Posts Tag: हास्य-व्यंग्य 288 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid आकाश महेशपुरी 30 Apr 2022 · 1 min read इश्क़ में जूतियों का भी रहता है डर पीठ पर पति के इतना क्यूँ सामान है कोई गदहा नहीं यह भी इंसान है रोड पर झूमना इक हुनर है हुनर बिन पिये जो चले वह तो नादान है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · हास्य-व्यंग्य 10 10 1k Share Dheerendra Panchal 30 Oct 2022 · 1 min read अजब गजब विद्यार्थी पढ़वो लिखवो छोड़ दओ ओर ले लओ फोन मास्साब बोले पढ़लो बेटा सो बोले आप कौन मास्साब बोले पढ़लो नयी तो पूछे तुमे कौन बेटा बोले दिक्कत नईया हम हैं... Hindi · Students · Teacher · कविता · हास्य · हास्य-व्यंग्य 10 5 526 Share आकाश महेशपुरी 13 Dec 2020 · 1 min read ग़ज़ल- चरण पादुका से न इज्ज़त उतारो मुझे यूँ न देखो कुँवारा नहीं हूँ किसी और का हूँ तुम्हारा नहीं हूँ न छत पे बुलाओ मुझे रात में तुम मैं इंसान हूँ चाँद-तारा नहीं हूँ भले मुझको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · हास्य-व्यंग्य 9 6 1k Share Ram Krishan Rastogi 25 Jun 2022 · 1 min read पत्नि जो कहे,वह सब जायज़ है पत्नि जो कहे,वह सब जायज़ है। पति जो कहे,वह सब नजायज है।। तुम जो कर रहो,वह सब जायज़ है। वही जो दूसरा करे,वह नजायज है।। पत्नि से जो औलाद हो,वह... Hindi · हास्य-व्यंग्य 9 14 540 Share डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्' 26 Jun 2022 · 1 min read छोटा-सा परिवार हुई हमारी शादी, पत्नी बोली डियर डार्लिंग, कब तक रहना है इस घर में, कब तक पिसना है शत् जन में, रोटी बेलूँ दिन औ रात, ताने सुनूंँ बातों-बात, अब... Hindi · हास्य-व्यंग्य 9 11 445 Share डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्' 24 Jul 2022 · 1 min read सच और झूठ सच होता है नीम-करेला, झूठ कहो मुर्गे की टांँग, नोंच-नोंच कर खाओ ऐसे, पाओ जीवन का आनंद, झूठ में होता स्वाद का तड़का, नमक-मिर्च औ चटनी-प्याज, सच होता बीमार का... Hindi · हास्य-व्यंग्य 8 6 515 Share डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्' 30 Jul 2022 · 1 min read दिल की ये आरजू है दिल की ये आरजू है कि कोई मिले, सुंदर, सुशील, भारतीय नारी, जो बोलती हो अंग्रेजी, पहनती हो साड़ी, दिखती हो मर्लिन मुनरो जैसी, पर हो ब्रह्मचारी; सबके साथ मोहब्बत... Hindi · हास्य-व्यंग्य 8 10 492 Share राजेश 'ललित' 19 Mar 2023 · 2 min read सब्ज़ी महँगी है सब्ज़ी महंगी है ! ---------------------------- सब्ज़ी ले लो,सब्ज़ी ।विजय प्रतिदिन एक ख़ास आवाज़ और अंदाज़ एक निश्चित समय पर आता और जो मौसमी सब्ज़ियां होतीं उनका कुछ धीमे और कुछ... Hindi · हास्य-व्यंग्य 8 110 Share Dr. Kishan tandon kranti 20 Aug 2023 · 1 min read "मतलब" पक्ष और विपक्ष दिखते नहीं कोई भी निष्पक्ष। अपनी ही आहट से ये चौंकते हैं, एक जानकर बोला- निश्चिन्त रहिए आप ये काटते नहीं सिर्फ भौंकते हैं। मैंने उनसे पूछा... Hindi · हास्य-व्यंग्य 8 5 126 Share Poonam Matia 16 Feb 2024 · 1 min read *खोटा था अपना सिक्का* वादों को अब वो अपने ऐसे निभा रहे हैं आँखों पे डाले चश्मा दुनिया घुमा रहे हैं बुद्धू है हमको समझा या फिर बना रहे हैं बाते बना-बना कर हमको... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · हास्य-व्यंग्य 8 2 1k Share आकाश महेशपुरी 13 Feb 2019 · 1 min read कुर्ता भले सफेद...जोगीरा सा रा रा रा कुर्ता भले सफेद...जोगीरा सा रा रा रा □■□■□■□■□■□■□■□■□ नेता नोटों की गड्डी से, खेल रहे हैं खेल। जीवन अपना फीका फीका, मिले नमक ना तेल- जोगीरा सा रा रा रा।।... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 7 4 1k Share आकाश महेशपुरी 3 Jul 2021 · 2 min read रहे इहाँ जब छोटकी रेल देखल जा खूब ठेलम ठेल रहे इहाँ जब छोटकी रेल चढ़े लोग जत्था के जत्था छूटे सगरी देहि के बत्था चेन पुलिंग के तबो जमाना रुके ट्रेन तब कहाँ कहाँ... Bhojpuri · कविता · हास्य-व्यंग्य 7 6 1k Share Anamika Singh 1 Jun 2022 · 2 min read फूल और कली के बीच का संवाद (हास्य व्यंग्य) कलियों ने फूलों से कहा! बहन आजकल यह मनुष्य जाति कर क्या रहे है ! अपने भाव दिखाने के लिए हर जगह हमें साथ ले जा रहे है। इनके दिल... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 7 8 1k Share Ram Krishan Rastogi 26 Jun 2022 · 1 min read दूल्हे अब बिकते हैं (एक व्यंग्य) दूल्हे बाजार में अब बिकते है। ऑन व ऑफ लाइन बिकते है।। दुल्हो का बाजार लगा हुआ है। हर तरीके से वह सजा हुआ है।। दूल्हे सजधज कर खड़े हुए... Hindi · हास्य-व्यंग्य 7 13 1k Share आकाश महेशपुरी 24 Nov 2018 · 1 min read तीन मुक्तक (शादी, फैशन, काला) तीन मुक्तक (शादी, फैशन, काला) ●●●●●●●●●●●●●●●● (1) शादी कुँवारा जबतलक है खुल के मेरा यार दौड़ेगा गले में हार के पड़ते ही लेकर हार दौड़ेगा हुई शादी हुए बच्चे तो... Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 6 526 Share आकाश महेशपुरी 17 Aug 2019 · 1 min read कविता- हँसी ठिठोली कर लें आओ कविता- हँसी ठिठोली कर लें आओ □■■■□■■■□■■■□ दुनिया के कुछ लोग हमेशा, रहते हैं मुरझाए। हँसी-ठिठोली कर लें आओ, हर कोई मुस्काए।। बीवी जिसकी कद्दू जैसी, वह ककड़ी का भ्राता।... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 6 1 758 Share Buddha Prakash 5 Oct 2021 · 1 min read चाचा जी चाची संग हंँसते ! चाचा जी बड़े दीवाने हैं, चाची के हुस्न निराले हैं, कितनी नखरे वाली हैं, मांँ की कहलाती देवरानी है । हंँसी ठिठोली करते सब, चाची होती हैं घर में जब,... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 6 888 Share आकाश महेशपुरी 21 Jul 2021 · 1 min read मउगी ओकर (हास्य कविता) मउगी ओकर (हास्य कविता) ■■■■■■■■■■■■■ ऊ तऽ हउवे बहुते भोला मउगी ओकर धधकत शोला छुवते ओकर जीव जरेला प्रेम करे तऽ बजर परेला जरे आँख बीखी के मारे खिसिआले तऽ... Bhojpuri · कविता · हास्य-व्यंग्य 6 11 2k Share डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्' 3 May 2022 · 1 min read गोरे मुखड़े पर काला चश्मा गोरे मुखड़े पर काला चश्मा क्या खूब फबता है, जैसे तीन चांँद जैसा सुंदर मुखड़ा, पहले से हो, ऊपर से काला चश्मा, चार चांँद लगाता है। हम भोले-भाले-काले, कभी खुद... Hindi · हास्य-व्यंग्य 6 3 1k Share डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्' 15 Jun 2022 · 1 min read जब से आया शीतल पेय शरबत की हो गई विदाई, जब से आया शीतल पेय, घर-घर की शोभा निराली, सबसे