अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि Language: Hindi 412 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 12 Oct 2022 · 1 min read अतिवृष्टि बदरी बरसी व्योम से,छेद हुआ आकाश। मही आज जलमग्न है,हुआ प्रलय आभास। हुआ प्रलय आभास,गांव-शहरों में पानी। नहीं जगह बस एक, सभी की यही कहानी।। कहै अटल कविराय,साथ नहिं देती... Hindi · कुण्डलिया 1 148 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 12 Oct 2022 · 1 min read नहीं सपेरों वाला है यह मंच को नमन! जिस पथ पर हैं फूल बिछाए, निश्चित बलिदानी पथ होगा। ध्वजा लिए जो विश्व विजय की, निश्चित भारत का रथ होगा।। ************************ डंका आज बजाते जग में।... Hindi · गीत 1 88 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 12 Oct 2022 · 1 min read करवा चौथ की अग्रिम बधाई व शुभकामनाएं जय मां शारदे! विषय: *सजना है मुझे सजना के लिए* सभी महिलाओं को करवा चौथ की अग्रिम बधाई व अनन्त शुभकामनाएं। ❤️👋🙏🧕💐🌹🥀🌺🌷 छंद:रोला कर सौलह श्रृंगार, सजी सजना की सजनी।... Hindi · कविता 1 121 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 11 Oct 2022 · 1 min read रावण तो हर साल जला पर, क्या रावण मर पाया है । सुप्रभात मित्रो! प्रस्तुत है एक रचना विधा -गीतिका छंद -लावणी #रावण तो हर साल जला पर, क्या रावण मर पाया है # द्वेष-दंभ पाखण्ड छल-कपट, क्या हमने बिसराया है। गलती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 187 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 10 Oct 2022 · 1 min read शरद पूर्णिमा शरद पूर्णिमा की निशा,महारास आनंद। धवल चांद की चांदनी,बिखरी है स्वच्छंद।। शरद पूर्णिमा की निशा,महारास आनंद। गल-बाहें पा कृष्ण की, कटे सभी के फंद।। देखि गोपियों की दशा, नाचे खग-डग... Hindi 1 94 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 16 Sep 2022 · 1 min read हमारा मान है हिंदी मंच को नमन! हमारा मान है हिंदी हमारी शान है हिंदी। बसी हर स्वांस में हरपल हमारा प्रान है हिंदी। ।(1) बिना इसके अधूरी है ग़ज़ल गीतों की हर माला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 131 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 14 Sep 2022 · 1 min read सजी भाल पर जैसे बिन्दी "हिन्दी है स्वाभिमान", काव्य सलिला,दिनांक-१४-९-२०२२,बुधवार, जय मां शारदे! सभी हिंदी प्रेमियों को हिंदी दिवस की हार्दिक बधाई व अनंत शुभकामनाएं। हिंद देश की भाषा प्यारी। सारे जग में हिंदी न्यारी।... Hindi · कविता 1 206 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 12 Sep 2022 · 1 min read पढूॅ नव कोई मधुरिम छंद 12/9/22 12/9/22 श्रंगार छंद -16 मात्रा, सममात्रिक आदि -त्रिकल अंत- त्रिकल ,गाल बढे नित मेरे हिय की पीर। हुआ मन मेरा बहुत अधीर।। करो भगवन ऐसा उपचार। घटे मेरे मन का... Hindi · कविता 1 309 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 6 Sep 2022 · 2 min read महक तुमने क्या किया मित्रों नमस्कार! संप्रेषित है एक लघु कथा शीर्षक: महक राजू बहुत खुश था आज।खुश हो भी क्यों न,आज उसे अपने बड़े भाई की ससुराल जो जाना था। उसने बाल बगैरह... Hindi · लघु कथा 1 115 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 3 Sep 2022 · 1 min read गोकुल के स्वामी मंच को नमन! मंच को नमन! हम सबके प्यारे हैं गोकुल के स्वामी, जग के रखवारे हैं ।(1) जीवन का रिस्क लिया इस जग की खातिर, काली को नाथ दिया।... Hindi · कविता 1 116 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 28 Aug 2022 · 1 min read देखें एक कुंडलियाँ छंद देखें एक कुंडलियाँ छंद ****************** पप्पू भैय्या ने दिया ,फिर से वही बयान। जिस पर यु एन में गया,ढोंगी पाकिस्तान ।। ढोंगी पाकिस्तान ,दे रहा हमको धमकी। परमाणु इही देश,दे... Hindi · कुण्डलिया 1 231 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 26 Aug 2022 · 2 min read महक तुमने क्या किया मित्रों नमस्कार! संप्रेषित है एक लघु कथा शीर्षक: महक राजू बहुत खुश था आज।खुश हो भी क्यों न,आज उसे अपने बड़े भाई की ससुराल जो जाना था। उसने बाल बगैरह... Hindi · लघु कथा 1 122 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 20 Aug 2022 · 1 min read जिंदगी में जो मिला सब खास 20/8/2022 आधार छन्द- मनोरम गाल(मापनी युक्त मात्रिक) 17 मात्रा मापनी- गालगागा गालगागा गाल समान्त- आस अपदान्त ******************************************** गीतिका जिंदगी में जो मिला सब खास। हर घड़ी ही हो रहा आभास।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 248 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 15 Aug 2022 · 1 min read तीन रंग का ये तिरंगा छंद-गीतिका तीन रंग का ये तिरंगा ही हमारी शान है। इस तिरंगे की जगत में भी अलग पहचान है। झुक न पाया ये कभी भी दुश्मनों और के बीच में,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 286 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 14 Aug 2022 · 1 min read तिरंगा #तिरंगा # भारत की है शान तिरंगा। मेरा तेरा मान तिरंगा। । ################# इस झंडे की अलग कहानी। दुश्मन सम्मुख भरते पानी।। विश्व विजयी यह कहलाता है। ध्वजा बने तब... Hindi · गीत 1 170 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 13 Aug 2022 · 1 min read भव सागर से पार, मुझे माता करना शनिवार, 13-08-2022 आधार छंद- मंगलमाया (मापनीमुक्त मात्रिक) विधान- 22 मात्रा, 11-11 पर यति, गाल-यति-लगा समान्त- अना, अपदान्त। विधा - गीतिका मातु शारदे आज, सरस झोली भरना। सिरजन में हो सार,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 217 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 13 Aug 2022 · 1 min read आस्मां में उड़े तिरंगा है छंद-पारिजात 2122 1212 22 मेरे भारत का ऐसा रुतबा है। आस्मां मे उड़े तिरंगा है।।(1) दुश्मनों को चटाता धूल सदा, शूरवीरों को पथ दिखाता है। (2) कहते थे वो सपेरों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 100 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 12 Aug 2022 · 1 min read रक्षा-बंधन रोला छंद ===================== भैया सम्मुख देखि,बहुत इठलाती बहना। खुशियों से वह झूम, अश्रु भर लाती नैना। । राखी बांधे हाथ, तिलक माथे पर चंदन। पावन बहुत पुनीत, पर्व है रक्षाबंधन।।... Hindi · कविता 1 151 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 12 Aug 2022 · 1 min read रक्षा-बंधन 7/9/22 प्रयोग पूर्ति:- राधा/ राधिका बरसाना/वृन्दावन भक्ति /प्रेम /प्रीति #राधिका# ******** राधा के सॅग खेलते, कान्हा बहु-विधि खेल। कृष्ण-राधिका प्रेम का,नहीं जगत में मेल।। #वृंदावन # ********* मनमोहक मनहर अतुल,... Hindi · दोहा 1 139 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 10 Aug 2022 · 1 min read छल दंभ द्वेष 16+10 विष्णुपद छंद दुनिया का दुनियावी ड्रामा, मुझे नहीं भाया। छल दंभ द्वेष पाखंड दिखावा, मुझे नहीं भाया। कहने को तो कभी- कभी मैं, भी माडर्न बना, लेकिन दुनिया का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 