Posts Poetry Writing Challenge-2 210 authors · 4349 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 36 Next अखिलेश 'अखिल' 15 Feb 2024 · 1 min read आदमी आदमी Poetry Writing Challenge-2 230 Share अखिलेश 'अखिल' 15 Feb 2024 · 1 min read दीवार दीवार Poetry Writing Challenge-2 188 Share अखिलेश 'अखिल' 15 Feb 2024 · 1 min read निशाना निशाना Poetry Writing Challenge-2 1 168 Share अखिलेश 'अखिल' 15 Feb 2024 · 1 min read घाव घाव Poetry Writing Challenge-2 237 Share Poonam Matia 15 Feb 2024 · 1 min read *अजब है उसकी माया* काया सुलगत आग-सी, नीर भरे हैं नैन। तड़पत है इक मीन-सी, मौन हुए हैं बैन।। मौन हुए हैं बैन, चैन क्यों तनिक न आया? मन में रहे सदैव, किसलिए तम... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · कुण्डलिया 6 1 1k Share अखिलेश 'अखिल' 15 Feb 2024 · 1 min read निज़ाम निज़ाम Poetry Writing Challenge-2 177 Share अखिलेश 'अखिल' 15 Feb 2024 · 1 min read मोहब्बत मोहब्बत Poetry Writing Challenge-2 184 Share अखिलेश 'अखिल' 15 Feb 2024 · 1 min read मंज़र मंज़र Poetry Writing Challenge-2 138 Share अखिलेश 'अखिल' 15 Feb 2024 · 1 min read हुनर हुनर Poetry Writing Challenge-2 156 Share अखिलेश 'अखिल' 15 Feb 2024 · 1 min read समझ समझ Poetry Writing Challenge-2 138 Share Ghanshyam Poddar 15 Feb 2024 · 1 min read नया सूरज पूरब की खिड़की खुली तिमिर -तिरिहित होने लगा चांद भी छिपने लगा अरुणारभ किरणें आने लगी रश्मि- रथ देखकर चिड़ियां/खग गण गाने लगे 'भोर हो गया' 'भोर हो गया.....' बच्चों... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 106 Share अखिलेश 'अखिल' 15 Feb 2024 · 1 min read जिंदगी जिंदगी Poetry Writing Challenge-2 127 Share अखिलेश 'अखिल' 15 Feb 2024 · 1 min read अरमान अरमान Poetry Writing Challenge-2 155 Share अखिलेश 'अखिल' 15 Feb 2024 · 1 min read ख्याल ख्याल Poetry Writing Challenge-2 127 Share अखिलेश 'अखिल' 15 Feb 2024 · 1 min read हमसफ़र हमसफ़र Poetry Writing Challenge-2 134 Share Mukesh Kumar Sonkar 15 Feb 2024 · 1 min read मां बाप "मां बाप" उदास हमें देख सब पूछते हैं तुम्हें क्या गम है, सब कुछ होते हुए भी तुम्हारी आंखें क्यों नम है। दुनिया के सारे सुख पाकर भी खुश नहीं... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मां-बाप · माता पिता · मातृ पितृ पूजन दिवस · मातृ-पितृ भक्ति 1 215 Share अखिलेश 'अखिल' 15 Feb 2024 · 1 min read अलगाव अलगाव Poetry Writing Challenge-2 154 Share अखिलेश 'अखिल' 15 Feb 2024 · 1 min read मोहब्बत मोहब्बत Poetry Writing Challenge-2 156 Share अखिलेश 'अखिल' 15 Feb 2024 · 1 min read जज्बात जज्बात Poetry Writing Challenge-2 1 198 Share अखिलेश 'अखिल' 15 Feb 2024 · 1 min read खुद्दार खुद्दार Poetry Writing Challenge-2 1 120 Share Mukesh Kumar Sonkar 15 Feb 2024 · 1 min read बसंत पंचमी बसंत पंचमी आ गए ऋतुराज बसंत चहुं ओर फैल रही स्वर्णिम आभा, सुंदर प्राकृतिक छटा में खिली पीले पुष्पों की स्वर्ण प्रभा। मां शारदे की पूजा का पावन अवसर है... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · बसंत · बसंत पंचमी · बसंतोत्सव · माँ सरस्वती पर कविता 2 127 Share अखिलेश 'अखिल' 15 Feb 2024 · 1 min read रिश्ता रिश्ता Poetry Writing Challenge-2 1 146 Share OM PRAKASH MEENA 15 Feb 2024 · 1 min read श्रद्धा शायद इन प्रस्तर खंडों में विराजमान देव प्रतिमाओं नेअस्तित्व खो दिया अपना तभी तो सड़क किनारे स्थित देव स्थानों पर बस की खिड़की से यात्री अपने हाथ व सिर निकाल... Poetry Writing Challenge-2 2 53 Share अखिलेश 'अखिल' 15 Feb 2024 · 1 min read सुकून सुकून Poetry Writing Challenge-2 132 Share अखिलेश 'अखिल' 15 Feb 2024 · 1 min read जुनून जुनून Poetry Writing Challenge-2 123 Share अखिलेश 'अखिल' 15 Feb 2024 · 1 min read स्वाभिमान स्वाभिमान Poetry Writing Challenge-2 1 159 Share उमा झा 15 Feb 2024 · 1 min read बोलो जय सिया राम नगर नगर में जाकर कह दो, ढोल नगाड़े बिगुल बजा दो, सब मिल सखियाँ मंगल गाओ, आऐंगे श्रीराम, बोलो राम राम, बोलो जय जय सिया राम। पावन धरणी निश्छल अंबर,... Poetry Writing Challenge-2 1 75 Share Roopali Sharma 15 Feb 2024 · 1 min read अर्धांगिनी अर्धांगिनी... दरवाज़े पर रखा कलश अपने क़दमों से छू कर मेरे घर की नीव रखी थी उसने, पिरो कर प्रेम के बन्धन में मेरा हर रिश्ता निभाती थी। सूरज की... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 144 Share उमा झा 15 Feb 2024 · 1 min read आशीष तेरा जीवन हो सफल, यशगान करे सम्पूर्ण अचल। तू स्वस्थ रहे दीर्घायु रहे, काया रहे सदा निश्छल। जिस धरणी की तू ऋणी, कृतज्ञ पुष्प हर पांत खिलाती चल। ... Poetry Writing Challenge-2 1 154 Share Ghanshyam Poddar 15 Feb 2024 · 2 min read "ज्ञ " से ज्ञानी हम बन जाते हैं "ज्ञ " से ज्ञानी हम बन जाते हैं "अ " जब आरंभ करते हैं स्वर भी सीखते हैं व्यंजन भी सीखते हैं पंचमाक्षर पढ़ -पढ़कर ज्ञान -सरोवर में नहा- नहाकर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 164 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 15 Feb 2024 · 1 min read वासंती बयार बहकी- बहकी सी लगे, ये वासंती बयार। सरसों से आंचल सजा, बैठी घर के द्वार।। धरा ने ओढ़ी चूनर ,किया नव श्रृंगार। पात- पात खिल उठा ,पा मधु मादक प्यार।।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · दोहा 4 2 338 Share OM PRAKASH MEENA 15 Feb 2024 · 1 min read शर्मनाक हरकत दर्द की दास्तान देख देख चंचल चर्चित चैनलों पर निराशा की नदी में आध्यात्मिक बौद्धिक पंडितों के संस्कारित मन डूब गए दामिनी के दर्द से दुखी कलमकारो की असंख्य लखनी... Poetry Writing Challenge-2 1 90 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 15 Feb 2024 · 1 min read बचपन निश्छल मन भोली बातें और आकर्षण चमत्कारी हर मां अपने बच्चों के ऐसे बचपन पर जाती वारी ओम दुख भूल जाती माँ सुन बच्चों की बातें प्यारी कपट,पाखंड, झूठ, सुख-दुःख... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 237 Share Chunnu Lal Gupta 15 Feb 2024 · 1 min read " लो आ गया फिर से बसंत " •• लो आ गया फिर से बसंत ------------------------------- नीरसता में रस घोल-घोल कलियों की आंखें खोल-खोल भरने उर में अनुराग कंत •• लो आ गया फिर से बसंत तरुओं में... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · चुन्नू लाल गुप्ता 1 860 Share OM PRAKASH MEENA 15 Feb 2024 · 1 min read यही तो जीवन है जगती के कटु यथार्थ को जीते हुए दुख की दास्तान दबाकर हर हाल में उमंगित रहे तो जीवन है असमय मृत्यु के अचानक आगमन पर हृदय विदारक चित्कारों में शव... Poetry Writing Challenge-2 119 Share OM PRAKASH MEENA 15 Feb 2024 · 1 min read चिंतन की एक धार रखो कविता उधम के इस पावन युग में खुद को ना बेकार रखो अपने मन की उथल-पुथल में चिंतन की एक धार रखो महा समर के कुरुक्षेत्र में गांडीव की टंकार रखो... Poetry Writing Challenge-2 · 1 1 100 Share विजय कुमार अग्रवाल 15 Feb 2024 · 1 min read संविधान का पालन देश के संवैधानिक पदों की एक,बहुत ही सम्मानित गरिमा होनी चाहिये। जिसको सम्मान देने की आदत,देश के प्रत्येक नागरिक की होनी चाहिये।। संवैधानिक पद पर आसीन व्यक्ति, जनता का प्रतिनिधि... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 128 Share Jyoti Roshni 15 Feb 2024 · 1 min read साथ छोड़ दिया.... सावन के जाने के बाद, फुहारों ने साथ छोड़ दिया। कैसा आया पतझड़ इस बार कि बहारों ने साथ छोड़ दिया। तारें जो संग जागते थे हमारे, सुबह आने पर... Poetry Writing Challenge-2 2 71 Share Jyoti Roshni 15 Feb 2024 · 1 min read भूल जाना मुझे.... सुनो तुम भूल जाना मुझे न याद करना और न याद आना मुझे। नींदे चुराई थी तुमने मेरी कभी ख्वाबों में आकर न अब सताना मुझे। अब न आऊंगी मैं,... Poetry Writing Challenge-2 2 140 Share dhanraj vishwakarma 15 Feb 2024 · 1 min read प्रेम ही पूजा है प्यार को प्यार जताने की जरूरत ही नहीं यार को यार बताने की जरूरत ही नहीं प्रेम है त्याग,तपस्या है समर्पण दिल का प्रेम पूजा है दिखाने की जरूरत ही... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 1 89 Share Rajesh Kumar Kaurav 15 Feb 2024 · 1 min read #विषय उलझन #विषय उलझन #विधा चौपाई छंद उलझन है जीवन का हिस्सा । सुने पढ़े हमने बहु किस्सा ।। जब जब आती है कठिनाई । उलझन बन जाती दुखदाई ।। कुछ में... Poetry Writing Challenge-2 1 130 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 15 Feb 2024 · 1 min read सबूत- ए- इश्क़ कोई सबूत नहीं है मेरे पास, तुम्हें कितना याद करता हूं।। एहसास जितने भी हैं सब तुम्हारे हैं, तुम्हें बेहिसाब मोहब्बत करता हूं।। कैसे साबित कर दूं मैं तुम्हारा हूं,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 2 146 Share Rajesh Kumar Kaurav 15 Feb 2024 · 1 min read बस्ते का बोझ बस्ते का बोझ आप हम सब जानते हैं , बच्चे बोझ उठाते हैं, मजबूरी बनी हमारी , पढाना जो चाहते हैं । शासन बनाता योजना , बच्चों का पढना लिखना... Poetry Writing Challenge-2 1 83 Share Rajesh Kumar Kaurav 15 Feb 2024 · 1 min read बंदिश बंदिश बिन बंदिश शोभा कहाँ,होते लोग स्वछन्द। नियम हीन अच्छा नहीं,कभी काव्य मय छ्न्द ।। बंदिश है मर्याद की,मनाव तभी महान। बिन मर्यादा यदि रहे,कौन कहे इंसान ।। बंदिश कुछ... Poetry Writing Challenge-2 1 61 Share Rajesh Kumar Kaurav 15 Feb 2024 · 1 min read आल्हा छंद आल्हा छंद सात दशक की यह आजादी,भारत निज भाषा से हीन। चाहे जितनी करें तरक्की ,भाषा बिन लगता है दीन।। चन्द्रयान का डंका पीटा,सूर्ययान की भरता शान। वीर शहीदों की... Poetry Writing Challenge-2 88 Share surenderpal vaidya 15 Feb 2024 · 1 min read * भावना स्नेह की * ** गीतिका ** ~~ भावना स्नेह की क्यों छिपाते रहे। खूबसूरत अधर मुस्कुराते रहे। देखकर डालियों पर खिले फूल हैं। गीत हम स्नेह से गुनगुनाते रहे। मधुर खूब ऋतुराज का... Poetry Writing Challenge-2 · गीतिका · वाचिक स्त्रग्विणी 1 156 Share अखिलेश 'अखिल' 15 Feb 2024 · 1 min read फूल और कांटे फूल और कांटे Poetry Writing Challenge-2 192 Share Rajesh Kumar Kaurav 15 Feb 2024 · 1 min read #व्यंग्य वाण #व्यंग्य वाण अंग्रेजी शिक्षा अब ज्यादा । हुई प्रचारित कर कर वादा ।। मना रहे हिंदी पखवाडा । अंग्रेजी का रोज अखाड़ा ।। शहर गली या गाँव मुहल्ला। सुना रहा... Poetry Writing Challenge-2 1 131 Share अखिलेश 'अखिल' 15 Feb 2024 · 1 min read मोहब्बत मोहब्बत Poetry Writing Challenge-2 178 Share अखिलेश 'अखिल' 15 Feb 2024 · 1 min read शिकवा शिकवा Poetry Writing Challenge-2 1 217 Share Previous Page 36 Next