अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि Tag: कविता 81 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 18 Dec 2020 · 1 min read कोरोना"एक नवगीत विधा-नवगीत रस-हास्य शीर्षक:कोरोना ************ नाम मे'रा तो कोरोना है,अपना भी तुम बतलाओ। मिलना हो तो मिलो प्रेम से,घर से तो बाहर आओ।। ****************** जीवन के सारे झंझट से, मुक्त तुम्हें... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 17 309 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 11 Feb 2021 · 1 min read चाकलेट दिवस पर बाल कविता चाकलेट दिवस पर मंच के समक्ष संप्रेषित एक बाल रचना *भाईयों का प्रेम* ?❤️? रानू शानू थे दो भाई। दोनों में हो गयी लड़ाई।। लगे चलाने जूते चप्पल। अक्ल बहुत... Hindi · कविता 5 2 225 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 22 Apr 2021 · 1 min read चीर हरण *चीर हरण* सार छंद १६+१२ दुर्योधन ने दासी कहकर, कडुवे वचन सुनाये। जंघा पर इसको बिठलाओ, सुनकर सब शरमाये। वस्त्र हीन इसको कर डालो, कर्कश शब्द ढहाए। मूक हुए दर्शक... Hindi · कविता 4 609 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 8 Jul 2020 · 1 min read वर्तमान परिपेक्ष्य मेंं देश की परिस्थितियों पर एक छंद हमारे देश की देखो /दशा अब आम जन जन की। कहाँ है न्याय की धारा /गयी अब सूख जल घनकी। नहीं सम्मान अब बाकी... Hindi · कविता 3 1 220 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 26 Jul 2022 · 1 min read प्रश्न पूछता है यह बच्चा मंच को नमन! 26/7/22 मैंने कैसा कर्म किया है। जो यह मुझको कष्ट दिया है।। मन का निर्मल सीधा सच्चा। प्रश्न पूछता है यह बच्चा।। बतलाओ तुम गलती मेरी। क्यों... Hindi · कविता 3 1 338 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 2 Nov 2021 · 1 min read भूले से भी तुम मत आना भारत में गिरधारी भूले से भी तुम मत आना , भारत में गिरधारी। सच कहता हूँ गिरिवर नागर, इस बार पड़ेगी भारी। दूध -दही माखन है नकली , नकली दुनिया सारी , भूले... Hindi · कविता 3 1 236 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 8 May 2021 · 1 min read हर साल जलाया रावण को ,(१) हर साल जलाया रावण को,पर क्या रावण जल पाया है। सोने की लंका जली मगर,क्या पाप कर्म जल पाया है। हर रोज अपहरण होते हैं,जाने कितनी बालाओं के, पावन... Hindi · कविता 3 269 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 29 Oct 2023 · 1 min read लिफाफा देखकर पढ़ते लिफाफा देखकर पढ़ते। छंद -विजात (१४ मात्रिक, मापनी युक्त) मापनी- १२२२ १२२२ रस-व्यंग विधा -मुक्तक विजात छंद,(१४ मात्रिक) मापनी युक्त १२२२ १२२२ लिफाफा देखकर पढ़ते। नये उपमान हैं गढ़ते।। नहीं... Hindi · कविता 2 32 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 5 Jul 2020 · 1 min read नारी शक्ति को समर्पित एक रचना उत्कर्ष के ऊंचे सौपान पर बैठी यह नारी है। आज भी असहाय है, बेचारी है।। कोई ममता की देवी कहता है, कोई प्यार की मूर्ति, अथाह संबल है भरी है... Hindi · कविता 2 2 280 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 8 Jan 2022 · 1 min read जीवन तो है इक मधुशाला छंद-अनुकूला/मौक्तिक माला (मापनी युक्त),वर्णिक मापनी २११ २२ ११११ २२(११ वर्ण) जीवन मे ये बहुरॅग घोले। मानुष बोले हर पल