Posts Tag: कहानी 2k posts Sort by: Latest Likes Views List Grid DR.MDHU TRIVEDI 10 Oct 2021 · 2 min read नवरात्रि सूबेरपुर ग्राम में जमींदार अपनी पत्नी नैना और पुत्र सोहन तथा बहू सुमिरन सहित रहते थे । दिन प्रतिदिन की जिन्दगी भलीभांति चल रही थी , जमींदार ने बेटे का... उत्सव - कहानी प्रतियोगिता · कहानी 81 24 995 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jul 2021 · 4 min read बाल परित्यक्ता कौमार्यावस्था के बारह बसन्त बीतते ही उसका विवाह परेश के साथ हो गया था , पर जुम्मे-जुम्मे उसने सात बसंत ही देखे थे कि पति ने परस्त्री के प्रेम-जाल में... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 79 9 508 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jul 2021 · 3 min read किडनैपिंग प्रकाश ने जब नजर उठाकर नेहा की ओर देखा , ' नेहा ने कुछ सकुचा , शरमा कर जमीन पर निगाहें टिका ली '। प्रकाश के साथ उसका रिश्ता एक... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 78 6 392 Share DR.MDHU TRIVEDI 30 Jul 2020 · 1 min read संवाद दीदी , तुमको याद है पिछली बार जब हम सब बहिनें मायके आई थी तो माँ ने कैसे आम के पैर पर झूला डाल रखो थो बारी - बारी से... Hindi · कहानी 77 1 483 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jul 2021 · 4 min read अछूत जिस समाज में वो जन्मी थी , वो बहुत समय से मनुष्य की विष्टा उठाने का काम करता रहा था पर जैसा उसके घर के बुजुर्ग बताते थे , एक... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 77 4 512 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jul 2021 · 3 min read नदी के दो किनारे जीवन संध्या में दोनों एक दूसरे के लिए नदी की धारा थे। जब एक बिस्तर में जिन्दगी की सांसे गिनता है तो दूसरा उसको सम्बल प्रदान करता है, जीवन की... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 77 4 783 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jul 2021 · 3 min read भोले भक्त बचपन में माँ जब देवी – देवताओं की कहानियाँ सुनाया करती थी तो कमरे में दीवार पर जो भोले की तस्वीर टँगी थी उसमें उस भोले- भक्त वीरू की अनायास... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 77 4 855 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 7 Jul 2021 · 9 min read " मित्रता की बेल " आज जब सोकर उठा, तो घुरई बड़ा अनमना सा था। कल रात पहली नींद तो थकान के मारे आ गई थी परन्तु फिर जो आँख खुली तो न जाने क्यों... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 70 176 4k Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 16 May 2023 · 4 min read " सुर्ख़ गुलाब " आज गुलाब की टहनी कुछ उदास है.. भँवरे भी कुछ अनमने से इधर उधर घूम तो रहे हैं लेकिन वह गुँजारने को आमादा नहीं दिखते। तितलियां भी मानो आज नृत्य... दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता · कहानी 61 95 1k Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 1 Jul 2021 · 3 min read अफ़सोस – लघु कहानी अफ़सोस – लघु कहानी एक छोटा सा परिवार जिसमे माता , पिता , बेटा , बहू और एक पोता | पोते की उम्र करीब सत्रह वर्ष | परिवार खुशहाल और... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 39 94 4k Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 3 Jul 2021 · 3 min read मुस्कान लौट आई - कहानी मुस्कान लौट आई - कहानी गाँव के मुहाने पर एक ओर बुधिया का मकान | मकान में बुधिया की पत्नी, उसकी प्यारी सी बेटी गौरी , माता एवं पिता कुल... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 34 92 2k Share Abha Saxena Doonwi 13 Jun 2016 · 8 min read माँ कैसी हो तुम ? कहानी माँ कैसी हो तुम ? आभा सक्सेना देहरादून कल ही मैं माँ को मेंन्टल हाॅस्पीटल में छोड़ कर आयी हूं उनको मेंटल हाॅस्पीटल में छोड़ना मेरी मजबूरी बन गयी... Hindi · कहानी 32 34 67k Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 2 Jul 2021 · 3 min read -- वो पक्षी कहाँ चले गए ? -- " जब करीब मैं खुद , एक छोटी सी उम्र से गुजर रहा था, मन नटखट, परन्तु जिज्ञासा से भरा हुआ, कुछ न कुछ सोच में हमेशा डूबा हुआ सा,... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 28 48 1k Share Ram Krishan Rastogi 2 Jul 2021 · 5 min read भगवान के दर्शन - एक सच्ची दर्द भरी कहानी देश में लॉक डाउन व कोरोना काल चल रहा था | सभी लोग अपने अपने घरो में बंद थे | सारी सडके सुनसान पड़ी थी | केवल पुलिस वाले ही... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 28 25 2k Share Ram Krishan Rastogi 1 Jul 2021 · 6 min read क्या भगवान है ? एक सच्ची कहानी एक मेजर के नेतृत्व में 15 जवानो की एक टुकड़ी हिमालय पर्वत में अपने रास्ते पर थी उन्हे ऊपर कही तीन महीने के लिए दूसरी टुकड़ी के लिए तैनात होना... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 27 40 1k Share Ram Krishan Rastogi 24 Jul 2021 · 6 min read मासूम शिव भक्त – एक सच्ची कहानी शंकर एक अनाथ लड़का था। उसको जंगल में रहने वाले शिकारियों के एक गिरोह ने पाला था। उसके पास कोई औपचारिक शिक्षा भी नहीं थी – वह केवल एक चीज... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 23 28 7k Share Vishnu Prasad 'panchotiya' 10 Nov 2021 · 8 min read गुरुजी! क्यों रे फलाने के छोरे! जरा इधर तो आ! पिताजी के नाम को संबोधित करते हुए गुरुजी ने आवाज लगाई। मैं कुछ डरा हुआ- सा तथा कुछ सहमा हुआ-सा हृदय... उत्सव - कहानी प्रतियोगिता · कहानी 20 23 2k Share Ram Krishan Rastogi 14 May 2023 · 5 min read मेरी दोस्ती मेरा प्यार मेरी दोस्ती मेरा प्यार **************** "जब दीप जले चले आना" अंकिता के ये शब्द आज भी वैभव के कानों में गूंज रहे है और उसका चमकता चेहरा उसकी आंखो के... दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता · कहानी 19 37 708 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 27 Jul 2021 · 6 min read भरोसा – कहानी भरोसा – कहानी विकास गुप्ता एक कपड़े के व्यापारी हैं बाज़ार में इनकी एक कपड़े की बड़ी सी दुकान है | परिवार खुशहाल और समृद्ध है | माता - पिता... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 18 28 1k Share उमा झा 31 Aug 2020 · 4 min read बहरा खानदान -(भाग 1) किसी गांव में एक अठ्निया नामक किसान रहता था ।उसके चार बेटे थे । फ्फरा,मचान ,टेटरा और हरखू ।फ्फरा अपने पिता के साथ खेतीबाड़ी करता था , मचान किराना दुकान... Hindi · कहानी 17 10 579 Share उमा झा 6 Sep 2020 · 4 min read बहरा खानदान - (भाग-2) अभी तक आपने पढ़ा -- किसी गांव में एक अठ्निया नामक किसान रहता था ।उसके चार बेटे ----------धन्नो के कारण अठ्निया और उसकी पत्नी में तु-तु, मैं-मैं हो जाता है... Hindi · कहानी 16 10 305 Share Kumar Kalhans 22 May 2021 · 2 min read कुबूल है। कुबूल है। कुबूल है। सलीम एक निहायत सीधा साधा युवक था पर उसमें एक बड़ी खामी थी कि वह कोई भी काम टिक कर नहीं कर पाता था। कुछ महीने काम पर कुछ महीने... Hindi · कहानी 16 3 611 Share आकाश महेशपुरी 1 Jul 2021 · 3 min read माँ टूटी खाट पर बैठी बुढ़िया चिल्लाए जा रही थी। “बेटा रामनाथ! बड़े जोर की प्यास लगी है…गला सूखा जा रहा है…बेटे! जरा पानी पिला दे।” रामनाथ यारों के साथ बैठा... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 16 9 1k Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 17 Aug 2020 · 4 min read बंटवारा बलदेव सिंह एक अच्छे किसान थे उनकी सूझबूझ और चतुराई के चर्चे सारे गांव में रहते थे। धर्म पत्नी रत्ना देवी भी मिलनसार एवं कुशल ग्रहणी थीं। बड़े बेटे राजकुमार... Hindi · कहानी 15 6 401 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 7 May 2023 · 3 min read दो दोस्त - कहानी दो दोस्त – कहानी एक गाँव में दो दोस्त रहा करते थे नाम थे विमल और राज | दोनों ही मध्यम वर्ग के परिवार से सम्बंधित थे | वैसे घर... दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता · कहानी 15 19 1k Share Kumar Kalhans 16 May 2021 · 3 min read मां का दिल। एक पुराना किस्सा है बचपन में किसी सस्ती सी पत्रिका में पढ़ा था। वही वाली पत्रिका जो दस दस पैसे में बस स्टेशनों पर मिला करती थी। किस्सा यूँ था... Hindi · कहानी 14 1 772 Share Kumar Kalhans 22 May 2021 · 2 min read एक सफर ऐसा भी। बहुत समय के बाद अचानक ही वो बाज़ार में मिली।