Posts Tag: हास्य-व्यंग्य 284 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next आकाश महेशपुरी 12 Apr 2023 · 2 min read सुनबऽ त हँसबऽ तू बहुते इयार सुनबऽ त हँसबऽ तू बहुते इयार गइल बारात रहे गंडक के पार होटल में रुके के रहे बेवस्था दरिये पर मिल गइल पानी आ नाश्ता गजबे के रहे ये भाई... Bhojpuri · कविता · हास्य-व्यंग्य 3 1 437 Share Dr ShivAditya Sharma 26 May 2023 · 1 min read शहर मेरा कैसे बढ़े । शहर मेरा कैसे बढ़े, रे शहर मेरा कैसे बढ़े। इधर गड्डे बड़े बड़े, उधर गड्डे बड़े बड़े। सीधा चलाओ तो पहिया गड्डे में, बचाओ तो अगले से भिड़े। ऊपर से... Hindi · कविता · हास्य · हास्य-व्यंग्य 3 198 Share Mukesh Kumar Sonkar 20 Jul 2023 · 2 min read पैसा बोलता है भोंदू जैसे नालायक बच्चे की लगवानी हो सरकारी नौकरी, या काले मोटे लड़के को दिलानी हो शादी के लिए छोकरी, ये पैसा बोलता है। बाप की जलती चिता के सामने... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 3 4 209 Share आकाश महेशपुरी 5 Aug 2023 · 1 min read नज़र का फ्लू नहीं बस मेल बढ़ता है यहाँ पर साथ खाने से बिमारी भी हमें मिलती किसी के पास आने से मुहब्बत के लिए नज़रों का मिलना है जरूरी पर नज़र का... Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 3 115 Share आकाश महेशपुरी 4 Jul 2021 · 1 min read जहिया भरपेटा पी लेला पी के घुमे बाजार तऽ ओकर जोश जागेला गीरेला केतनो मार ना चढ़ल भूत भागेला पी के झगरा फरिआवेला हीक हीक भर गरिआवेला मानेक परी बाटे बूता डटल रहेला खा... Bhojpuri · कविता · हास्य-व्यंग्य 2 490 Share Jyoti Pathak 9 Sep 2022 · 2 min read "दोषी है कौन"? वक्त के साथ-साथ आपकी समस्याएं छोटी होने लगती है , यह बात उतनी ही हास्यास्पद है , जितनी कि सुबह सूरज को पूरब दिशा में और शाम को पश्चिम दिशा... Hindi · हास्य-व्यंग्य 2 279 Share Shekhar Chandra Mitra 25 Sep 2022 · 1 min read आत्मनिर्णय का अधिकार यही बेहतर रहेगा कि हम लोग औरतों को अब ख़ुद तय करने दें कि उन्हें क्या पहनना है और क्या नहीं। वैसे भी अपने-अपने कपड़ों के भीतर हम सभी हैं... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 2 128 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 4 Oct 2022 · 2 min read बजट का समायोजन (एक व्यंग) वित्तीय वर्ष समाप्त होने में कुछ ही दिन शेष रह गए थे कार्यालय में नए साहब की स्थापना हुई।आते ही उन्होंने बचे हुए बजट पर अपनी गिद्ध दृष्टि डाली, पुराने... Hindi · हास्य-व्यंग्य 2 331 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Nov 2022 · 1 min read ये कैसी दीवाली है? दूसरे की दुनिया में आग लगाकर अपने घर में उजाला फैलाने को ही दीवाली मनाना तो नहीं कहते हैं न! Shekhar Chandra Mitra #धर्मांधता #जातिवाद #Corruption #politics #महंगाई #गरीबी #riots... Hindi · हास्य-व्यंग्य 2 2 233 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Nov 2022 · 1 min read देश का दिवाला देश का दिवाला निकालने वाले नेताओं ने दीवाली की शुभकामनाएं भेजी हैं। Shekhar Chandra Mitra #धर्मांधता #जातिवाद #Corruption #riots #दंगा #महंगाई #गरीबी #politics #दलित #आदिवासी #election #चुनाव #Diwali Hindi · हास्य-व्यंग्य 2 174 Share Satish Srijan 8 Jan 2023 · 2 min read कुत्ते का श्राद्ध फतेह बहादुर नाम है मेरा एस पी का हूँ बाबू । सारा आफिस मेरे अंडर, साहब भी मेरे काबू। जो मैं कहता वैसे करते, रॉन्ग हो या राइट। आय व्यय... Hindi · सारे नाम काल्पनिक हैं · हास्य-व्यंग्य 2 81 Share आकाश महेशपुरी 15 Jan 2023 · 1 min read आशिक़ी सब लुटाकर क्यों दुखी तू यार है मुफ़्त में मिलता नहीं ये प्यार है जो तुझे कंगाल भी ना कर सके आशिक़ी ऐ दोस्त वह बेकार है - आकाश महेशपुरी... Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 2 141 Share Buddha Prakash 8 Feb 2023 · 1 min read बिस्तर से आशिकी हे ! बिस्तर के आशिक , आशिकी मत कर इससे, ले डूबेगी एक दिन तुझको, आलस्य के साथ में, समय की घड़ी निकल जाएगी, तेरे हाथ से, कैसा ये इश्क... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं · हास्य-व्यंग्य 2 2 206 Share आकाश महेशपुरी 26 Feb 2023 · 1 min read बिजली रानी से मैंने प्यार किया खुद के दामन को तार तार किया बिजली रानी से मैंने प्यार किया है भरोसा न आने जाने का मनचली का क्यूँ एतबार किया मेरे घर का पता भी भूल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · हास्य-व्यंग्य 2 130 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 5 Mar 2023 · 1 min read हो-ली अपनी होली *हो-ली अपनी होली* उद्धौ हो-ली अपनी होली। शब्द-बाण से तिरिया बेधे, बोल-बोल कर बोली। हमको यह दो, हमको वह दो, बोले बिटिया भोली। हाय! हाट मैं जाऊँ कैसे? खाली अपनी... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 2 92 Share Sudhir srivastava 16 Mar 2023 · 2 min read भारत के लाड़ले बन जाओगे हास्य भारत के लाडले बन जाओगे ************************* आप सबको भी अजूबा लग सकता है पर ईमानदारी से कह रहा हूँ अच्छा भला बैठा आंख बंद किए चिंतन मनन कर रहा... Hindi · हास्य-व्यंग्य 2 79 Share Buddha Prakash 1 Apr 2023 · 1 min read मूर्ख बनाने की ओर । लग गया ताँता आज सुबह से, मूर्ख बनाने की ओर, हाल चाल ना लेते जो पहले, सुबह खबरें देने लगे, भूल रहे है सत्य का आगाह, हँसी मजाक में फूक... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 2 290 Share आकाश महेशपुरी 6 Apr 2023 · 1 min read मउगी चला देले कुछउ उठा के मउगी त मरदे में खोजे खराबी एतने ह कमी कि हउवे शराबी खेलेला जुआ भा तास सुरिया के गहना ले बेचि देला मीट भात खा के कहेला चिंता का करेलू... Bhojpuri · कविता · हास्य-व्यंग्य 2 2 375 Share Sudhir srivastava 12 Apr 2023 · 2 min read लोकतंत्र की आड़ में व्यंग्य लोकतंत्र की आड़ में **************** आजकल की राजनीति का अंदाज बड़ा निराला है सत्य की दुहाई देने वालों में जाने कितनों का मन काला है, सत्ता के लिए वे... Hindi · हास्य-व्यंग्य 2 266 Share आकाश महेशपुरी 27 Apr 2023 · 1 min read शादी होते पापड़ ई बेलल जाला शादी होते पापड़ ई बेलल जाला जिनिगी के ठेला तरिया ठेलल जाला लइकन के शादी मनभावन लागे पर लइका का जाने सन ई झेलल जाला - आकाश महेशपुरी दिनांक- 20/04/2023 Bhojpuri · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 2 332 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 30 Apr 2023 · 3 min read बाप के ब्रह्मभोज की पूड़ी साहित्य समाज का दर्पण है साहित्यकार अपनी रचनाओं के माध्यम से उसमें समाज की छवि दिखलाता है यही कारण है कि समाज को उसका विकृत चेहरा विरले ही भाता है... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 2 1 542 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 8 May 2023 · 2 min read हार्पिक से धुला हुआ कंबोड नेता नेता वह है जो किसी देश या संगठन का भली-भाँती नेतृत्व करे साथ ही देश और लोगो को एकता के सूत्र में बांधे सज्जन को सम्मान दे दुष्टों को... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 2 281 Share आकाश महेशपुरी 20 May 2023 · 1 min read नोट पुराने नोट पुराने बंद ये, फिर होंगे इस साल। पास तुम्हारे हों अगर, ले आओ तत्काल। ले आओ तत्काल, दृष्टि बटुए पर डालो। हे पत्नी जी आज, पुनः पेटी खंगालो। मिल... Hindi · कुण्डलिया · हास्य-व्यंग्य 2 289 Share आकाश महेशपुरी 22 May 2023 · 1 min read तिलक-विआह के तेलउँस खाना तारल मछरी, मुर्गा, सब्जी छानल भात मिठाई शादिन के इ तेलउँस खाना तेल निकाले भाई पूँडी के आटा में खूबे डालल जात रिफाइन ऊपर से भरपेट खिआवे लो साढ़ू-सढ़ुआइन चाउर... Bhojpuri · कविता · हास्य-व्यंग्य 2 342 Share DR. Kaushal Kishor Shrivastava 20 Jun 2023 · 4 min read पुतलों का देश पुतलों का देश दरअसल कारपोरेट शहरों को देखने का आनंद तभी है जब भौचक होकर उनकी हर चीज़ देखी जाये। जैसा कि भौचक आनंद मांगीलाल जी को हो रहा है।... Hindi · हास्य-व्यंग्य 2 239 Share Buddha Prakash 28 Jun 2023 · 1 min read बस गया भूतों का डेरा जब से कलयुग ने घेरा, डिजिटल का हुआ सवेरा, मोबाइल ने रुख मोड़ा, बस गया भूतों का डेरा। तारे चमकते थे आसमान में, चमचमाहट नजर आती आधी रात में, रात्रि... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं · हास्य-व्यंग्य 2 335 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 19 Jul 2023 · 2 min read जिसके हारने की संभावना हो वह हमारा इंडिया नहीं है हम भारतीय हैं भारत हमारा देश है जिसे आर्यावर्त हिंद हिंदुस्तान और इंडिया भी कहते हैं इस गणतांत्रिक देश में सारे देशवासी मिलजुल कर रहते हैं कुछ अपवाद भी हैं... Hindi · कविता · फ्री-स्टाइल · हास्य-व्यंग्य 2 360 Share kumar Deepak "Mani" 7 Nov 2023 · 1 min read अपनी-अपनी जुगत लगाने, बना रहे घुसपैठ। किसी को राजा बनना, किसी को मंत्री बनना, किसी को बनना धन्ना सेठ, अपनी-अपनी जुगत लगाने। बना रहे घुसपैठ। कोई कहे आसमा से सितारे ले आऊंगा , कोई कहे चंदा... Hindi · गीत · हास्य-व्यंग्य 2 186 Share आकाश महेशपुरी 25 Oct 2023 · 2 min read चमचे भी तुम्हारे हैं फटेहाल हो गए खा खा के माल गाल तेरे लाल हो गए कब आओगे नेता जी कई साल हो गए चमचे भी तुम्हारे हैं फटेहाल हो गए कब आओगे नेता जी कई साल... Hindi · गीत · हास्य-व्यंग्य 2 155 Share Dr. Akhilesh Baghel "Akhil" 18 Nov 2023 · 1 min read नशा नाश की गैल हैं ।। वो खांस रहे है, खांस रहे हैं । बीडी़ पीकर हांफ रहे हैं ।। उनसा नही कोई दमदार । गले लगावे मौत का हार ।। बीडी़, सिगरेट, चिलम, तम्बाकू ।... Hindi · हास्य-व्यंग्य 2 2 1k Share Sudhir srivastava 14 Jan 2024 · 3 min read