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16 Sep 2022 · 1 min read

हमारा मान है हिंदी

मंच को नमन!

हमारा मान है हिंदी हमारी शान है हिंदी।
बसी हर स्वांस में हरपल हमारा प्रान है हिंदी। ।(1)

बिना इसके अधूरी है ग़ज़ल गीतों की हर माला
किया हासिल मुकामों को चढी सौपान है हिंदी। (2)

नहीं मतभेद है इसका किसी भाषा से दुनिया की,
समा लेती है शब्दों को बहुत अनजान है हिंदी।(3)

हुई समृद्ध दिन पर दिन चली है चाल अपनी ही,
अतुल भंडार है इसका बहुत धनवान है हिंदी।(4)

कई बोली समाहित हैं दुलारे अंक में सबको
सुगढ़ सुंदर सुरीली है बहुत आसान है हिंदी। (5)

बनी जब राजभाषा तो हुआ था फक्र मुझको भी
सजी बैठी वो दफ्तर में बनी पहचान है हिंदी। (6)

अटल को कर रही आहत यही तो बात भारत की
बनी ना राष्ट्र भाषा पर बहुत वीरान है हिंदी। (7)

अटल मुरादाबादी
9650291108

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