Dr.Pratibha Prakash Language: Hindi 89 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr.Pratibha Prakash 20 May 2024 · 3 min read बीते हुए दिन बचपन के मेरा बचपन मां … मेरे बचपन में बेटा आता था बन्दर मामा लाठी लेकर मामी को ससुराल से लाना .. हःह अच्छा और क्या क्या होता था माँ .... कभी... Hindi · कविता · गीत · बाल कविता 1 7 Share Dr.Pratibha Prakash 19 May 2024 · 1 min read संस्कार पके है आम अब रोते, आओ कहां बालक तुम छोटे कमाया खूब ही पैसा बन गए लेकिन अक्ल के खोते लड़ते परिवार आपसे में ही अब तो संस्कार सब छूटे... Hindi · मुक्तक 9 Share Dr.Pratibha Prakash 16 May 2024 · 1 min read कर्म कर्मों का ही खेल है सारा, शेष उस शक्ति का ही पसारा असंख्य आकाश गंगा गगन में असंख्य रवि का उजियारा रूप नाम भिन्न स्थान एक सतत वही सर्वशक्तिमान श्रोत... Hindi · मुक्तक 1 18 Share Dr.Pratibha Prakash 11 May 2024 · 1 min read हे बुद्ध हे वुद्ध जगाया दीप तुमने आत्मा का किया कल्याण तत्कालीन समाज का सच कहो खुद में झाँका कभी खुद को क्या विचार आया था यशोधरा का देते रहे उपदेश तुम... Hindi · कविता 2 45 Share Dr.Pratibha Prakash 5 May 2024 · 1 min read नारी तू नारायणी नारी तू नारायणी नारी तू नारायणी ,नहीं अबला, तुम शक्ति प्रदायिनी तुम ही काली तुम कपालिनी ……………..नारी तू नारायणी गोद तुम्हारी वात्सल्य झूले, ममता तुम्हारे आंचल फूले तुमसे स्नेह पराग... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 25 Share Dr.Pratibha Prakash 5 May 2024 · 1 min read मैं मैं खोजना चाहता हूँ एक बार खुद को ही मैं पञ्च तत्व से निर्मित हूँ फिर भी जाने क्यों लगूं क्यू कभी –कभी बिखरा सा और कभी साहस का दरिया... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 16 Share Dr.Pratibha Prakash 4 May 2024 · 2 min read आखिर क्यों क्यों स्त्री वुद्ध नहीं हो जाती क्यों घर छोड़ते ही कुलटा कहलाती यूँ तो ज्ञान की देवी सरस्वती लेकिन ज्ञान पर अधिकार नहीं रखती यूँ तो नवरात्रि में स्त्री माँ... Hindi · कविता 13 Share Dr.Pratibha Prakash 29 Apr 2024 · 1 min read इश्क इवादत रातों को नींदे जगाने लगे हो अक्सर ख्वाबों में आने लगे हो मिलता नहीं अब तकल्लुफ कहीं एक तुम ही दिल में समाने लगे हो उदू लगता है ये जमाना... Hindi · ग़ज़ल 3 1 35 Share Dr.Pratibha Prakash 23 Apr 2024 · 1 min read संवेदनायें संवेदना किसी भी वेदना का कारण होती हैं ये संवेदनाएं ही हैं जो निवारण भी करती हैं संवेदनाओं की अपनी होती एक निजी भाषा बिना शब्दों के आँखों में परिभाषा... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 12 11 207 Share Dr.Pratibha Prakash 21 Apr 2024 · 1 min read नारी तू नारायणी नारी तू नारायणी नारी तू नारायणी ,नहीं अबला तुम शक्ति सप्तशती तुम ही काली तुम कपालिनी .................नारी तू नारायणी गोद तुम्हारी वात्सल्य झूले, ममता तुम्हारे आंचल फूले तुमसे स्नेह पराग... Hindi · कविता 2 1 61 Share Dr.Pratibha Prakash 21 Apr 2024 · 1 min read संवेदनाएं संवेदनाये जगती हैं तो भावनाएं बन जाती हैं संवेदनाएं मरती हैं तो दुर्घटनाएं हो जाती है || संवेदनाओं में पिरोकर ही होता ईश का वंदन सवेनाओं में ही जागता है... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 12 254 Share Dr.Pratibha Prakash 31 Mar 2024 · 1 min read दिन ढले तो ढले हँसकर मिलना तुम सभी से गले अगर दिन ढलता है तो ढले ...