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27 Jan 2024 · 1 min read

मिलन की वेला

घटा घनघोर छाई , संदेश पिया का लैके आई
लगे मिलन की वेला , अब आई- अब आई ………….

बदरा भये अब कारे-कारे, जैसे नैन तेरे कजरारे
मेघ झुके तो ऐसन लागे , जैसे वसुधा हो इठलाई……………….

आस मिलन की तब ये जागी, लगन पिय से जब से लागी
कहें बसंती पवन मंद हो , धानी चुन्दरिया लहराई……………….

गाये मौषम मद्दिम-मद्दिम, धड़के हिय मम धिम-धिम- धिम
जैसे सावन भादों भरमाया,बूंदे बन के मल्हारें आईं……………………

सिहरन तन की बोल रही, वहकी-वहकी अब डोल रही
ये राग ऋतू ने कैसा छेड़ा, कहे विरह पिय मैं आई मैं आई……………

Language: Hindi
Tag: गीत
10 Likes · 80 Views
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