164 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 26 Jul 2022 · 1 min read प्रश्न पूछता है यह बच्चा मंच को नमन! 26/7/22 मैंने कैसा कर्म किया है। जो यह मुझको कष्ट दिया है।। मन का निर्मल सीधा सच्चा। प्रश्न पूछता है यह बच्चा।। बतलाओ तुम गलती मेरी। क्यों... Hindi · कविता 3 1 341 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 25 Jul 2022 · 1 min read गीत गजलों की महफ़िल सजा दीजिए गीत गजलों की' महफ़िल सजा दीजिए। छंद कोई अनोखा सुना दीजिए।। (1) आज महफ़िल रंगी काव्य के रंग में, आप भी रंग अपना दिखा दीजिए ।(2) सख्त बंजर जमीं है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 241 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 23 Jul 2022 · 1 min read अटल रहा भरमाय सुप्रभात मित्रो! आज काव्य मंचों पर क्या हो रहा है! पढिए और चिंतन कीजिए। छंद-दोहा , रस-व्यंग, विधा-पद के माध्यम से। होड़ लगी सम्मान की, कैसे भी मिल जाय। चापलूस... Hindi · कविता 1 158 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 17 Jul 2022 · 1 min read जन जीवन बेहाल मंच को नमन! गर्मी से तपती धरा, जन जीवन बेहाल। तापमान असहज हुआ, रवि की टेढी चाल।। रवि की ढेढी चाल,करे तांडव अब दिनभर। ज्यों-ज्यों बढता दिवस,बढ़ाते तेवर दिनकर।। कहै... Hindi · कुण्डलिया 1 160 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 17 Jul 2022 · 1 min read बबलू डबलू आओ प्यारे बाल-गीत बबलू डबलू आओ प्यारे। दादुर भैया हमें पुकारे। । ******************* कोयल मीठा गान सुनाती। कूक -कूक कर हमें बुलाती। मीठे- मीठे बोल उचारे। बबलू डबलू आओ प्यारे ।। ********************... Hindi · गीत 1 280 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 17 Jul 2022 · 1 min read बागों में झूले पड़े बागों में झूले पड़े ,रिम झिम गिरे फुहार। मिल जुल सब आयीं सखी, कर सौलह श्रृंगार। । ****************************** बादल से बदरी मिली, बुझा रही निज प्यास। गौरी के मन में... Hindi · गीत 1 181 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 15 Jul 2022 · 1 min read आषाढी सावन आषाढी सावन हुआ, बर्षा का है लोप। गर्मी से बेचैन सब,सूखे का है कोप। सूखे का है कोप, ग्रसित सब थलचर नभचर। सूखे सारे पात, हुए तरुवर सब पतझर। दिखता... Hindi · कुण्डलिया 1 220 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 3 Jul 2022 · 1 min read पद्धरि छंद छन्द *पद्धरि* पर आधारित मात्रा 16 प्रारम्भ गुरु से अन्त -भान(121) हे कमल नयन सुन ले पुकार । मैं विनती करता बार -बार। १। है झूठ फला जग में अपार।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका 1 195 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 24 Jun 2022 · 1 min read गोपी छंद "सकल जीवन को रस से भर" 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳 शुक्र/शनि(२४/२५जून२०२२) *********************** 【छंद-गोपी】 परिचय-सम मात्रिक छंद, मात्रा-१५,चरण-४, चारणारंभ-त्रिकल,चरणान्त-गुरु ************************ छंद यह गोपी है अनुपम। गेयता में लय है उत्तम।। मधुर वाणी में हर फन से। सभी गायें अपने मन... Hindi · कविता 1 149 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 23 Jun 2022 · 1 min read कोयल हुई उदास मंच को नमन! आज सुबह हमारे घर के सामने पार्क में कोकिला क्या कह रही थी सुनिए! पतझर तरु को देखकर,कोयल हुई उदास। मीठी वाणी में करे, वो घन से... Hindi · कुण्डलिया 1 259 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 