डोले।। राज सभी जो हृदय बसे हैं, पीकर हाला सब कुछ... Hindi · कविता 2 1 197 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 6 May 2021 · 1 min read करें जो मातु चिंतन उन्हीं पर मातु मरती है। मंच को नमन! मां शारदे के चरणों समर्पित विधाता छंद ? (१) करे मन से समर्पण जो सभी कुछ वार देती है। शरण में जो जभी आया उसे संस्कार देती... Hindi · कविता 2 1 244 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 25 Apr 2021 · 1 min read भगवान महावीर जयंती*२५/४/२०२१ भगवान महावीर जयंती *२५/४/२०२१ *२४वें ्तीर्थंकर *हिंसा, पशु बलि,तथा जांति पांति के भेदभाव के खिलाफ *भगवान गौतमबुद्ध के समकालीन। * जन्म-२५००वर्ष पूर्व बिहार के वैशाली, वर्तमान मुजफ्फरपुर जिले के बसाढ... Hindi · कविता 2 1 365 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 22 Apr 2021 · 1 min read अरुणिम लाली संग भोर हुई अरुणिम लाली संग भोर हुई। दिनकर ने मन की डोर छुई।। उपवन से शबनम की बूंदें, गायब ज्यों कोई छुई-मुई।। रवि रश्मि रथ आरूढ हुए, जीवन ने नव उत्कर्ष छुए।... Hindi · कविता 2 232 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 10 Apr 2021 · 1 min read चिरंजीलाल की बातें याद आयेंगीं हमें हर पल चिरंजीलाल की बातें। वो तल्खियाँ ,वो तल्ख़ बातें , तल्खियों में भी घुली, गुदगुदाती तल्ख़ बातें। याद आयेंगीं हमें हर पल चिरंजीलाल की बातें। वक्त... Hindi · कविता 2 334 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 3 Apr 2021 · 2 min read जिसने राम नाम गुण गाया छंद चौपाई — ???? राम नाम सबको अति भाया। राम जपे सो जग तर पाया।(१) कष्ट मिटें संकट मन पीरा। शांत होय मन होतअधीरा।(२) नाम जानकी जो जन लेवे। उसको... Hindi · कविता 2 1 261 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 24 Dec 2020 · 4 min read मां शारदे वंदना जय मां शारदे! २१२२ २१२२ २१२२ २१२ मैं करूं आराधना मां,नित्य तेरा ध्यान हो। मैं रहूं तेरी शरण में, ना कभी अभिमान हो। ****************************** तू दिखाए रास्ता उस रास्ते चलता... Hindi · कविता 2 2 837 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 13 Mar 2021 · 1 min read देख तेरे भारत में बापू गांधी जयंती पर राष्ट्र पिता महात्मा गांधी को शत् शत् नमन और सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। निवेदित है एक यक्ष प्रश्न उकेरती रचना ???? देख तेरे' भारत में बापू,इक... Hindi · कविता 2 317 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 13 Mar 2021 · 1 min read अटल ??अटल मुरादाबादी✍️? Hindi · कविता 2 407 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 21 Mar 2021 · 1 min read मत्तगयंद सवैया*मोर पखा अति भाल सजे* २११×८ भगण किरीट सवैया मोहि चिढावत बात बनावत,मोहन मातु रहे समुझावत। गोद लियो नहिं मातु जनो हरि गोकुल ग्वाल रहे बतियावत।। ग्वाल धमाल करें नित ही हर ओर यही बस... Hindi · कविता 2 1 257 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 7 Jan 2022 · 1 min read अटल करे आभार सरसी छंद १६+११=२७ अटल करे आभार। सब कुछ तुमने हमें दिया है, जीवन ये संसार। रोटी कपड़ा और मकां भी, दिया हमें घर-बार। जब भी डूबी कश्ती जल में,कर दी... Hindi · कविता 1 221 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 5 Mar 