गोकुल के स्वामी
मंच को नमन!
मंच को नमन!
हम सबके प्यारे हैं
गोकुल के स्वामी,
जग के रखवारे हैं ।(1)
जीवन का रिस्क लिया
इस जग की खातिर,
काली को नाथ दिया। (2)
ग्वालों के वो मोहन
वंशी की धुन से
वश में कर लेते मन।(3)
अटल मुरादाबादी
मंच को नमन!
मंच को नमन!
हम सबके प्यारे हैं
गोकुल के स्वामी,
जग के रखवारे हैं ।(1)
जीवन का रिस्क लिया
इस जग की खातिर,
काली को नाथ दिया। (2)
ग्वालों के वो मोहन
वंशी की धुन से
वश में कर लेते मन।(3)
अटल मुरादाबादी