19 Jun 2022 · 1 min read आज पिता की बारी है पितृदिवस की सभी पिताओं को हार्दिक बधाई व अनंत शुभकामनाएं 💐🌹❤️ लिखा बहुत कुछ मां के ऊपर,आज पिता की भी बारी है। कहीं नहीं कम कर्ज पिता का,चाहे अव्वल महतारी... Hindi · गीत 3 1 192 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 19 Jun 2022 · 1 min read कौन बड़ा चमचा है गीतिका समारोह - 364 शनिवार, दिनांक - 18/06/2022 आधार छंद -लावणी चौ+मा16+14 समांत -आते पदांत -हो ------------------------------------------ अग्निपथ योजना के विरोध में की जा रही हिंसा व एक राजनैतिक पार्टी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 227 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 18 Jun 2022 · 1 min read आग लगाकर हाथ सेंकते,उन लोगों से दूर रहो कविता लोक गीतिका समारोह- 364, दिनांक-१८/६/२०२२ आधार- लावणी(चौपाई+मानव छन्द) मापनीमुक्त मात्रिक विधान -30 मात्रा ,16 ,14 पर यति ,अंत में वाचिक गा समान्त-ओं, पदान्त-से दूर रहो ,================================== आग लगाकर हाथ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 308 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 18 Jun 2022 · 1 min read देश भरा है जयचंदो से कर्मयोग करते जो मन से,कंचन बन जाते हैं तपकर। कंटक हों राहों में कितने, करें सामना वो नित डटकर।।१ सीमाओं की करें सुरक्षा,जान छिड़कते हैं पल -पल वो, अमर स्वत:... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 125 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 16 Jun 2022 · 1 min read कमलनयन सबके सखा सुप्रभात संग कुछ दोहे संप्रेषित है 🙏 जय श्री कृष्णा! कमलनयन सबके सखा, हैं सबके ही मीत। शंख चक्र ले हाथ में, करते सबसे प्रीत।।(१) मोर मुकुट है शीश पर,... Hindi · दोहा 1 307 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 14 Jun 2022 · 1 min read "रवि ताप बढ़ा ऐसा "माहिया छंद सुप्रभात मित्रो! मंच को नमन! संप्रेषित हैं कुछ माहिया छंद सूर्य नारायण के बढ़ते हुए ताप के संदर्भ में 🙏💐🙏 रवि ताप बढ़ा ऐसा। जीवन त्रस्त हुआ, सब कुछ झुलसा... Hindi · कविता 1 160 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 14 Jun 2022 · 1 min read बादल को पाती लिखी मंच को नमन ! गर्मी से तपती धरा, जन जीवन बेहाल। तापमान असहज हुआ, रवि की टेढी चाल।। रवि की ढेढी चाल,करे तांडव अब दिनभर। ज्यों-ज्यों बढता दिवस,बढ़ाते तेवर दिनकर।।... Hindi · कुण्डलिया 2 332 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 7 Jun 2022 · 1 min read राधा रानी नमन मुक्तक लोक प्रदत्त शब्द लोक समारोह-417 मंगलवार, 7/06/ 2022 प्रदत्त विषय शब्द- राधा- राधिका, राधे, कृष्णप्यारी, कृष्णप्रिया, हरिप्रिया, बृजरानी, वृषभानुजा, वृषभानुदुलारी समारोह अध्यक्ष – आदरणीया सुश्री ब्रह्माणी वीणा हिन्दी... Hindi · दोहा 1 490 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 5 Jun 2022 · 1 min read विश्व पर्यावरण दिवस ५जून नमन सजल नागरी मंच 🙏 रविवार ५ जून २०२२ 🙏💐🙏 🌳विश्व पर्यावरण दिवस🌲 पर सभी को शुभमंगलकामनाएं💐 विश्व दिवस पर्यावरण, करें एक संकल्प। पौधारोपण अब करें,कर्म करें यह अल्प।।