जीवन की यह झंझावातें
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
स्वागत है इस नूतन का यह वर्ष सदा सुखदायक हो।
क़यामत ही आई वो आकर मिला है
अंबेडकर के नाम से चिढ़ क्यों?
जै जै जै गण पति गण नायक शुभ कर्मों के देव विनायक जै जै जै गण
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
शक्ति शील सौंदर्य से, मन हरते श्री राम।
*नशा सरकार का मेरे, तुम्हें आए तो बतलाना (मुक्तक)*
ज़ख़्म गहरा है सब्र से काम लेना है,
धन तो विष की बेल है, तन मिट्टी का ढेर ।
ऐतबार कर बैठा
Naseeb Jinagal Koslia नसीब जीनागल कोसलिया
कर्मों से ही होती है पहचान इंसान की,
💐Prodigy Love-18💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)