Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 May 2024 · 1 min read

मैं तुझे खुदा कर दूं।

समझाया बहुत है मैंने अपने दिल को,
तेरी यादों को कैसे खुद से जुदा कर दूं।

हर लम्हे में मेरे तू शामिल है कुछ यूं,
मेरे वश में हो तो मैं तुझे खुदा कर दूं ।

चाहे तो ले ले तु इंतहान मेरे इश्क की,
तू कहे तो हर शाम को मैं सहर कर दूं।

रोके से कहां रुकती है लहर इश्क की,
तू दे साथ तो मैं फर्श को भी अर्श कर दूं।

सीने में तूफां और आंखों में दरिया है,
मैं अपने पर आऊं तो झील को समंदर कर दूं।

जमाने को छोड़ जो तेरे पहलू में आई हूं,
तू कहे तो मैं जमाने का रुख मोड़ दूं।

वैसे तो अब तक कोई किस्सा नहीं हमारा,
तू कहे तो मैं इस पर मैं पूरी ग्रंथ लिख दूं।

लक्ष्मी वर्मा ‘प्रतीक्षा’
खरियार रोड उड़ीसा

Language: Hindi
1 Like · 20 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
गजब हुआ जो बाम पर,
गजब हुआ जो बाम पर,
sushil sarna
Keep on trying
Keep on trying
Sridevi Sridhar
तुम जिसे झूठ मेरा कहते हो
तुम जिसे झूठ मेरा कहते हो
Shweta Soni
न बीत गई ना बात गई
न बीत गई ना बात गई
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
रामायण से सीखिए,
रामायण से सीखिए,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
"दास्तान"
Dr. Kishan tandon kranti
कीलों की क्या औकात ?
कीलों की क्या औकात ?
Anand Sharma
*आई बारिश घिर उठी ,नभ मे जैसे शाम* ( *कुंडलिया* )
*आई बारिश घिर उठी ,नभ मे जैसे शाम* ( *कुंडलिया* )
Ravi Prakash
मार्तंड वर्मा का इतिहास
मार्तंड वर्मा का इतिहास
Ajay Shekhavat
जो न कभी करते हैं क्रंदन, भले भोगते भोग
जो न कभी करते हैं क्रंदन, भले भोगते भोग
महेश चन्द्र त्रिपाठी
एक आज़ाद परिंदा
एक आज़ाद परिंदा
Shekhar Chandra Mitra
221/2121/1221/212
221/2121/1221/212
सत्य कुमार प्रेमी
मुझे आरज़ू नहीं मशहूर होने की
मुझे आरज़ू नहीं मशहूर होने की
Indu Singh
इश्क का तोता
इश्क का तोता
Neelam Sharma
विश्व भर में अम्बेडकर जयंती मनाई गयी।
विश्व भर में अम्बेडकर जयंती मनाई गयी।
शेखर सिंह
भूमि दिवस
भूमि दिवस
SATPAL CHAUHAN
नेता
नेता
Punam Pande
*औपचारिकता*
*औपचारिकता*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
माया मोह के दलदल से
माया मोह के दलदल से
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
लोग दुर चले जाते पर,
लोग दुर चले जाते पर,
Radha jha
#लिख_के_रख_लो।
#लिख_के_रख_लो।
*Author प्रणय प्रभात*
किसी ने अपनी पत्नी को पढ़ाया और पत्नी ने पढ़ लिखकर उसके साथ धो
किसी ने अपनी पत्नी को पढ़ाया और पत्नी ने पढ़ लिखकर उसके साथ धो
ruby kumari
खुद के होते हुए भी
खुद के होते हुए भी
Dr fauzia Naseem shad
Apne yeh toh suna hi hoga ki hame bado ki respect karni chah
Apne yeh toh suna hi hoga ki hame bado ki respect karni chah
Divija Hitkari
डाल-डाल तुम हो कर आओ
डाल-डाल तुम हो कर आओ
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
23/126.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/126.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जब कभी  मिलने आओगे
जब कभी मिलने आओगे
Dr Manju Saini
मुर्दे भी मोहित हुए
मुर्दे भी मोहित हुए
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
जब जलियांवाला काण्ड हुआ
जब जलियांवाला काण्ड हुआ
Satish Srijan
Loading...