jyoti jwala 635 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 13 jyoti jwala 21 Jun 2018 · 1 min read "सावन के आते ही" "वन उपवन में खुशहाली, खेतों में है हरियाली, हर गीत थिरकते हैं, हर याद उमड़ती है, रिमझिम बूँदें जब आकर ,मौसम के रंग दिखाती, सावन के आते ही, कलियां मुस्काती... Hindi · गीत 300 Share jyoti jwala 18 Jun 2018 · 1 min read "इलेक्शन आते ही" "नेता जी पहुँचते द्वार, इलेक्शन आते ही, जागती है सोयी सरकार, इलेक्शन आते ही, मंदिर,मस्जिद का निर्माण, हर समस्या का समाधान, फ़सलों के मिलेंगे दाम, देते भाषण बिना विराम, बदल... Hindi · कविता 246 Share jyoti jwala 17 Jun 2018 · 1 min read कविता "आधुनिक युग में परिवर्तनों का राज है, खंडित भारत पर हो रहा नाज़ है, दवाइयों से महँगे इस देश में भभूत हैं, युवा पीढ़ी ज़्यादातर नशे में ही धुत्त है,... Hindi · कविता 260 Share jyoti jwala 16 Jun 2018 · 1 min read "अंजाम बाकी है" "अभी तो चलना शुरू किए हम, अभी मकाम बाकी है , जिगर में हौसला है मेरे , हमारी जान बाकी है, जमीं को छुआ है हमने, अभी आसमान बाकी है,... Hindi · कविता 1 1 276 Share jyoti jwala 16 Jun 2018 · 1 min read "रचना मेरी बोलेगी" "कुछ कहते हैं जब लोग मुझे, हम अक्सर चुप हो जाते हैं , देखा है तूफ़ानों में,जो पेड़ झुक जाते हैं, तभी सुरक्षित रहते, वरना टूट ही जाते हैं वक़्त... Hindi · कविता 549 Share jyoti jwala 16 Jun 2018 · 2 min read "विकास चाहिए " "जिस घर में मुमकिन न थी चिरागों की रोशनी, उनको आँगन में अपने प्रकाश चाहिए, हम सब्र से हैं ताक में सुधरते हालात के, जिसने बिगाड़ा उसे तात्कालिक विकास चाहिए,... Hindi · कविता 1 1 300 Share jyoti jwala 15 Jun 2018 · 2 min read "रिवाज़ बदलते देखा है" "वक़्त बदलते देखा,तख़्तों-ताज बदलते देखा है, सियासत की गद्दी पर शाहों के राज बदलते देखा है, हर मुल्क में जनता की आवाज़ बदलते देखा है, अंजाम से नाख़ुश थे उनको... Hindi · कविता 1 270 Share jyoti jwala 15 Jun 2018 · 1 min read "संग लाना" "ख्वाबों-सी सजी खुशियों की डोली लाना, प्रेम की बगिया-सी खुशबू भरी बोली लाना, आना जब भी प्रिये, मेरे घर की दहलीज पर, मोहब्बत भरी अपनों की टोली लाना, विदाई का... Hindi · मुक्तक 385 Share jyoti jwala 15 Jun 2018 · 1 min read "बुलंद हौसले" "मेरी जीवनशैली पर प्रश्नचिन्ह, जब किसी ने लगाया, सही क्या गलत क्या हमें समझाया, क़द बढ़ता हुआ-सा नज़र अपना आया , किसी ने सच ही कहा है हमें याद है... Hindi · कविता 952 Share jyoti jwala 14 Jun 2018 · 2 min read "हमारा वक़्त आया" "जग ने औरत को बातों में खूब उलझाया, बखाने हुस्न के लफज़ो में बरसों बहलाया, ना हक दिया, ना आजादी कोई , बस गृहस्वामिनी कहके बुलाया, छूती रही पाँव परमेश्वर... Hindi · कविता 322 Share jyoti jwala 11 Jun 2018 · 1 min read "होना ज़रूरी है " "होली में रंगो का, राजनीति में दंगों को,भाषण में वादों का, थोड़े विवादों का होना ज़रूरी है, सत्ता में जुगाड़ का, दिल्ली में तिहाड़ का ,विपक्ष में दहाड़ का,होना ज़रूरी... Hindi · कविता 235 Share jyoti jwala 11 Jun 2018 · 1 min read "गुस्ताख़ हो गये " "खामोश