यमराज का श्राप आज रात की बात है जो बताने जा रहा हूं जब मैं सोने की तैयारी कर ही रहा था कि यमराज महोदय अपने तशरीफ़ का टोकरा लिए मेरी नींद हराम... Hindi · हास्य-व्यंग्य 2 61 Share manjula chauhan 22 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल पढ़ते हो ग़ज़ल पढ़ते हो क्या बात है, लगता प्रियसी आसपास है। तुम भी गज़ब खुमारी में पड़े हो, लगता है ली तुमने भी खुराक है। अगर जज़्बात असली है, तो फिर... Poetry Writing Challenge-2 · हास्य-व्यंग्य 2 58 Share आकाश महेशपुरी 5 Jun 2019 · 1 min read हँस लीजिये हँस लीजिये ■■■■■■■■■■■■ छोड़िये एक भी आप दावत नहीं खाइये ठूसकर है शिकायत नहीं सिर्फ हँस लीजिये पागलों की तरह हाजमोले की कोई ज़रूरत नहीं - आकाश महेशपुरी Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 1 317 Share आकाश महेशपुरी 11 Jan 2021 · 1 min read ग़ज़ल- हुए हम तो आखेट तिरछी नज़र के ग़ज़ल- हुए हम तो आखेट तिरछी नज़र के ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ रहे घाट के ना रहे आज घर के हुए हम तो आखेट तिरछी नज़र के मिला ही जनम से कलर मुझको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · हास्य-व्यंग्य 1 3 482 Share Shekhar Chandra Mitra 13 Jun 2022 · 1 min read देख तमाशा आज हमारी कल तुम्हारी! देख तमाशा बारी-बारी!! भेड़ों से भला चलेगी कब तक! भेड़िए की आख़िर यारी!! #BulldozerShayari #रामराज #बुल्डोजर #उत्पीड़न #lynching #बहुजन #अल्पसंख्यक Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 1 277 Share Suryakant Dwivedi 17 Jun 2022 · 4 min read कारण के आगे कारण व्यंग्य कारण के आगे कारण कारण के पीछे कारण कारण के आगे भी कारण होते हैं। कारण के पीछे भी कारण होते हैं। कारण कभी कारण नहीं होता। कारण कभी... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 289 Share Shekhar Chandra Mitra 24 Jun 2022 · 1 min read इंडिया का मतलब आजकल हुआ इंडिया! बिना पेंदी की हंडिया!! पब्लिक की छाती पर गवर्नमेंट खेले डांडिया!! #शायरी #राजनीति #सियासत #युवा #Students #विद्यार्थी #Politics #हक़ #हल्ला_बोल Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 1 103 Share Godambari Negi 23 Jul 2022 · 1 min read 'ख़त' हमने खत भेजा, उसने देखा, फाड़ा और फेंका... उसे हम रोज खत लिखेंगे, लाज़मी उसे हम खत फाड़ने का काम देंगे... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 250 Share Rakesh Bahanwal 28 Aug 2022 · 3 min read सेब लोगे या घोड़ा.... ? एक राजा था । उसने एक सर्वे कराने का निर्णय लिया, जिससे यह पता चल सके कि राज्य के लोगों की घर - गृहस्थी पति के हुक्म से चलती है... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 269 Share Sudhir srivastava 18 Sep 2022 · 2 min read खुला आफर हास्य खुला आफर ************ अभी अभी यमराज का नया आफर आया, आफर सुन मेरा सिर चकराना, यमराज पर गुस्सा खूब आया मैं भला चुप कहाँ रहने वाला मैंने तुरंत हाटलाइन... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 89 Share Shekhar Chandra Mitra 20 Sep 2022 · 1 min read बेचूराम पहिले आपन ईमान बेचलस तब सरकारी सामान बेचलस! फेर औरी कुछु जब ना मिलल तअ जनता के अरमान बेचलस!! सब कुछ आंखी के सामने भईल बाकिर केहू ना समझ पावल!... Bhojpuri · कविता · हास्य-व्यंग्य 1 163 Share Sudhir srivastava 26 Sep 2022 · 1 min read नफ़रत व्यंग्य नफरत ****** आइए! नफरत का मान बढ़ाते हैं इसे लोकतांत्रिक बनाते हैं, नफरत के साथ नफरत का अभियान चलाते हैं। नफरत से नफरत करने वालों के खिलाफ मिलकर झंडा... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 135 Share Shekhar Chandra Mitra 4 Oct 2022 · 1 min read अंधभक्ति की पराकाष्ठा साहब आपकी सुबह की जय साहब आपकी शाम की जय! साहब आपके चाय की जय साहब आपके आम की जय! रेडियो से लेकर टीवी और अखबार से लेकर ट्विटर तक!... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 1 1 404 Share विशाल शुक्ल 9 Oct 2022 · 1 min read तीर्थ यात्रा मुख्यमंत्री जी तीर्थ दर्शन यात्रा रेल चला रहे हैं अपने कार्यकाल में बढ़ा भ्रष्टाचार वो गला रहे हैं जब हमने पूछा... महोदय! आप गजब का पुण्य कमा रहे हैं तीर्थ... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 1 244 Share Ashish Kumar 17 Oct 2022 · 1 min read जैसी करनी वैसी भरनी जैसी करनी वैसी भरनी टिकट कटा एक नेता जी का पड़े हुए थे बिल्कुल बेजान चार काँधों का मिला सहारा पहुँचा दिए गए श्मशान यमदूत जा रहे थे लेकर आत्मा... Hindi · Jaisi Karni Waisi Bharni · कविता · जैसी करनी वैसी भरनी · हास्य-व्यंग्य 1 2 198 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 21 Oct 2022 · 1 min read कैसा अलबेला इंसान हूँ मैं! माना घर का था मैं निगोड़ा वो माना बीबी से मुहँ मोड़ा बेच चाय सी सपने सबको मत पूछो कहाँ किसे मरोड़ा उन्नीस से न यूँ ही बीस बड़ा अब... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 1 171 Share Sudhir srivastava 26 Oct 2022 · 1 min read ईर्ष्या भाव का त्याग व्यंग्य ईर्ष्या भाव का त्याग ****************** आपका सुझाव तनिक नहीं भाया ईर्ष्या के बिना भला कैसी होगी ये काया? आप क्या जानो ईर्ष्या के गुण ईर्ष्या में ही तो मैंने... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 98 Share Sudhir srivastava 28 Oct 2022 · 2 min read मेरी सलाह हास्य मेरी सलाह ************* बड़े ओवैसी का अभी अभी हैदराबाद से फोन आया बड़े सम्मान से फरमाया हम इतने शरीफ हैं कि नवाज शहनवाज भी हमारी शराफत से शरमाते हैं... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 95 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Oct 2022 · 1 min read उजड़ी हुई बगिया मैं उस बगिया की बुलबुल हूं अब तक जो नहीं आबाद हुई! दिल में जो ख़ुशी की नज़्म उठी होठों पर आकर फ़रियाद हुई!! शिकारी से मिलकर माली ने हाय,... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 1 279 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Nov 2022 · 1 min read तमसो मा ज्योतिर्गमय अंधेरे में डूबे हुए एक देश भारत की ओर से दुनिया को दीवाली की शुभकामनाएं! Shekhar Chandra Mitra #Diwali #Corruption #politics #महंगाई #बेरोजगारी #गरीबी #भ्रष्टाचार #सांप्रदायिकता #धर्मांधता #जातिवाद Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 176 Share Previous Page 2 Next