रक्षा-बंधन
रोला छंद
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भैया सम्मुख देखि,बहुत इठलाती बहना।
खुशियों से वह झूम, अश्रु भर लाती नैना। ।
राखी बांधे हाथ, तिलक माथे पर चंदन।
पावन बहुत पुनीत, पर्व है रक्षाबंधन।।
अटल मुरादाबादी
रोला छंद
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भैया सम्मुख देखि,बहुत इठलाती बहना।
खुशियों से वह झूम, अश्रु भर लाती नैना। ।
राखी बांधे हाथ, तिलक माथे पर चंदन।
पावन बहुत पुनीत, पर्व है रक्षाबंधन।।
अटल मुरादाबादी