है शहर मुझे आरज़ू है गुफ़्तगू की, गुम से है सभी कोई कुछ बोलता नही, उमरे दराज़ है चार दिन के बस, उल्फते गम की ज़ंजीर कोई तोड़ता नही,... Hindi · कविता 351 Share jyoti jwala 11 Jun 2018 · 1 min read "अरमान " "आज अपने प्यार को एक नाम देते हैं, अधूरी मोहब्बत को इक अंजाम देते हैं, ये बदलते मौसम न बदल दें दिल की नीयत, धड़कते अरमानों को जरा आराम देते... Hindi · कविता 1 483 Share jyoti jwala 9 Jun 2018 · 1 min read "अभिलाषा" "दिल की धड़कन कहती है,तुम मेरी अभिलाषा हो, स्वर की जो मोहताज नहीं,नयनों की वो भाषा हो, अनुकृति नहीं जिसकी,तुम वो सुन्दर रचना हो, मन में बसी सुखी-स्वप्न सी, भावुक... Hindi · कविता 286 Share jyoti jwala 8 Jun 2018 · 1 min read "आईंना " "रब की इनायत हुई हम ऐसा आइना बना दिए, लोग चेहरा दिखाते थे हम नीयत दिखा दिए, शर्मसार होकर खड़े बुत से रहे, चेहरा देख आईंने में जिनको गुरूर था,... Hindi · कविता 561 Share jyoti jwala 4 Jun 2018 · 1 min read "माँ " "बीती उम्र की किताबों से,यादों के पन्ने खोलूंगी, बचपन की मीठी यादों के रस,कविता में घोलूँगी, बचपन में रातों को जब नींद नहीं आया करती थी, थपकी दे देकर माँ... Hindi · कविता 352 Share jyoti jwala 1 Jun 2018 · 1 min read "दिल ढूंढ रहा है " "अलमस्त हवा के झोंकों में लहराती फसलों को, फूलों पर मंडराते आवारा भौंरों को, सतरंगी तितली जो बेपरवाह उड़े, तालों में कलियों के साथ खिले पंकज को, दिल ढूंढ रहा... Hindi · कविता 411 Share jyoti jwala 1 Jun 2018 · 1 min read "कई बार हुआ है " "कई बार हुआ है ऐसा भी लब चुप थे आँखें बोल गईं, जख्म छुपाए थे गहरे वो राज दिलों के खोल गईं, कई बार हुआ है ऐसा भी जिन्हें चाहो... Hindi · कविता 257 Share jyoti jwala 31 May 2018 · 1 min read " समझना होगा " "मंदिर, मस्जिद,चर्च,गुरुद्वारे में जिसको ढूंढ रहे, हैं, अल्लाह,ईश्वर,प्रभु,गुरु सब दिल में है हम भूल रहे हैं, कस्तूरी पाने को मृग जैसे वन-वन विचरण करता है, मानव भी अज्ञानता वश ,प्रभु... Hindi · कविता 478 Share jyoti jwala 30 May 2018 · 1 min read ' इश्क़ ' "मोहब्बत में कई आशिक हुए नाकाम बैठे हैं, तड़पती याद में उनके, लिए पैगाम बैठे हैं, डगर ये प्रेम की आसां नही,मुश्किल सफर होता, लौट महबूब की गलियों से खाली... Hindi · कविता 1 1 515 Share jyoti jwala 30 May 2018 · 1 min read "आबादी की आंधी " "आबादी का दोष कहें,या दोष है ये उन कर्मों का, अपनों को हमने बाट दिया बाजार लगाकर धर्मों का, निज धर्मों के विस्तार की आंधी में राष्ट्रहित पीछे छुटा, नफ़रत... Hindi · कविता 581 Share jyoti jwala 28 May 2018 · 1 min read "सब बिकते देखा हमने " "कुछ रंग बिरंगे टुकड़ों में लोगों के ईमान बिके, आन बिके,सम्मान बिके,कलम बिकी स्वाभिमान बिके, मुहँ खोला सच कहने को तब दीवारों के कान बिके, नग्न घूमने को हैं कुछ... Hindi · कविता 473 Share jyoti jwala 28 May 2018 · 2 min read कविता "नफ़रत की आग लगा बैठे हैं ,कश्मीर की वादी से, घर उसका ही जल जाएगा, कह दो ये बात जिहादी से, दहशतगर्दी नही चलेगी काश्मीर की घाटी में, कसम है... Hindi · कविता 258 Share jyoti jwala 28 May 2018 · 1 