Comments (11)
5 Nov 2022 11:30 PM
मस्त मस्त छे कविता थारी भाया
ढूंढ रहो मैं माया थारी भाया
चोखी लिखी चोखी सोची
खूब सराही जावेगी यो खूब सराही जावेगी ।।💐
एक अबोध बालक
Ram Krishan Rastogi
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5 Nov 2022 11:33 PM
प्रंशसा के लिए चोखा सा धन्यवाद।
6 Nov 2022 10:45 PM
मित्र आपकी हाजिर जबाबी को सलाम खुश रहे, आदाब
5 Nov 2022 08:26 PM
सत्य वचन।
5 Nov 2022 08:27 PM
बहुत सुंदर कविवर
Ram Krishan Rastogi
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5 Nov 2022 08:29 PM
शशि जी धन्यवाद
Ram Krishan Rastogi
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5 Nov 2022 05:22 PM
नुपुर पाठक जी धन्यवाद
Ram Krishan Rastogi
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5 Nov 2022 04:30 PM
क्या ये सब चीजें इक्कीसवीं शताब्दी में मिल जायेगी।
Dr राम कुमार शास्त्री जी आपका हृदय से आभार।
मित्र आपकी हाजिर जबाबी को सलाम खुश रहे, आदाब
शुक्रिया