2021 · 1 min read नारी नारी तो नारी नहीं, मां शक्ति का एक रूप है। हैं नहिं अबला महज वो,जगत का एक प्रारूप है।। इतिहास भी कहता यह, नहिं वो दीन व असहाय है। झांसी... Hindi · कविता 1 1 531 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 9 Jan 2022 · 1 min read अटल रहा भरमाय। सरसी छंद विधा:पद अटल रहा भरमाय। कंचन काया ये सब माया, माटी में मिल जाय। ये दुनिया तो एक बसेरा,साथ न कुछ भी जाय।। खोस खोस कर गठरी भर ली,... Hindi · कविता 1 210 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 11 Jan 2022 · 1 min read दशरथनन्दन [04/12/2021, 17:23 चौपाई छंद मापनीमुक्त 16 मात्रा आदि में *द्विकल त्रिकल त्रिकल वर्जित* अंत में *गाल २१ वर्जित* दशरथ नंदन दैत्य निकंदन। सकल विश्व करता है वंदन। तुम इस जग... Hindi · कविता 1 381 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 25 Feb 2022 · 1 min read माहिया छंद मंच को नमन! सब ये ही कहते हैं। जग के रखवारे घट-घट में बसते हैं।(१) यह रात सुहानी है। तुझसे मिलने को राधा दीवानी है।।(२) मैं इतनी हूं पागल। आहट... Hindi · कविता 1 439 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 13 Mar 2022 · 1 min read ओम् जय श्री पत्नि हरे सीखिए जीवन के अनुपम टिप्स। बीबी के खिल जायेंगे लिप्स।। आयेगी सुख समृद्धि और शांति । मस्तक पर छा जायेगी कांति।। निश दिन पत्नि चालीसा गाइए।। बीबी के सम्मुख आरती... Hindi · कविता 1 194 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 20 Mar 2022 · 1 min read बालकविता" गौरैया" गौरैया दिवस पर प्रस्तुत है 🙏 एक चिठ्ठी मानव व भगवान के नाम छूट गये सब घर चौबारे। गौरैया नित शब्द उचारे।। बींध दिया मानुष ने आंगन, बंद हुए सब... Hindi · कविता 1 206 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 16 Apr 2022 · 1 min read राम की लंका विजय के पश्चात अयौध्या आगमन पर"माहिया छंद" सुप्रभात! राम के लंका पर विजय के पश्चात अयौध्या आगमन पर वहां का दृश्य, देखें कुछ माहिया छंद के माध्यम से 🙏💐🙏 इक भव्य नजारा है। हरि के स्वागत में,... Hindi · कविता 1 120 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 25 Apr 2022 · 1 min read मानव छंद १४मात्रिक ,अंत गुरु से २४ अप्रैल २०२२ छंद-मानव (सम् मात्रिक) मात्रा-14 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐 ★विधा-मुक्तक★ ************** (१) छंद वही उत्तम होता। खाता मानव मन गोता।। मानुष के अंत: पट पर, शुचिता के अंकुर बोता। 💐छंद 💐... Hindi · कविता 1 148 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 28 Apr 2022 · 1 min read घनाक्षरी "सूर्यदेव अब जरा ➖➖➖🌺🌹🌺➖➖➖ तापमान बढ रहा, कीर्ति मान गढ रहा, सूर्य देव अब जरा,आप रुक जाइए। घाम से बेहाल हुए,प्यास से निढाल हुए, जन सभी हुए दुखी,और न सताइए। बह रहा स्वेद... Hindi · कविता 1 88 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 23 Jun 2021 · 1 min read हनुमान जयंती पर समस्त विश्व बंधुओं को को हनुमान जयंती की हार्दिक बधाई व अनंत शुभकामनाएं 💐 सदा रहे रघुबर अनुयायी। सकल जगत ने महिमा गायी।।(१) प्रभू राम को हैं अति प्यारे। बिगड़े... Hindi · कविता 1 317 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 8 May 2022 · 1 min read मालती वर्णिक छंद ६वर्ण लगाल लगाल १२१ १२१ वर्णिक मालती छंद ६वर्ण १२१ १२१ लगाल लगाल भजो हरि नाम, करें सब काम। यही सत धर्म, मिटें सब मर्म।