़ते रहे वर्षों, तुम्हारी रम्य सूरत का... Quote Writer 1 288 Share Raj kumar 14 Mar 2025 · 1 min read होली कुंडलिया ======= होली के जो रंग हैं, वे खुशियों के शैल। हृदय में घुल जात हैं, धोदें मन का मैल। धोदें मन का मैल, करत पुलकित तन मन को। द्वेष... Hindi · कुण्डलिया 1 180 Share Raj kumar 13 Mar 2025 · 1 min read होलिका दहन कुण्डलिया ======== करो अवगुणों का दहन, आज होलिका संग। अंत बुराई का सदा, होता है बे रंग। होता है बे रंग, संग कुछ भी ना जाता। करते जैसे कर्म, वही... Hindi · कुण्डलिया 1 161 Share Raj kumar 12 Mar 2025 · 1 min read बाल कविता होली ===== निकली सब बच्चों की टोली, लगे खेलने मिलकर होली। राजू ने भरकर पिचकारी , गीता के ऊपर दै खोली।। सोनी रंग गुलाबी लायी, पंकज भी पीला भर लाया।... Hindi · बाल कविता 266 Share Raj kumar 10 Mar 2025 · 1 min read सोरठा सोरठा --------- राज सुखी संसार, दुखमें रहे न कोय जन। सबसे करो दुलार, मस्ती में डूबे फिरैं।। ये होली के रंग, भिगो देत सब तन बदन। खेलो सबके संग, मिल-जुल... Quote Writer 323 Share Raj kumar 9 Mar 2025 · 1 min read बेटियाॅं बेटे की चाहत के खातिर, बेटी को क्यों मार रहे। करते कृत्य क्रूर्ता वाला, पाप शीश पर धार रहे।। सृष्टि सृजन बिन युगल अधूरा, इसको भी तो जानो तुम। बेटा... Hindi · कविता 1 2 240 Share Raj kumar 8 Mar 2025 · 1 min read महिला दिवस घनाछरी छंद ========= नारी है विधाता जन्मदाता इस सृष्टि की, वेदों और पुराणों ने महिमा इसकी गायी है। बेटी भगनी भार्या बन सहेजा जिसने रिश्तो को, झेले बहु कष्ट लोक... Hindi · घनाक्षरी 1 3 238 Share Raj kumar 7 Mar 2025 · 1 min read बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के 10 वर्ष पूर्ण होने पर विशेष घनाछरी छंद ========= बेटा और बेटियों में करते जो भेद-भाव दूषित समाज में ऐसे भी कुछ लोग हैं । बेटियों के जन्म में मनाते जो शोक संताप, लेता बेटा जन्म... Hindi · घनाक्षरी 1 2 253 Share Raj kumar 4 Mar 2025 · 1 min read बाल कविता जल संरक्षण =========== राजू क्या करते हो यार, क्यों करते पानी बेकार। तूने क्यों मानी ना बात, जो मम्मी ने समझाई रात।। पानी बिना न होती धान, भैया मेरा कहना... Hindi · कविता · बाल कविता 1 290 Share Raj kumar 3 Mar 2025 · 1 min read दोहा दोहा राज संपदा व्यर्थ वह, जो कुमार्ग रत होय। मेहनत की कौड़ी भली, खर्च करत दु:ख होय।। ईश्वर इतना दीजिए ,तन मन रहे उदार । दान पुण्य करते रहें, सुखी... Quote Writer 1 285 Share Raj kumar 2 Mar 2025 · 1 min read दोहा दोहा साथी से दुश्मन भलौ, खिची रहे तलवार। राज सखा ना वह भलौ, पीठ करत हो वार।। राज सखानी ना भली, बनतइ लेय उधार। गयो अर्थ फिर ना मिले,हंसी करे... Quote Writer 1 298 Share Raj kumar 1 Mar 2025 · 1 min read कुंभ पूर्ण होने पर घनाछरी छंद ============ दिव्यता और भव्यता को देख-देख विश्व जहाॅं, सोच रहा कैसा यहाॅं श्रद्धा का राज है । जात नहीं पात नहीं और कोई बात नहीं, भक्ति भाव से... Hindi · घनाक्षरी 1 380 Share Raj kumar 28 Feb 2025 · 1 min read बाल कविता कौन करता है? ========== कौन बया को ट्यूशन देता, कौन इन्हें सिखलाता है। छोटे-छोटे तिनके बुनकर, सुंदर महल बनाता है।। आसमान में इतने ऊपर, चन्दा को पहुॅंचाता कौन। टिम-टिम करते... Hindi · बाल कविता 2 257 Share Raj kumar 27 Feb 2025 · 1 min read बाल कविता मेरी मम्मी ------------ कितनी प्यारी मेरी मम्मी, मुझे खिलाती सेब मुसम्मी। रोज सुबह जल्दी उठ जाती, बड़े प्यार से मुझे उठाती ।। कहती उठ जा राजा बेटा, देखो तू अब... Hindi · बाल कविता 50 Share Raj kumar 26 Feb 2025 · 1 min read महाशिवरात्रि विशेष शंकर की पूजा करो, शिव ही दिव्य प्रकाश। महाकाल नटराज ही, करते पूरण आश। करते पूरण आश, नाश दुष्टौं का करते । नीलकंठ विश्वेश, कष्ट भक्तों का हरते। कहत राज... Hindi · कुण्डलिया 272 Share Raj kumar 12 Feb 2025 · 1 min read सत्य सनातन धर्म कुंडलिया 1. धर्म सनातन जगत में, रखता है पहचान। जड़ चेतन को पूजते, नारी का सम्मान। नारी का सम्मान, कर्म प्रधान बताते। जो जस करता कर्म, सभी फल वैसा पाते।... Hindi · कुण्डलिया 283 Share Raj kumar 2 Feb 2025 · 1 min read बसंत ऋतु आई है। बसंत ऋतु आई है ============== मदन रूप धारकर, रति का सिंगार कर। पीत वसन धार प्रकृति, करती अगवाई है।। शीत ने समेटे पंख, रवि ने दिया फूक शंख। शीतलता त्याग... Hindi · कविता 4 2 441 Share Raj kumar 2 Feb 2025 · 1 min read गुरु महिमा गुरु महिमा ========== जैसे एक किसान खेत में, अपनी फसल उगाया करता। जैसे चित्रकार चित्रों में, रंग-बिरंगे रंग है भरता।। जैसे एक कुम्हार चाक से, अपने पात्र बनाया करता। जैसे... Hindi · कविता 1 61 Share