अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 1416 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 1 Jul 2021 · 3 min read अफ़सोस – लघु कहानी अफ़सोस – लघु कहानी एक छोटा सा परिवार जिसमे माता , पिता , बेटा , बहू और एक पोता | पोते की उम्र करीब सत्रह वर्ष | परिवार खुशहाल और... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 39 94 4k Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 8 Jun 2021 · 3 min read IMPORTANCE OF DISCIPLINE IN LIFE - AN ESSAY IMPORTANCE OF DISCIPLINE IN LIFE - AN ESSAY INTRODUCTION: - Discipline means how to control self or we can say self-control. Sometimes it means order to act in a right... English · Essay 5 7 3k Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 8 Jun 2021 · 6 min read ROLE OF STUDENT’S IN NATION BUILDING ROLE OF STUDENT’S IN NATION BUILDING INTRODUCTION: - Students, the future of a nation, play a very vital role in nation building. Every individual countryman can play its role in... English · Essay 1 2 3k Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 3 Jul 2021 · 3 min read मुस्कान लौट आई - कहानी मुस्कान लौट आई - कहानी गाँव के मुहाने पर एक ओर बुधिया का मकान | मकान में बुधिया की पत्नी, उसकी प्यारी सी बेटी गौरी , माता एवं पिता कुल... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 34 92 2k Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 27 Jul 2021 · 6 min read भरोसा – कहानी भरोसा – कहानी विकास गुप्ता एक कपड़े के व्यापारी हैं बाज़ार में इनकी एक कपड़े की बड़ी सी दुकान है | परिवार खुशहाल और समृद्ध है | माता - पिता... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 18 28 1k Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 27 May 2021 · 1 min read मौसम ने ली अँगड़ाई है मौसम ने ली अँगड़ाई है मौसम ने ली अँगड़ाई है घनघोर घटा छाई है मौसम सुहाना हो गया ये दिल दीवाना हो गया बारिश की झमाझम बूंदों से प्रेम का... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 44 150 1k Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 16 Aug 2021 · 2 min read ज़िद – कहानी ज़िद – कहानी शहर में रहते हुए भी नेहा जद्दोजहद की जिन्दगी जी रही थी | घर में माता - पिता के अलावा एक भाई पंकज भी है | नेहा... Hindi · कहानी 7 16 1k Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 6 Aug 2021 · 4 min read गुमराह - कहानी गुमराह एक गाँव में चार दोस्त रहते थे उनके नाम थे – मनोज, पंकज, देव एवं विजय | सभी खेतिहर मजदूर के परिवारों से थे | फिर भी एक बात... Hindi · कहानी 4 10 1k Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 13 Feb 2021 · 13 min read आधुनिक शिक्षा का लक्ष्य आधुनिक शिक्षा का लक्ष्य शिक्षा क्या है ? :- शिक्षा का अर्थ है शिक्षित करना , ऊपर उठाना , पालन - पोषण करना , प्रशिक्षण देना, संवर्द्धन, नैतिक उत्थान ,... Hindi · लेख 2 2 1k Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 13 Oct 2021 · 4 min read अनोखी दीपावली - कहानी अनोखी दीपावली राजेश चौहान जी शहर की एक सर्व सुविधायुक्त कॉलोनी में अपने परिवार के साथ रहते हैं | परिवार में माता - पिता के आलावा पत्नी सुधा भी है... उत्सव - कहानी प्रतियोगिता · कहानी 11 20 1k Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 18 Feb 2021 · 4 min read एक अच्छे वक्ता के गुण एक अच्छे वक्ता के गुण एक अच्छा वक्ता होना एक कला है | इस कला में निपुण होने के लिए व्यक्ति का सामाजिक होना अतिआवश्यक है | मानवीय विचारों से... Hindi · लेख 3 4 