Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 May 2024 · 1 min read

हे बुद्ध

हे वुद्ध जगाया दीप तुमने आत्मा का
किया कल्याण तत्कालीन समाज का
सच कहो खुद में झाँका कभी खुद को
क्या विचार आया था यशोधरा का
देते रहे उपदेश तुम दर ब दर
बनाये भिक्षु ज्ञान दीप जगाकर
दोष क्याथा अवोध शिशू का
कर दिया अनाथ पिता होकर
चलो फिर से सत्कार करते हैं
झूठे अहम को विद्वान कहते है
नारी ही तो है यशोधरा
नए ढंग से तिरष्कार करते हैं
नहीं आम्रपाली भी हुई इस युग में
सुजाता की खीर भी खाई कभी वुद्ध ने
चलो नारी को हमेशा भूल जाते है
वुद्ध जयंती मना रहे हैं आज सब जग में
अंत में कुछ प्रश्न
आम्रपाली का जन्मदिन कब है ?
सुजाता का निर्वाण दिन कब है ?
अज्ञात शत्रु जानते है सभी
मेरे प्रश्नों के उत्तर का दिन कब है ?
डा प्रतिभा प्रकाश
10 05 2017

Language: Hindi
2 Likes · 57 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr.Pratibha Prakash
View all
You may also like:
"मेला"
Dr. Kishan tandon kranti
रामावतार रामायणसार 🙏🙏
रामावतार रामायणसार 🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
नैन खोल मेरी हाल देख मैया
नैन खोल मेरी हाल देख मैया
Basant Bhagawan Roy
शहर में आग लगी है उन्हें मालूम ही नहीं
शहर में आग लगी है उन्हें मालूम ही नहीं
VINOD CHAUHAN
पुकारती है खनकती हुई चूड़ियाँ तुमको।
पुकारती है खनकती हुई चूड़ियाँ तुमको।
Neelam Sharma
*प्यार तो होगा*
*प्यार तो होगा*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
जिंदगी देने वाली माँ
जिंदगी देने वाली माँ
shabina. Naaz
" जुदाई "
Aarti sirsat
याद रहेगा यह दौर मुझको
याद रहेगा यह दौर मुझको
Ranjeet kumar patre
तुम जो हमको छोड़ चले,
तुम जो हमको छोड़ चले,
कृष्णकांत गुर्जर
शराब खान में
शराब खान में
DR. Kaushal Kishor Shrivastava
आज की सौगात जो बख्शी प्रभु ने है तुझे
आज की सौगात जो बख्शी प्रभु ने है तुझे
Saraswati Bajpai
तू एक फूल-सा
तू एक फूल-सा
Sunanda Chaudhary
जगदाधार सत्य
जगदाधार सत्य
महेश चन्द्र त्रिपाठी
*रिश्ता होने से रिश्ता नहीं बनता,*
*रिश्ता होने से रिश्ता नहीं बनता,*
शेखर सिंह
मैं भविष्य की चिंता में अपना वर्तमान नष्ट नहीं करता क्योंकि
मैं भविष्य की चिंता में अपना वर्तमान नष्ट नहीं करता क्योंकि
Rj Anand Prajapati
सिलसिला रात का
सिलसिला रात का
Surinder blackpen
–स्वार्थी रिश्ते —
–स्वार्थी रिश्ते —
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
तुममें और मुझमें बस एक समानता है,
तुममें और मुझमें बस एक समानता है,
सिद्धार्थ गोरखपुरी
ट्रेन दुर्घटना
ट्रेन दुर्घटना
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
चाय पार्टी
चाय पार्टी
Mukesh Kumar Sonkar
"मैं एक पिता हूँ"
Pushpraj Anant
हर रात मेरे साथ ये सिलसिला हो जाता है
हर रात मेरे साथ ये सिलसिला हो जाता है
Madhuyanka Raj
आप हमें याद आ गएँ नई ग़ज़ल लेखक विनीत सिंह शायर
आप हमें याद आ गएँ नई ग़ज़ल लेखक विनीत सिंह शायर
Vinit kumar
मेरा लोकतंत्र महान -समसामयिक लेख
मेरा लोकतंत्र महान -समसामयिक लेख
Dr Mukesh 'Aseemit'
*भूकंप का मज़हब* ( 20 of 25 )
*भूकंप का मज़हब* ( 20 of 25 )
Kshma Urmila
2894.*पूर्णिका*
2894.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मेरी पेशानी पे तुम्हारा अक्स देखकर लोग,
मेरी पेशानी पे तुम्हारा अक्स देखकर लोग,
Shreedhar
Just like a lonely star, I am staying here visible but far.
Just like a lonely star, I am staying here visible but far.
Manisha Manjari
ख़याल
ख़याल
नन्दलाल सुथार "राही"
Loading...