नाबालिक बच्चा पेट के लिए काम करे
उफ़ तेरी ये अदायें सितम ढा रही है।
मैं तुम्हें लिखता रहूंगा
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
💐प्रेम कौतुक-161💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
हो गई जब खत्म अपनी जिंदगी की दास्तां..
तुम पलाश मैं फूल तुम्हारा।
स्वीकार्यता समर्पण से ही संभव है, और यदि आप नाटक कर रहे हैं
हिंदी भाषा हमारी आन बान शान...
*हमें बेटी बचाना है, हमें बेटी पढ़ाना है (मुक्तक)*
If you ever need to choose between Love & Career
जय अम्बे
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जब मित्र बने हो यहाँ तो सब लोगों से खुलके जुड़ना सीख लो
नया मानव को होता दिख रहा है कुछ न कुछ हर दिन।
अंधकार जितना अधिक होगा प्रकाश का प्रभाव भी उसमें उतना गहरा औ
130 किताबें महिलाओं के नाम
नहीं मतलब अब तुमसे, नहीं बात तुमसे करना