Tag: कविता
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लिफाफा देखकर पढ़ते
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
जग में उजास फैले
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
भले संसद आरक्षित
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
बाल गीत "लंबू चाचा आये हैं"
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
गजब है हिंद की भाषा ये'हिंदी खूब भाती है
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
अटल की फुलझडियां
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
करवा चौथ की अग्रिम बधाई व शुभकामनाएं
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
सजी भाल पर जैसे बिन्दी
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
पढूॅ नव कोई मधुरिम छंद 12/9/22
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
गोकुल के स्वामी
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
रक्षा-बंधन
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
प्रश्न पूछता है यह बच्चा
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
अटल रहा भरमाय
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
गोपी छंद "सकल जीवन को रस से भर"
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
"रवि ताप बढ़ा ऐसा "माहिया छंद
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
यमुना तट का दृश्य विजात छंद
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
यमुना तट का दृश्य
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
महाराणा प्रताप जयंती पर समर्पित
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
मालती वर्णिक छंद ६वर्ण लगाल लगाल १२१ १२१
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
घनाक्षरी "सूर्यदेव अब जरा
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
मानव छंद १४मात्रिक ,अंत गुरु से
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
राम की लंका विजय के पश्चात अयौध्या आगमन पर"माहिया छंद"
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
बालकविता" गौरैया"
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
ओम् जय श्री पत्नि हरे
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
माहिया छंद
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
दशरथनन्दन
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
अटल रहा भरमाय।
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
जीवन तो है इक मधुशाला
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
अटल करे आभार
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
भूले से भी तुम मत आना भारत में गिरधारी
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
रवि दास जयंती
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
महावीर जयंती
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
हनुमान जयंती पर
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
परशुराम जयंती
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
कमर बांध लो हिंदुस्तानी
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
पप्पू पूछ रहा मम्मी से
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
राम नाम सबको अति भाया
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
कान्हा मुझको गले लगा ले
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
भैया बहना प्रेम का,अनुपम धागा नेह का
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
बसंतोत्सव
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
हम हैं प्यारे प्यारे बच्चे
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
गुरुवर कहकर टांग खींचते
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
बाल कविता*रानू शानू थे दो भाई
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
हर साल जलाया रावण को
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
भेंट क्या दें हम तुम्हें अब
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
द्विपदी
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
हम वंशज हैं वीर शिवा के
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
करें जो मातु चिंतन उन्हीं पर मातु मरती है।
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
भगवान महावीर जयंती*२५/४/२०२१
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
इंसान और श्वान
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि