*मनु-शतरूपा ने वर पाया (चौपाइयॉं)*
कसूर उनका नहीं मेरा ही था,
आज़ादी के बाद भारत में हुए 5 सबसे बड़े भीषण रेल दुर्घटना
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मित्रो नमस्कार!
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
उत्तंग पर्वत , गहरा सागर , समतल मैदान , टेढ़ी-मेढ़ी नदियांँ , घने वन ।
जिंदगी जीने के लिए जिंदा होना जरूरी है।
💐प्रेम कौतुक-524💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
देश से दौलत व शुहरत देश से हर शान है।