Comments (3)
21 Oct 2020 08:44 AM
अतिसुंदर व्यंगपूर्ण वर्तमान छद्मवेशी यथार्थ की प्रस्तुति।
धन्यवाद !
कृष्णकांत गुर्जर
Author
22 Oct 2020 09:02 AM
सादर धन्यवाद
सम्मानीय श्री
बहुत सुंदर रचना ।कृपया मेरी कविता “अमर प्रेम (सवैया) का अवलोकन कर एक वोट देकर सहयोग की कृपा करें।।