इस कहानी से यह सीख मिलती है कि भरोसा एक बार तो करना चाहिए भरोसा जीवन में बहुत अमूल्य स्थान निभाता है धन्यवाद वंशिका जैन11th b कॉमर्स
शुक्रिया जी
सुंदर कथा प्रस्तुति !
कथा के प्रारंभ में आपने अंसारी महोदय की बेटी का नाम नुसरत बताया है परंतु कथा के अंतिम चरण में बेगम का नाम नुसरत लिखा है। कृपया भूल सुधार करें !
धन्यवाद !
जी सुधार के लिए शुक्रिया जी |
उत्कृष्ट। कृपया मेरी रचना सेना की शक्ति का भी अवलोकन करें।
शुक्रिया जी l जी जरूर l
भावपूर्ण एवं सुंदर कहानी।
आभार कमलेश जी
बेहतरीन कहानी??
शुक्रिया जी
Sundar kahani
शुक्रिया जी
बेहतरीन कहानी
आभार जी
?? Amazing .. superb
Shukriya जी
बहुत बढ़िया ???
शुक्रिया जी
बेहतरीन प्रेरणादायक कहानी है, काश हर इंसान में ऐसी इंसानियत हो ..
आपका आभार जी l इस कहानी के माध्यम से इसी भावना को जागृत करने की कोशिश की है भाई l
अति उत्तम! ✍ अनिल कुमार गुप्ता “अंजुम” ✍️ ⛳ जी….. बधाई!!
शुक्रिया महावीर जी
Very nice
Shukriya जी
अति सुंदर।
शुक्रिया जी
Is khaani se yeh Sikh milti h ki pdosi hone ke nate ek dosre pr bhrosa krna cahiye..
शुक्रिया जी