हंसकर ... निशा है ये काली पर कट ही जाएगी मुश्किल है मंजिल मगर मिल जाएगी न हिम्मत... Hindi · गीत 3 37 Share Dr.Pratibha Prakash 31 Mar 2024 · 1 min read होली पर उड़ता गुलाल, लाल, लाल अज गाल पर हंसी ठिठोली अज, होली की फुहार पर गली-गली शोर-होर, हर इक द्वार पर बाल गोपाल ग्वाल, रंगों की बौछार पर सरसों की पीत... Hindi · कविता 3 28 Share Dr.Pratibha Prakash 27 Mar 2024 · 1 min read बाढ़ झंझावातो की बाढ़ सी आई है रुकावटों की बहार सी आई है अचानक सब रुक सा गया है चलते चलते मन थक सा गया है तकते तकते सफलता की राहें... Hindi · कविता 3 35 Share Dr.Pratibha Prakash 27 Mar 2024 · 2 min read अकेले आए हम अकेले है जाना अकेले , बहकाते हैं ये दुनियाँ के मेले कुछ भी नहीं है सच्चा यहाँ , सारे ही रिश्ते हैं मिथ्या यहाँ बालू के ढेर पर... Hindi · गीत · गीतिका 3 186 Share Dr.Pratibha Prakash 8 Mar 2024 · 1 min read महिला दिवस भारत माता कह बुलाते अपने राष्ट्र का परिचय देते दुर्भाग्य मगर भटकी पीड़ी का महिला दिवस मानाने पड़ते नारी शक्ति द्योतक है मानी पवित्र गूंजती वेदों की वाणी कैसे भूल... Hindi · कविता 4 69 Share Dr.Pratibha Prakash 28 Jan 2024 · 1 min read युग बीत गया एक युग बीत गया हो जैसे, तेरी चितवन को पाए नैन भए पत्थर हों जैसे, तेरी राह में पलक बिछाए... सुन स्वामी अंतर्यामी है तू ,सर्वज्ञ सर्व व्यापी है तू... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 9 101 Share Dr.Pratibha Prakash 27 Jan 2024 · 1 min read मिलन की वेला घटा घनघोर छाई , संदेश पिया का लैके आई लगे मिलन की वेला , अब आई- अब आई ............. बदरा भये अब कारे-कारे, जैसे नैन तेरे कजरारे मेघ झुके तो... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 10 88 Share Dr.Pratibha Prakash 27 Jan 2024 · 1 min read हे नाथ कहो हे नाथ कहो ………….. कोई शब्द जो मेरे मन में आता; क्या तुमसे मिलकर आता है ? जो भाव उठा मेरे उर में, क्या तुम तक स्वामी जाता है ?... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 10 141 Share Dr.Pratibha Prakash 27 Jan 2024 · 1 min read योग न ऐसो कर्म हमारा मन चाहे तुझमें खो जाऊं, योग न ऐसो कर्म हमारा ज्ञान न एतो तुमको पा लूँ ,ताहि रटूं मैं नाम तिहारा हर पल तेरा दर्शन मांगू ,मैं तेरी हूँ इतना... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 10 106 Share Dr.Pratibha Prakash 27 Jan 2024 · 1 min read प्रार्थना प्रर्थना शब्दों से ऊपर ही रहती, हृदय भाव की ये भाषा प्रार्थना मात्र भाव हृदय के, नहीं कोई ये परिभाषा ।। प्रभु ये उपवन देन तुम्हारी, मात पिता संग हो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 10 95 Share Dr.Pratibha Prakash 23 Jan 2024 · 1 min read तुझमें : मैं लोक में त्रिलोक में, मैं ही धरा आलोक में प्रसन्नता पर्याय मैं ही, मैं ही कारण शोक में पूजा दया और दान में, मैं करुणा के सार में समस्त विकारों... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 11 1 285 Share Dr.Pratibha Prakash 23 Jan 2024 · 1 min read अध्यात्म का अभिसार आदि अनादि अनन्त वो, महाकाल और प्रचंड है बहुरूपणी सर्वरूपणी, अगोचर अगम अखण्ड है देव-दैत्य. गंधर्व-यक्ष, भगवानों का भगवान है नाम रूप मुक्त वो,नहीं रिक्त कोई स्थान है।। सत्य का... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 11 1 291 Share Dr.Pratibha Prakash 23 Jan 2024 · 1 min read एक नया अध्याय लिखूं एक नया अध्याय लिखूं ,तेरा तुझसा पर्याय लिखूं। मिलन विरह से ऊपर उठ, मुक्त छंद दो चार लिखूं ।। स्तुतियों में जिसका वर्णन है, श्लोकों में जिसका वंदन है ।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 11 4 465 Share Dr.Pratibha Prakash 23 Jan 2024 · 1 min read तुम सत्य हो तुम सत्य हो तुम नित्य हो, शाश्वत तुम ही शिव अर्थ हो तुमसे ही मेरे अर्थ सारे, बिन तेरे सबकुछ व्यर्थ हो तुम सत्य हो तुम नित्य हो,शाश्वत तुम ही... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीतिका 13 1 593 Share Dr.Pratibha Prakash 23 Jan 2024 · 1 min read बुला लो जन्म जन्म की मैं हूँ प्यासी सदा रहूँ दर्शन अभिलाषी अपने स्नेह से किया सवेरा जैसे मिटा हो जन्मों का फेरा मन मन्दिर में किरण जगाई जीवन जीने की आस... Hindi · कविता 10 138 Share Dr.Pratibha Prakash 19 Jan 2024 · 1 min read पुनर्जागरण काल ये पावन पुनीत अमृत वेला है जो पी रहा रस हो अलवेला है हर तरफ एक ही गूंज गूंज रही जय जय हो बस यही धूम रही महक रहा अध्यात्म... Hindi · कविता 10 105 Share Dr.Pratibha Prakash 9 Aug 2023 · 1 min read आधुनिक हो गये हैं हम आधुनिक हो गये हैं हम अपनों को भूल गये हैं हम संस्कार की भाषा, प्यार की परिभाषा अपना इतिहास, भूगोल भूल गये हैं हम अपना गाँव नीम और पीपल की... Poetry Writing Challenge · कविता 14 4 274 Share Dr.Pratibha Prakash 6 Aug 2023 · 1 min read चेतावनी हिमालय की वर्षों से पुकार लगा रहा हूं वेदना सबको बता रहा हूं लेकिन मानव तू वधिर हो गया अश्रु निरंतर मैं वहा रहा हूं।। तब जाकर प्रतिकार किया मैं हिमालय बतला... Hindi · कविता 15 2 382 Share Dr.Pratibha Prakash 8 Jul 2023 · 1 min read फितरत अजीब इल्म की रिवायतें बदली इन्सान की फितरत बदल गई न पूजा न इवादत न कोई रिश्ता बचा सजदा भी अब सौदे की बात बन गई न खौफ खुदा का... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 22 13 907 Share Dr.Pratibha Prakash 8 Jul 2023 · 1 min read फितरत फितरत क्या थी आदमी की फितरत कभी अब देखो क्या हो गई है इन्सान में थी इंसानियत जो आज जाने कहाँ खो गई है पहले पड़ोस खास होता था और... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · गजल 16 8 902 Share Dr.Pratibha Prakash 30 Jun 2023 · 1 min read कहती गौरैया क्यों भूल गए मोहे मेरे भैया मैं तो तेरे आंगन की गौरैया बच्चों का मन बहलाती इधर उधर फुर्र हो जाती बनाओ इमारत चाहे ऊंची खिड़की एक रखो तो छोटी... Hindi · गीतिका 15 5 667 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read दर्द कितना रोकूँ मैं स्वयं को दर्द झलक ही जाता है दिल इतना कमजोर है जो फफक ही जाता है।। इस कदर हावी है जुदाई और हाकिम की वेरुखी देखूँ पल... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 22 12 253 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read वन्दे मातरम गूँजे कण कण भारत भू का वन्दे मातरम महक उठे वन उपवन मिलके वन्देमातरम शस्य श्यामला भू हरियाली परम्परा समृद्धिशाली राष्ट्र प्रेम की गाथा गाते हर मधुवन की हरेक डाली... Poetry Writing Challenge · कविता 22 9 436 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read ये कौन है?..............पहचान नींद में था तभी सुनी मैंने आवाज वही जो यदा कदा पहले भी आई क्या .....मैं हूँ वही एकमात्र सत्य है जो मानव ने मुझे समझा नहीं रचयिता उसका हूँ... Poetry Writing Challenge · कविता 23 22 499 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read मिथक lL........ मिथक जगत के स्वार्थ मिथक मत सोच तुझे जाना है किधर लक्ष्य है क्या तेरा जन्म है क्या जीवन का तेरे उद्देश्य है क्या कर्म है क्या करना है... Poetry Writing Challenge · कविता 20 6 272 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read सजदा तेरे सजदे में सर झुका तो सुकूँ आया तेरी चौखट पे मैंने अपना जहाँ पाया तू ही मालिक इस सारी कायनात का तुझसे हटकर न मैने कोई वजूद पाया।। नूरानी... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 18 5 183 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read स्वप्न या सत्य आज मुझे मालूम हुआ तेरी की लगन की मगन में वो कैसे फ़ना हो गए प्यार का अर्थ और गहराई में अंत तक वो खो गए काश वहां तक जाकर... Poetry Writing Challenge · कविता 20 6 517 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read मिलन चाह लिये मिलन की तुमसे करती रोज निहार जब भी दूँ सन्देश तुम्हें मिलता जाए इनकार मिल जाए इनकार व्यथित तब मन हो जाता पल भर तो कुछ समझ न... Poetry Writing Challenge · गीत 20 3 138 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read प्यास रिक्त मेरा अन्तस अति क्यों न जाने कैसी प्यास है भरी दशों दिशाएं लेकिन मन अतिरिक्त उदास है गहराए क्यों अकेलापन जब तेरा एहसास है चुभन बड़ी अंतर्मन मेरे विरह... Poetry Writing Challenge · कविता 21 8 150 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read दूरी अगर तू जनता है दर्द मेरा तो वेरुखी सी क्यूँ है तू जानता है तो मेरी ज़िंदगी फिर रूठी सी क्यूँ है? मेरी जन्नत की खुशी तू ही मेरा ख्वाब... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 21 3 115 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read कठोर सत्य सत्य को परखती दृष्टि अविरल अविचल कठोर सत्य का अनुभव नियत कर्म आत्मिक द्वन्द विश्वास की परीक्षा स्वार्थ की पूर्ति आस्था की पराकाष्ठा मानव की श्रेष्ठता रिश्तों की लोलुपता झुठ्ठा... Poetry Writing Challenge · कविता 20 3 135 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read वेरुखी हर हर्फ मेरे दिल के अरमान की स्याही से लिखा याखुदा तुमने इस कदर उसे मज़ाक में उड़ा दिया ऐसा नहीं वक़्त ही न मयस्सर हो तेरे पहलू में मेरी... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 17 3 91 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read शाश्वत सत्य अटल अडिग अविचल निश्चय सत्य सनातन शाश्वत परिचय अनादि अनन्त अगम अगोचर शान्त सहज भय से भयंकर बांधे सकल काल अणु रज रज भू अम्बर प्रकृति हर अक्षर शत सूर्य... Poetry Writing Challenge · गीत 17 2 293 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read प्रतीक्षा निराश सी कुछ उदास सी बैठी हूँ मैं तुम्हारी राह में हताश सी बैठी हूँ मैं अकेली अजनबी अनजान यहाँ खोजती हूँ बस तुम्हें यहाँ से वहाँ तुमसे मिलन की... Poetry Writing Challenge · कविता 16 3 374 Share Dr.Pratibha Prakash 13 Jun 2023 · 2 min read गौरैया आज सुबह प्रार्थना के बाद जब विश्राम के लिये चली तो पंखुरी की चीं ची ने मुझे आवाज़ दी आँख में आँसू थे मैंने पूछा क्या हुआ ? जो उसने... Poetry Writing Challenge · कविता 17 6 245 Share Dr.Pratibha Prakash 13 Jun 2023 · 1 min read नग्नता को रोकना होगा नग्नता को रोकना होगा.......... यदि संस्कृति बचाना चाहते हो यदि भारतीयता बचाना चाहते हो तो नग्नता को रोकना होगा.......... आध्यात्म को समझना होगा समाज में सौहार्द चाहते हो परिवार में... Poetry Writing Challenge · कविता 24 5 814 Share Dr.Pratibha Prakash 13 Jun 2023 · 1 min read ललकार आर्यावर्त सप्त, सैन्धव, भारत खंडे, भारत कहलाया है इसकी पावन माटी को माता कहकर बुलाया है चरण पखारे लहराता सागर, हिम श्रंग ने मुकुट सजाया है पश्छिम में भू स्वर्ण... Poetry Writing Challenge · गीत 17 3 219 Share Dr.Pratibha Prakash 13 Jun 2023 · 1 min read सीख नहीं सीख बुरी कोई पर सब बेटियों के लिए क्यों है नहीं रीत बुरी कोई फिर बेटियों के लिए क्यों है विवेकपूर्ण परिधान हो है सही ये बात पर नियंत्रित... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 17 3 265 Share Dr.Pratibha Prakash 13 Jun 2023 · 1 min read तुम्हें तुम्हें देखकर आ गया हमको तो मुस्कुराना थामा है हाथ मेरा नहीं छोड़ राह जाना जब याद तेरी आये ऐ दिलबर मेरे खुदाया तू बन के समीर मेरी सांसों में... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 17 3 315 Share Page 1 Next