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Comments (10)

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30 Jul 2022 09:14 AM

बहुत सुंदर सर। लाजवाब ख्वाब। मेरी ईश्वर से विनती है की ऐसे ही आपके और मेडम के बीच प्यार बना रहे और हमें इस तरह के हास्य व्यंग्य रचना पढने को मिलता रहे।😀😃🙏🙏

30 Jul 2022 03:14 PM

जी हाँ सर। हर आदमी एक दूसरे को देखकर ही आगे बढता है। यही हमारी सांस्कृति है ।मै भी तो आप सब से ही सीख रही हूँ।🙏🙏

पुनः आभार 😊

उत्कृष्ट रचना

हार्दिक आभार

30 Jul 2022 06:28 AM

वाह कविवर! ख्वाब देखिए इनके 😆…….वैसे सुन्दर रचना

धैर्य रखें, ये सब अब ख्वाबों और कल्पनाओं तक ही सीमित रहेंगे 😃

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