Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Sep 2022 · 1 min read

सजी भाल पर जैसे बिन्दी

“हिन्दी है स्वाभिमान”,
काव्य सलिला,दिनांक-१४-९-२०२२,बुधवार,
जय मां शारदे!
सभी हिंदी प्रेमियों को हिंदी दिवस की हार्दिक बधाई व अनंत शुभकामनाएं।

हिंद देश की भाषा प्यारी।
सारे जग में हिंदी न्यारी। ।
वर्ण-वर्ण इसका अनुपम है।
भाषाओं का यह उद्गम है।।

ब्रजभाषा हो या हो अवधी।
हो भोजपुरी या बुंदेली ।।
बोलचाल में बहुभाषी है।
लेकिन सबकी अधिशासी है।।

अतुलित इसका भंडारण है।
सरल सुगम सा उच्चारण है।।
सबका ही मन हर लेती है।
वश में अपने कर लेती है।।

कहीं खड़ी है कही नर्म है।
अभिव्यक्ति ही सतत धर्म है।।
भेदभाव से सदा परे है।
सबके मन की बात कहे है।।

हम सब की ही प्यारी हिंदी ।
सजी भाल पर जैसे बिन्दी। ।
आओ यह संकल्प करें अब।
अपनाएं हम इसको ही सब। ।

अटल मुरादाबादी

Language: Hindi
1 Like · 206 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
योग का एक विधान
योग का एक विधान
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
हां मैं दोगला...!
हां मैं दोगला...!
भवेश
*शिक्षक*
*शिक्षक*
Dushyant Kumar
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
दिखा तू अपना जलवा
दिखा तू अपना जलवा
gurudeenverma198
जो दिखता है नहीं सच वो हटा परदा ज़रा देखो
जो दिखता है नहीं सच वो हटा परदा ज़रा देखो
आर.एस. 'प्रीतम'
आज के बच्चों की बदलती दुनिया
आज के बच्चों की बदलती दुनिया
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
दृढ़ निश्चय
दृढ़ निश्चय
RAKESH RAKESH
हिटलर ने भी माना सुभाष को महान
हिटलर ने भी माना सुभाष को महान
कवि रमेशराज
वो सुहाने दिन
वो सुहाने दिन
Aman Sinha
विलीन
विलीन
sushil sarna
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जिस काम से आत्मा की तुष्टी होती है,
जिस काम से आत्मा की तुष्टी होती है,
Neelam Sharma
नदिया साफ करेंगे (बाल कविता)
नदिया साफ करेंगे (बाल कविता)
Ravi Prakash
"दीप जले"
Shashi kala vyas
वर्तमान समय मे धार्मिक पाखण्ड ने भारतीय समाज को पूरी तरह दोह
वर्तमान समय मे धार्मिक पाखण्ड ने भारतीय समाज को पूरी तरह दोह
शेखर सिंह
बलिदान
बलिदान
लक्ष्मी सिंह
शमा से...!!!
शमा से...!!!
Kanchan Khanna
ज़िन्दगी
ज़िन्दगी
Santosh Shrivastava
प्रकृति
प्रकृति
नवीन जोशी 'नवल'
#गीत-
#गीत-
*प्रणय प्रभात*
"माँ की छवि"
Ekta chitrangini
क़त्ल काफ़ी हैं यूँ तो सर उसके
क़त्ल काफ़ी हैं यूँ तो सर उसके
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
नमन माँ गंग !पावन
नमन माँ गंग !पावन
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
रास्तो के पार जाना है
रास्तो के पार जाना है
Vaishaligoel
दिल के अहसास बया होते है अगर
दिल के अहसास बया होते है अगर
Swami Ganganiya
ଭୋକର ଭୂଗୋଳ
ଭୋକର ଭୂଗୋଳ
Bidyadhar Mantry
तुझे भूले कैसे।
तुझे भूले कैसे।
Taj Mohammad
फागुन (मतगयंद सवैया छंद)
फागुन (मतगयंद सवैया छंद)
संजीव शुक्ल 'सचिन'
"पहचान"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...