(१) लगा कर ध्यान, करो हरि गान। मिटें सब कष्ट, सधें... Hindi · कविता 1 109 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 9 May 2022 · 1 min read महाराणा प्रताप जयंती पर समर्पित महाराणा प्रताप जयंती पर समर्पित 🙏 वीर छंद 🌹 झट से बेसुध हुए सिपाही,राणा को जब देखा पास। सम्मुख पाकर हुए बावरे, आंखों पर नहिं हो विश्वास।।(१) एक हाथ में... Hindi · कविता 1 120 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 23 Jun 2021 · 1 min read परशुराम जयंती एक हाथ में धनुष विराजे, दूजे गरजे फरसा। दैत्य कांप जाते थे पल में,करते जब शर वर्षा। शिव के अनुनय भक्त निडर थे,पितृ भक्ति के पालक। सीखे सारे अस्त्र-शस्त्र थे,जब... Hindi · कविता 1 204 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 1 Jun 2022 · 1 min read यमुना तट का दृश्य देखें कुछ छंद यह उस समय का दृश्य जब कान्हा ,दाऊ व ग्वालबाल संग संध्या को गऊएं चराने के बाद यमुना तट पर पहुंचते हैं🙏💐🙏 रोला छंद आधारित तज दी... Hindi · कविता 1 126 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 3 Jun 2022 · 1 min read यमुना तट का दृश्य विजात छंद ३ जून२०२२ शुक्रवार मात्रा बाँट- १२२२ १२२२ यमुना तट का दृश्य ❤️💐🌹🙏 (जब कृष्ण , ग्वालों सहित गायें चराकर यमुना तट पर संध्या में लौटते हैं।) ************** मिलन की आस... Hindi · कविता 1 181 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 14 Jun 2022 · 1 min read "रवि ताप बढ़ा ऐसा "माहिया छंद सुप्रभात मित्रो! मंच को नमन! संप्रेषित हैं कुछ माहिया छंद सूर्य नारायण के बढ़ते हुए ताप के संदर्भ में 🙏💐🙏 रवि ताप बढ़ा ऐसा। जीवन त्रस्त हुआ, सब कुछ झुलसा... Hindi · कविता 1 156 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 24 Jun 2022 · 1 min read गोपी छंद "सकल जीवन को रस से भर" 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳 शुक्र/शनि(२४/२५जून२०२२) *********************** 【छंद-गोपी】 परिचय-सम मात्रिक छंद, मात्रा-१५,चरण-४, चारणारंभ-त्रिकल,चरणान्त-गुरु ************************ छंद यह गोपी है अनुपम। गेयता में लय है उत्तम।। मधुर वाणी में हर फन से। सभी गायें अपने मन... Hindi · कविता 1 143 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 23 Jul 2022 · 1 min read अटल रहा भरमाय सुप्रभात मित्रो! आज काव्य मंचों पर क्या हो रहा है! पढिए और चिंतन कीजिए। छंद-दोहा , रस-व्यंग, विधा-पद के माध्यम से। होड़ लगी सम्मान की, कैसे भी मिल जाय। चापलूस... Hindi · कविता 1 155 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 10 Jan 2021 · 16 min read काव्य पाठ विराजे हैं जो डायस पर उन्हें मेरा नमन शत् शत्। विराजे हैं जो कुर्सी पर उन्हें मेरा नमन शत् शत्।। महज़ इक मातु अंबे है जो देती दास को सब... Hindi · कविता 1 780 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 12 Aug 2022 · 1 min read रक्षा-बंधन रोला छंद ===================== भैया सम्मुख देखि,बहुत इठलाती बहना। खुशियों से वह झूम, अश्रु भर लाती नैना। । राखी बांधे हाथ, तिलक माथे पर चंदन। पावन बहुत पुनीत, पर्व है रक्षाबंधन।।... Hindi · कविता 1 149 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 3 Sep 2022 · 1 min read गोकुल के स्वामी मंच को नमन! मंच को नमन! हम सबके प्यारे हैं गोकुल के स्वामी, जग के रखवारे हैं ।