सस्ता शीतल पेय। चालीस रुपए की चीनी औ, पांँच रुपए का नींबू लाओ, फिर घोलने... Hindi · हास्य-व्यंग्य 6 6 464 Share Anamika Singh 30 Jun 2022 · 1 min read तुम बहुत खूबसूरत हो तुमने आईना क्या देखा आईना टूट गया यह तुम्हारे खूबसूरती का असर था या तुमसे था आईने का जलन यह मुझे पता नही। ~अनामिका Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 6 2 426 Share Dushyant Kumar 15 Nov 2023 · 2 min read *लव इज लाईफ* *लव इज लाईफ* माना कि हम रात को, एक बंद कमरे में होते। सब सोते, हम उसकी यादों में खोते। काश उस कमरे में, अंधेरा हो जाता। मैं उसे पहचानने... Hindi · कविता · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 6 184 Share डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्' 30 Nov 2023 · 1 min read एक टऽ खरहा एक टऽ मूस एक टऽ खरहा एक टऽ मूस, दोनों करै छथि कानाफूस, भिन्सर उइठ कऽ जाय छथि चौक पर, कौन हवा बहय चहुँओर, पूरबा-पछिया-उत्तरा-दखिना, सभकऽ वहीं करथि महसूस, एक टऽ खरहा एक... Maithili · हास्य-व्यंग्य 6 6 1k Share आकाश महेशपुरी 19 Dec 2020 · 1 min read ग़ज़ल- रोज़ बीवी लड़े पड़ोसन से ग़ज़ल- रोज़ बीवी लड़े पड़ोसन से ■■■■■■■■■■■■■■■ चोर-लुच्चों का डर नहीं होता तुम न होते तो घर नहीं होता इतनी पालिश लगाए बैठे हो हुस्न का भी असर नहीं होता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · हास्य-व्यंग्य 5 5 827 Share डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्' 17 Jun 2022 · 1 min read तब से भागा कोलेस्ट्रल बढ़ा शरीर में काॅलेस्ट्रल, कुछ न सूझा इसका हल, आसन करूंँ या प्राणायाम, दौड़ लगाऊंँ या व्यायाम, सब कुछ नीरस जैसा लगता, आलस मन के पीछे पड़ता। बढ़ा शरीर में... Hindi · हास्य-व्यंग्य 5 6 384 Share Anamika Singh 8 Jul 2022 · 1 min read मतलब के रिश्ते पुराने वाले रिश्ते अब ढूँढने पर कहाँ मिलते है अब मतलब से रिश्ते जुड़ते है और काम निकला नही की रिश्ते टुट जाते है मै ढूँढ़ने निकल पड़ी पुरानी वाली... Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 5 2 294 Share Anamika Singh 13 Jul 2022 · 1 min read प्यार अंधा होता है जो प्यार के लायक नही था दिल जाकर उससे ही प्यार कर बैठा करके दगा वह हमसे वह किसी और का हो बैठा मैने जब कहा दिल से ऐ दिल... Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 5 6 320 Share Dr. Kishan tandon kranti 25 Jul 2023 · 1 min read "कारोबार" दवाई दुकान के संचालक ने पूछने पर हमें बताया चिन्ता की दवाओं का आज बहुत ज्यादा स्कोप है, क्योंकि जमाने मे चिन्ताओं पर कहाँ कोई रोक है? चिन्ता तो चिन्ता... Hindi · हास्य-व्यंग्य 5 4 137 Share Dr. Kishan tandon kranti 25 Jul 2023 · 1 min read "शातिर बहेलिये" दिखते हैं सबके अलग-अलग हुलिये, आखिर हैं तो वो शातिर बहेलिये। हाथ अपना जोड़कर खींसे निपोरकर लोक-लुभावन भाषणों का खूबसूरत जाल बिछाते, मुस्कुराते बोतलों का खनकते रुपयों का लुभाते उपहारों... Hindi · हास्य-व्यंग्य 5 4 66 Share Poonam Matia 16 Feb 2024 · 1 min read *मीठे बोल* कैसे कैसे लोग यहाँ, देखें हम जहाँ-तहाँ मात्र इक फ़ोटो देख, प्यार करने लगे| जीवन की रेल चले, नित नये लोग मिलें बोल लें ज़रा-सा भी तो प्रेम झरने लगे|... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · घनाक्षरी छंद · हास्य-व्यंग्य 5 2 1k Share आकाश महेशपुरी 31 Dec 2020 · 1 min read शादी कोई खेल नहीं है शादी कोई खेल नहीं है ■■■■■■■■■■ शादी शादी रटते हो तुम शादी कोई खेल नहीं है उम्र कैद है सुन लो भाई कहने को बस जेल नहीं है शादी तो... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 4 5 807 Share डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्' 15 Jun 2022 · 1 min read चाय की चुस्की चाय की चुस्की लेकर देखो, भर लो चुस्ती और स्फूर्ति, सुबह-सुबह श्रीमतीजी बोली, लेकर हाथ, चाय की प्याली, सुबह के अपने काम निबटाओ, किचन में फिर हाथ बँटाओ, बाद में... Hindi · हास्य-व्यंग्य 4 6 760 Share Anamika Singh 28 Jun 2022 · 1 min read शोर मचाने वाले गिरोह शहर में अमन चैन देखकर कुछ लोगो को आग लग जाती है। कैसे बिगारे शहर के अमन चैन को उनके जहन मे यही बात चलती रहती है। कुछ न मिले... Hindi · हास्य-व्यंग्य 4 2 238 Share Ram Krishan Rastogi 29 Jun 2022 · 1 min read मिलने के नए बहाने (हास्य व्यंग्य) मिलने वाले भी ढूंढ लेते है मिलने के बहाने। कभी मिलने आते है,चाय शक्कर के बहाने। मिलता नही जब कोई उनको नया बहाना, चले आ जाते है पूछने नए नए... Hindi · हास्य-व्यंग्य 4 9 379 Share आकाश महेशपुरी 30 Jul 2022 · 1 min read नेता बनि के आवे मच्छर सबके नींद उड़ावे मच्छर भन भन गीत सुनावे मच्छर नाम पता बिन पुछले भाई सबके सुई लगावे मच्छर लहू लोग के चूसे खातिर नेता बनि के आवे मच्छर लागेला मरिचा... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका · हास्य-व्यंग्य 4 596 Share Buddha Prakash 29 Aug 2022 · 1 min read प्यार है ये भैया-भाभी का । भैया की आँखों मे ऐसा क्या दर्द है, पढ़ न सके कोई हकीम, जब भी मुस्कुरा दे भाभीजी, देख भैया जी यूँ ही हो जाए ठीक। सुनते नही जो अपने... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं · हास्य-व्यंग्य 4 2 670 Share Ram Krishan Rastogi 5 Nov 2022 · 1 min read ढूंढते ही रह जाओगे ढूंढते ही रह जाओगे **************** बातो में कुछ बाते, चीजों में कुछ चीजे, इक्कीसवीं सदी में, ढूंढते ही रह जाओगे। घरों में पुरानी खाट, तराजू के लिए बाट, स्कूलों में... Hindi · हास्य-व्यंग्य 4 11 253 Share Vishnu Prasad 'panchotiya' 7 Nov 2022 · 1 min read भैंस के आगे बीन बजाना जिन कानों पर जूँ न रेंगे क्या भला उन्हें समझाना? बोल-बोल कर बता-बता कर केवल अपना मुँह दुखाना अकर्मण्य की आदत बन गई उनसे भी क्या कर्म कराना? वह तो... Hindi · हास्य-व्यंग्य 4 2 405 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 25 Nov 2022 · 1 min read आदरणीय अन्ना जी, बुरा न मानना जी आदरणीय अन्ना जी, बुरा न मानना जी आपने किया आंदोलन जी, पैदा हो गए कट्टर जी अब वे ईमानदारी की नई परिभाषा गढ़ रहे हैं जनता की गाढ़ी कमाई, कट्टर... Hindi · हास्य-व्यंग्य 4 4 205 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 26 Nov 2022 · 1 min read जनता देख रही है खड़ी खड़ी जनता देख रही है खड़ी खड़ी लगा रहे हैं फिर वादों की झड़ी आते ही चुनाव कहानी नई गढ़ी सबको देंगे अंगूठी हीरे से जड़ी नवयौवनाओं को हीरे का हार... Hindi · हास्य-व्यंग्य 4 1 212 Share आकाश महेशपुरी 7 Jun 2023 · 1 min read मुझे चित-चोर कहती है मुझे धड़कन कभी वो धड़कनों का शोर कहती है कि तुमसे ही मुहब्बत की बँधी यह डोर कहती है नजर उससे मिली क्या इत्तिफ़ाक़न एक दिन यारों न जाने क्यों... Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 4 176 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 28 Apr 2024 · 1 min read "भँडारे मेँ मिलन" हास्य रचना बाद मुद्दत के मिली, आज वो भँडारे मेँ, इक अहद बीत गया, उसके बस सहारे मेँ। सहर होती कहाँ थी, बिन उसे देखे हरगिज़, हाय वो दिन, मिला करते थे... Hindi · हास्य-व्यंग्य 4 6 34 Share आकाश महेशपुरी 9 Nov 2020 · 1 min read मुक्तक- खूब की है पढ़ाई मुक्तक- खूब की है पढ़ाई मज़ा आ गया ■■ ■■ ■■ ■■ ■■ ■■ ■■ ■■ खूब की है पढ़ाई मज़ा आ गया, कोट है और टाई मज़ा आ गया,... Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 3 617 Share आकाश महेशपुरी 5 Jul 2021 · 1 min read चुनाव नियराइल चारू ओर लागे कि जहर बोआइल कि देखअ ना भाई चुनाव नियराइल साड़ी बाटात कहीं मुर्गा काटाला दारू के बोतल प दुनिया के हाला बूझे ना लोग बाटे पासा फेकाइल-... Bhojpuri · कविता · हास्य-व्यंग्य 3 532 Share आकाश महेशपुरी 3 Jul 2021 · 1 min read एतनो मति बनऽ तूँ भोला एतनो मति बनऽ तूँ भोला ॰॰॰ चढ़े कपारे अगर गरीबी दुख पहुँचावे पहिले बीबी गाँव-नगर के खूब टिभोली ऊपर से मेहरी के बोली राशन-पानी के परसानी याद करावे नाना-नानी पाँव... Bhojpuri · कविता · हास्य-व्यंग्य 3 2 684 Share आकाश महेशपुरी 11 Jun 2022 · 1 min read बाप का पैसा उड़ाओ इश्क़ में बाप का पैसा उड़ाओ इश्क़ में रोज सैंडिल खा के आओ इश्क़ में तुम रसायन, भौतिकी या मैथ के सूत्र सारे भूल जाओ इश्क़ में रोब तेरा हर तरफ कायम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · हास्य-व्यंग्य 3 3 499 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 1 Jul 2022 · 1 min read घर की मालिक घरवाली आज विश्व हास्य दिवस है, सभी हास्य कवियों, चुटकुलों के रचयिताओं, मिमिक्री आर्टिस्टों तथा पत्नी के सताये पतियों 😄 को हार्दिक बधाई I इस अवसर पर प्रस्तुत है एक हास्य... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · हास्य-व्यंग्य 3 5 373 Share Godambari Negi 17 Jul 2022 · 1 min read 'हकीकत' हकीकत में किसी से कौन मिलने आता है। कभी कभी बस ऑनलाइन दिख जाता है। बरसों से चेहरा देखा न हो जिसका उसका यहाँ मैसेज जरूर दिख जाता है। न... Hindi · हास्य-व्यंग्य 3 1 271 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 6 Oct 2022 · 2 min read ऊपरी इनकम पर आनलाईन के दुष्प्रभाव(व्यंग ) देश के केन्द्रीय, सभी राज्य सरकारों के शासकीय अर्धशासकीय, स्थानीय निकायों, पुलिस के अधिकारी कर्मचारियों का राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन का मुख्य विषय था "ऊपरी इनकम पर आनलाईन... Hindi · हास्य-व्यंग्य 3 242 Share Kumar Kalhans 4 Nov 2022 · 1 min read नेता जी का जूता। नेताजी हैरान थे, जूता बदलते बदलते , परेशान थे, किसी भी कंपनी का , कैसा भी जूता , मंगाया जाता था, नेता जी का पैर, जरूर घायल हो जाता था,... Hindi · हास्य-व्यंग्य 3 4 108 Share Page 1 Next