(१) वृक्ष... Hindi · दोहा 3 349 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 3 Jun 2022 · 1 min read यमुना तट का दृश्य विजात छंद ३ जून२०२२ शुक्रवार मात्रा बाँट- १२२२ १२२२ यमुना तट का दृश्य ❤️💐🌹🙏 (जब कृष्ण , ग्वालों सहित गायें चराकर यमुना तट पर संध्या में लौटते हैं।) ************** मिलन की आस... Hindi · कविता 1 187 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 1 Jun 2022 · 1 min read यमुना तट का दृश्य देखें कुछ छंद यह उस समय का दृश्य जब कान्हा ,दाऊ व ग्वालबाल संग संध्या को गऊएं चराने के बाद यमुना तट पर पहुंचते हैं🙏💐🙏 रोला छंद आधारित तज दी... Hindi · कविता 1 128 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 26 May 2022 · 1 min read सगे जो हैं सगों ने ही सताया है सिंधु छंद १२२२ १२२२ १२२२ समय की चाल ने हर पल चलाया है। सगे जो हैं सगों ने ही सताया है।। समय की क्रूरतम घातक हवाओं ने, तृणों की भांति... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 131 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 26 May 2022 · 1 min read उलझता ही रहा हूं मैं १२२२ १२२२ १२२२ १२२२ समय के ताप में तपकर,निखरता ही रहा हूं मैं।। भले कंटक मिले मुझको,संभलता ही रहा हूं मैं।। कभी मैंने नहीं सोचा, कहां से पाउॅगा राहें, डगर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 199 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 15 May 2022 · 1 min read याद बहुत आता वो बचपन याद बहुत आता वो बचपन। अल्हड़पन से युक्त लड़कपन।। 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 मां से कहना चांद दिला दो। अम्मा मुझको स्वयं खिला दो। रो-रोकर जिद को मनवाना। मां का हमको अंक लगाना।।... Hindi · गीत 1 164 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 14 May 2022 · 1 min read चित्रांश रजनीश राज बृजवासी जी के व्यक्तित्व व कृतित्व पर परम श्रृद्धेय चित्रांश रजनीश राज बृजवासी जी को समर्पित कुछ दोहे 🙏❤️🙏❤️🙏❤️🙏❤️🙏❤️🙏❤️ 🙏💐🙏💐🙏💐🙏💐🌹🙏🌹🙏 काव्य-पुरुष श्री राज को, करता अटल प्रणाम। आप काव्य रचते रहो, हो सेवा निष्काम।।(१) बृजवासी हैं जन्म... Hindi · दोहा 1 245 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 10 May 2022 · 1 min read आग जो लग रही है बुझाओ इसे स्रिवणी छंद विधा-गीतिका मापनी२१२ २१२ २१२ २१२ वर्तमान परिप्रेक्ष्य में देखें 🙏💐🙏 आग जो लग रही है बुझाओ इसे। देश पीछे हुआ जो बढाओ इसे।।(१) वक्त गुजरा बहुत आपसी रंज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 135 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 9 May 2022 · 1 min read महाराणा प्रताप जयंती पर समर्पित महाराणा प्रताप जयंती पर समर्पित 🙏 वीर छंद 🌹 झट से बेसुध हुए सिपाही,राणा को जब देखा पास। सम्मुख पाकर हुए बावरे, आंखों पर नहिं हो विश्वास।।(१) एक हाथ में... Hindi · कविता 1 123 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 8 May 2022 · 1 min read मालती वर्णिक छंद ६वर्ण लगाल लगाल १२१ १२१ वर्णिक मालती छंद ६वर्ण १२१ १२१ लगाल लगाल भजो हरि नाम, करें सब काम। यही सत धर्म, मिटें सब मर्म।(१) लगा कर ध्यान, करो हरि गान। मिटें सब कष्ट, सधें... Hindi · कविता 1 110 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 7 May 2022 · 1 min read राम राम सबको करूं राम-राम सबको करूॅ, शुभ प्रभात के संग। चिंताओं को दूर रख, मन को रखिए चंग।।(१) करिए कुछ नव सर्जना,लेकर सुंदर भाव। मन को आनंदित करें,मिटते सभी दुराव।।(२) पट पर आज... Hindi · दोहा 1 99 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 28 Apr 2022 · 1 min read घनाक्षरी "सूर्यदेव अब जरा ➖➖➖🌺🌹🌺➖➖➖ तापमान बढ रहा, कीर्ति मान गढ रहा, सूर्य देव अब जरा,आप रुक जाइए। घाम से बेहाल हुए,प्यास से निढाल हुए, जन सभी हुए दुखी,और न सताइए। बह रहा स्वेद... Hindi · कविता 1 89 Share Previous Page 2 Next