min read " तेरी यादें " "हर वक्त तुम्हारी बातें, हर वक्त तुम्हारी यादें, होश उड़ाता चेहरा और चैन चुराती तेरी आँखें, हम खुद को जितना रोके,उतना तुझमें खो जाते, हर वक्त उसी की बातें, हर... Hindi · कविता 336 Share jyoti jwala 27 May 2018 · 2 min read "रस का सागर" "रस में डूबे शब्दों से जो,सबके भाव जगाते हैं,रस क्या हैं निज रचना से, जो इसका बोध कराते हैं, कुछ पल की मोहलत में ही,सब कुछ जो कह जाते हैं,... Hindi · कविता 567 Share jyoti jwala 23 May 2018 · 2 min read "विस्तार लिखो गीतों में" "आज कहती हूँ मेरा यह वंदन सुन लो, धैर्य धरकर जरा वक़्त की धड़कन सुन लो, तुमने कई बार है श्रृंगार लिखा गीतों में,तुमने कई बार बहुत प्यार लिखा गीतों... Hindi · कविता 538 Share jyoti jwala 21 May 2018 · 1 min read "राजनीति का व्याकरण" "राजनीति का व्याकरण जरा अनमेल मेल है,इकलौती कुर्सी पर मची ठेलम ठेल है, आकड़ों से फिसली सत्ता तो जुगाड़ का खेल है,विरोधियों से दोस्ताना हुई नयी मेल है,राज़नीति का व्याकरण... Hindi · कविता 732 Share jyoti jwala 21 May 2018 · 1 min read "वही वीर कहलाते हैं" "धरती अंबर भी झूम उठे,जब वीर धरा पर आते हैं, अंधकार को चीरने वाली,नई किरण वो लाते हैं, विरले होते बचपन से ही, स्वर्णिम इतिहास बनाते हैं,कर्म पथ पर गिरकर... Hindi · कविता 667 Share jyoti jwala 21 May 2018 · 1 min read "वतन के लिए" "छोड़ दी सारी खुशियाँ वतन के लिए,सरहदों पर खड़े हैं अमन के लिए, उन बागवानों को भी ना बख्शा किसी ने,आरोप रौंदने का लगाया उसी बाग को, सिंचने को लहू... Hindi · कविता 604 Share jyoti jwala 19 May 2018 · 1 min read "वो नारी है " "अग्नि की उठती ज्वाला सी,कभी ढलते सूरज की लाली है, ममतामयी माँ दुर्गा सी,कभी रुद्र वो चंडी काली है, अबला कहते हो उसको, जो दैत्यों पर भी भारी है, हर... Hindi · कविता 673 Share jyoti jwala 19 May 2018 · 1 min read प्रिये "तुझे देख मन हुआ बावरा, रूप तेरा चित्त चोर प्रिये, मैं काली रात अमावस की, तू उजली सी भोर प्रिये, मद्धम मद्धम सी मुस्काती,पवन के झोंकों सी लहराती, नागिन सी... Hindi · गीत 592 Share jyoti jwala 19 May 2018 · 1 min read आँखें "कभी शोले सी दहकती हैं,कभी तूफान है आँखें. सुना है की सच झूठ की पहचान है आँखें, क्या दस्तूर है दुनिया का आँखों की नजाकत से. ये आंखें झुकी तो... Hindi · कविता 547 Share jyoti jwala 18 May 2018 · 1 min read तेरे नैना "गोरी नैना ये तेरे कटार से,डरता हूँ दीदार से, बातों से तेरे रस टपके, मीठी अमिया सी बोले तू प्यार से, डरता हूँ दीदार से, काली घटा सी जुल्फें तेरी,... Hindi · गीत 502 Share jyoti jwala 17 May 2018 · 1 min read नेताजी नेता जी की जेब भर गई,जनता की रह गई खाली, झूठे वादे सुनकर के जो बजा रही थी ताली, सोची थी जनता शायद,बदलेगी व्यवस्था सरकारी, संसद में ये नेता जी,... Hindi · कविता 374 Share jyoti jwala 17 May 2018 · 1 min read ज़िंदगी "जीवन का सही मतलब,जो समझा है वहीं खुश हैं, नहीं गम की फिकर जिसको,ना सोचे कल की क्या होगा, मिली जो आज खुशियों से भरी,सौगात में खुश हैं, चेहरा पास... Hindi · कविता 219 Share Previous Page 13