(1) जीवन का रिस्क लिया इस जग की खातिर, काली को नाथ दिया।... Hindi · कविता 1 107 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 12 Sep 2022 · 1 min read पढूॅ नव कोई मधुरिम छंद 12/9/22 12/9/22 श्रंगार छंद -16 मात्रा, सममात्रिक आदि -त्रिकल अंत- त्रिकल ,गाल बढे नित मेरे हिय की पीर। हुआ मन मेरा बहुत अधीर।। करो भगवन ऐसा उपचार। घटे मेरे मन का... Hindi · कविता 1 293 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 14 Sep 2022 · 1 min read सजी भाल पर जैसे बिन्दी "हिन्दी है स्वाभिमान", काव्य सलिला,दिनांक-१४-९-२०२२,बुधवार, जय मां शारदे! सभी हिंदी प्रेमियों को हिंदी दिवस की हार्दिक बधाई व अनंत शुभकामनाएं। हिंद देश की भाषा प्यारी। सारे जग में हिंदी न्यारी।... Hindi · कविता 1 204 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 12 Oct 2022 · 1 min read करवा चौथ की अग्रिम बधाई व शुभकामनाएं जय मां शारदे! विषय: *सजना है मुझे सजना के लिए* सभी महिलाओं को करवा चौथ की अग्रिम बधाई व अनन्त शुभकामनाएं। ❤️👋🙏🧕💐🌹🥀🌺🌷 छंद:रोला कर सौलह श्रृंगार, सजी सजना की सजनी।... Hindi · कविता 1 115 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 17 Oct 2022 · 1 min read अटल की फुलझडियां आज गरीबा लाल तो,दिखते मालामाल । और सेठ लक्ष्मी हुए, हैं बिल्कुल कंगाल ।। हैं बिल्कुल कंगाल,सुने थे जिनके चर्चे । फांके है घर द्वार, नहीं चलते हैं खर्चे।। कहै... Hindi · कविता 1 168 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 29 Sep 2023 · 1 min read बाल गीत "लंबू चाचा आये हैं" लंबू चाचा आये हैं। खेल खिलोने लाये हैं।। रंग- बिरंगे गुब्बारे हैं। संग में चमक सितारे हैं। आओ भैया बाहर आओ। दिल धक-धक धक से धड़काओ। मिलकर सारे मौज मनाओ।... Hindi · कविता 1 185 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 16 Oct 2023 · 1 min read जग में उजास फैले १६/१०/२३ छंद - ईश ( वर्णिक ) ********************** सूत्र - स ज गुरु गुरु मापनी - 112 121 22 ********************** इजरायल के संदर्भ में सृजित दिखता नहीं उजाला। अब खत्म... Hindi · कविता 1 145 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 13 Mar 2021 · 1 min read कान्हा मुझको गले लगा ले एक रचना ??? छंद-लावणी (मात्रिक),मात्रा-३० १६/१४ पर यति कान्हा मुझको गले लगा ले,इधर उधर मैं भटक रहा। मैं तेरी शरणागत आया,सब कुछ मैंने तुझे कहा।। गोकुल की गलियन में ढूंढ़ा,... Hindi · कविता 1 423 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 21 Mar 2021 · 1 min read दुंदुभि है बज उठी आज जम्मू कश्मीर में शहीद हुए सी आर पी एफ के जवानों को श्रद्धांजली , स्वरूप समर्पित एक रचना प्रहरी का आह्वान !! दुन्दभि है बज उठी आ रही है... Hindi · कविता 1 184 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 21 Mar 2021 · 1 min read देखि दर्पण में रहीी*एक चित्र* शहीद की पत्नी देखि दर्पण में रही, चलचित्र जीवन का महज़। कैसे वह दुल्हन बनी,प्यार पाया था सहज।। माँग में सिन्दूर शोभित ,भाल पे था स्वर्ण टीका। आज जीवन हो गया है.आसवित पानी... Hindi · कविता 1 205 Share Page 1 Next