सोरठा

सोरठा
———
राज सुखी संसार, दुखमें रहे न कोय जन।
सबसे करो दुलार, मस्ती में डूबे फिरैं।।
ये होली के रंग, भिगो देत सब तन बदन।
खेलो सबके संग, मिल-जुल सबको प्रेम से।।
सोरठा
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राज सुखी संसार, दुखमें रहे न कोय जन।
सबसे करो दुलार, मस्ती में डूबे फिरैं।।
ये होली के रंग, भिगो देत सब तन बदन।
खेलो सबके संग, मिल-जुल सबको प्रेम से।।