पहले तो हम काफी देर तक एक दूसरे को देखते ही रहे। फिर मैंने उससे कहा कि कहीं चल कर बैठते... Hindi · कहानी 14 1 528 Share राजेश 'ललित' 13 Jul 2021 · 4 min read 'किशोर का बस्ता' किशोर का बस्ता ------------------------- किशोर की आयु लगभग दस वर्ष की रही होगी,जब कोरोना का प्रकोप हुआ।वह सरकारी स्कूल में पांचवी कक्षा का विद्यार्थी था।उसके पिता बनवारी लाल वर्मा किसी... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 14 13 892 Share Khushboo Khatoon 15 Jul 2021 · 2 min read मेंढकी का घमंड सुबह का समय था । अभी-अभी सूर्योदय हुई थी।सूर्य की हल्की हल्की रौशनी से लोगो को नई ऊर्जा मिल रही थी।आज आजतक से तेज बारिश और आंधी आने के बाद... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 14 10 1k Share आकांक्षा राय 30 Jul 2021 · 1 min read सबसे नालायक बेटा डॉक्टर का यह कहना कि यह आपरेशन रिस्की है जिसमें जान भी जा सकती है,मास्टर साहब को विचलित कर देने वाली बात थी ।आपरेशन के बिना रोग के बढने का... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 14 10 952 Share राजेश 'ललित' 30 Jul 2021 · 1 min read मेरे मोहल्ले की कहानी मेरे मोहल्ले की कहानी ——————— मेरा मोहल्ला कभी रुका कभी चला शास्त्री जी नहीं रहे अब बिक गया धर्म निवास नहीं पता!कौन रहता पास, बहुत दिन हुये पांच नं का... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 14 12 609 Share उमा झा 20 May 2020 · 4 min read रिसेप्शन कल दीपक भैया की शादी हुई थी ।अगले दिन रिसेप्शन होने वाला था ।दीपक भैया हमारे मंझले भाईजी के पक्के मित्र थे ।जिस कारण उनका हमारे घर आना जाना होता... Hindi · कहानी 13 4 598 Share राजेश 'ललित' 2 Jul 2021 · 4 min read 'निकम्मा' निकम्मा -------------------------- राधेश्याम सरकारी नौकरी से रिटायर हो कर तकिये पर सिर रख कर छत को निहारते हुये सोच रहा था कि चलो सारी ज़िम्मेदारियों से मुक्त होकर अब कुछ... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 13 14 1k Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 27 May 2023 · 20 min read अभागा माँजी ने आवाज़ दी, “तुम्हारा फोन है बबलू”। मेरा फोन!, तुम्हारे फोन पर कैसे। फिर याद आया कि पहले ये नंबर मेरे मोबाइल में था, बाद में माँ जी के... दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता · कहानी 13 21 3k Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 10 Feb 2018 · 3 min read फीका त्योहार ! सुबह सुबह सुदूर पहाड़ियों पर फैला श्वेत बर्फ को निहारते हुवें कश्मीर के सीमावर्ती इलाके में तैनात फौजी पांडेय जी कहवा की चुस्कियां लगा ही रहे थे कि पास पड़े... Hindi · कहानी 12 1 736 Share Kumar Kalhans 19 May 2021 · 2 min read साहेब की अंतर्दृष्टि। एक महिला नेता के अंतर्वस्त्र के रंग का खुलासा कर और उस पर तालियां बटोर कर साहब घर पहुँचे तो गर्मी की वजह से बड़ी प्यास लगी थी। बेगम को... Hindi · कहानी 12 276 Share Kumar Kalhans 22 May 2021 · 3 min read हरा पत्ता। शरद ऋतु अपने यौवन पर थी। उसने बड़ी निर्ममता से पेड़ों से उनके वस्त्र छीनकर उन्हें निर्वसन कर दिया था। वृक्ष कातर होकर खड़े थे। उनकी ऊपर उठी हुई डालियां... Hindi · कहानी 12 1 798 Share पंकज कुमार कर्ण 2 Jul 2021 · 7 min read "लड़की हुई है" "लड़की हुई है" ^^^^^^^^^^^^^ """"""""""”""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""" मेरे एक घनिष्ट मित्र रवि जो एक निजी कंपनी में काम करता था। रवि की आय ज्यादा नही थी, किसी प्रकार अपने परिवार का भरण-पोषण... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 12 15 2k Share अमित कुमार 3 Jul 2021 · 7 min read अनमोल हीरा ★अनमोल हीरा★ कोयले की खान में एक हीरा ऐसे ही पड़ा हुआ था जैसे कूड़ेदान में सोने की गिन्नी पड़ी हो। खान में काम करने वाले मजदूर क्या जाने हीरा... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 12 51 2k Share मनोज कर्ण 16 Jul 2021 · 8 min read कविता का जन्म कविता का जन्म ~~~~~~~~~~ बस तीन -चार दिन पहले की बात है, जब मैं कार्यालय से घर वापस आया, तो देर शाम का वक़्त हो चुका था। घर आते ही... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 12 18 1k Share आकांक्षा राय 28 Jul 2021 · 1 min read चोट प्रोफेसर राय को उनकी कृति 'स्त्री:तेरी कहानी' के लिए आज सम्मानित किया जाना था।प्रोफेसर कालोनी से लगभग सभी उनके सम्मान समारोह में जा रहे थे।कुछ औरतें मिसेज राय को भी... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 12 6 538 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 16 Oct 2021 · 4 min read अंतहीन उत्सव अंतहीन उत्सव //दिनेश एल० "जैहिंद" चोटिल विमला चौकी पर लेटी हुई थी। वह सिर दर्द और चोट की पीड़ा से परेशान थी। सिर में ६ टांगे लगे थे। उसका चेहरा... उत्सव - कहानी प्रतियोगिता · कहानी 12 11 936 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 9 Feb 2018 · 9 min read 🥗फीका 💦 त्योहार 💥 (नाट्य रूपांतरण) (प्रथम दृश्य) 🏂🏔️⛷️🗻🏕️🌄🏕️🗻🏂🏔️⛷️ ☎️ट्रिन… ट्रिन….ट्रिन … ट्रिन…. 📞👮-हेल्लो.. 📱👩-हाँ जी, गोड़ लागत हइ, बहोत बहोत बधाई हो ! 📞👮-खुश रह, पर आज ये सुबह सबेरे बधाई, किस बात की। 📱👩-अजी... Hindi · कहानी 11 886 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 10 Aug 2020 · 3 min read अनकही प्रेम कहानी सांझ ढल रही थी, सूरज अस्ताचल की ओर जाते हुए ऐसा लग रहा था मानो झील में स्नान करने उतर रहा हो। आसमान में लालिमां छाने लगी थी पक्षी कलरव... Hindi · कहानी 11 6 482 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 27 Sep 2020 · 4 min read अतिथि भगवान के बराबर होते हैं प्रकाश और मनीषा की नई-नई शादी हुई थी, दोनों मुंबई में नौकरी करते थे, काम और बड़े शहर की आपाधापी से दूर कहीं घूमने का मन बनाया था। अपनी निजी... Hindi · कहानी 11 2 404 Share कृष्णकांत गुर्जर 20 Oct 2020 · 5 min read हाय रे मेरी किस्मत पहला परिदृश्य घर के बाहर आंगन में बैठे हुए, मैने मेरी श्रीमती को आवाज लगाते हुए कहा एजी सुनती हो, में अभी आता हैं थोड़ा बाहर रहा हूं । इतने... Hindi · कहानी 11 3 1k Share Kumar Kalhans 22 May 2021 · 3 min read गाज़ियाबाद कै बियाह। परसपुर से पसका जा रहा था। जीप में बैठा उकता रहा था। जीप वाले से पूछा कि भाई जीप कब चलेगी तो उसने बताया या तो अच्छी खासी सवारी मिल... Hindi · कहानी 11 1 424 Share Kumar Kalhans 26 May 2021 · 3 min read टेम्पल रन। पुनः एक बार भीषण पराजय के सागर में गोते खाते हुए चिरयुवा अध्यक्ष दीन हीन अवस्था में सोफे पर पसरे हुए थे। उनके मासूम सुंदर मुखड़े पर ईर्ष्या , छोभ... Hindi · कहानी 11 470 Share आकाश महेशपुरी 1 Jul 2021 · 4 min read दहेज़ आधी रात को बैगन के खेत में मचान पर सोये अकलू की नींद अचानक टूटी। कुछ जलने की गंध व सियारों का शोर सुनकर वह बुरी तरह सहम गया। खेत... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 11 12 1k Share राजेश 'ललित' 3 Jul 2021 · 2 min read 'उसने क्या कहा था?' लघुकथा ---------- उसने क्या कहा था? ------------------------- मनसुख राय अपनी आयु के बहत्तरवें वर्ष में प्रवेश कर चुके थे।पिछले वर्ष तक वे महिलाओं के कपड़े सिलते थे।बड़े प्रसिद्ध टेलर थे।दूर... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 11 12 822 Share Page 1 Next