2k Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 8 Dec 2021 · 6 min read महक - कहानी महक - कहानी किसी गाँव के एक ओर मुहाने पर एक झोपड़ी जिसमें परिवार में कुल तीन लोग रहते हैं बुधिया , उसकी पत्नी रामवती और बेटी महक | एक... Hindi · कहानी 10 20 1k Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 30 Oct 2021 · 3 min read दो दोस्त – कहानी दो दोस्त – कहानी एक गाँव में दो दोस्त रहा करते थे नाम थे विमल और राज | दोनों ही मध्यम वर्ग के परिवार से सम्बंधित थे | वैसे घर... Hindi · कहानी 9 22 1k Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 26 Dec 2021 · 3 min read समय की कीमत – कहानी समय की कीमत – कहानी नलिनी एवं प्राची दोनों पक्की सहेलियां थी | दोनों एक ही कक्षा में पढ़ाई कर रही थी | इस समय दोनों कक्षा आठवीं में थीं... Hindi · कहानी 3 10 1k Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 2 Jul 2021 · 6 min read किस तरह से आप स्वयं को बहुमुखी प्रतिभा का धनी बनाएं ? ( 30 उपाय ) किस तरह से आप स्वयं को बहुमुखी प्रतिभा का धनी बनाएं ? ( 30 उपाय ) जीवन में सफलता और असफलता के दौर से प्रायः हर एक आदमी को गुजरना... Hindi · लेख 3 6 1k Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 30 Jun 2021 · 1 min read जीना है तो लड़ना सीखो जीना है तो लड़ना सीखो जीना है तो लड़ना सीखो , देश के हित कुछ करना सीखो गली--गली उजियारा फैले, ऐसे प्रयास तुम करना सीखो सीमाओं के बंधन तोड़ो ,... Hindi · कविता 3 2 1k Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 18 Feb 2021 · 5 min read परीक्षा शब्द सुनते ही बच्चों में परीक्षा के प्रति डर पैदा हो जाता है आखिर क्यों ? परीक्षा शब्द सुनते ही बच्चों में परीक्षा के प्रति डर पैदा हो जाता है आखिर क्यों ? “परीक्षा शब्द सुनकर बहुत से बच्चे मानसिक रूप से अपने आपको परेशान महसूस... Hindi · लेख 2 2 1k Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 7 May 2023 · 3 min read दो दोस्त - कहानी दो दोस्त – कहानी एक गाँव में दो दोस्त रहा करते थे नाम थे विमल और राज | दोनों ही मध्यम वर्ग के परिवार से सम्बंधित थे | वैसे घर... दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता · कहानी 15 19 1k Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 24 Jan 2022 · 1 min read मेरी बिटिया रानी फ़ूलों की खुशबू सी महके, मेरी बिटिया रानी चंदा की चाँदनी सी चमके, मेरी बिटिया रानी संस्कारों से पोषित हो, मेरी बिटिया रानी आसमाँ पर चमके, मेरी बिटिया रानी आँचल... Hindi · कविता 5 8 1k Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 13 Nov 2021 · 4 min read सबक - कहानी सबक - कहानी गोलू एक शादीशुदा व्यक्ति है जिसका वास्तविक नाम गोपाल है | घर में सब बचपन से ही उसे प्यार से गोलू पुकारते हैं | जिसके दो बच्चे... Hindi · कहानी 3 2 982 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 6 Jun 2021 · 4 min read PLEASURE OF READING Introduction:-This is rightly said about books by Francis Bacon: “some books are to be tasted, others are to be swallowed and some few to be chewed and digested.”Books always provide... English · Essay 1 4 1k Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 16 Aug 2021 · 4 min read लॉकडाउन के दौरान पुस्तकों की व्यथा लॉकडाउन के दौरान पुस्तकों की व्यथा यहाँ हम आज लॉकडाउन के दौरान अलमारियों में बंद दो पुस्तकों के बीच के वार्तालाप को सकारात्मक दृष्टि से समझने की कोशिश करेंगे कि... Hindi · लेख 4 8 917 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 13 Feb 2021 · 1 min read मुहब्बत के गीतों को मुहब्बत के गीतों को मुहब्बत के गीतों को लबों पर सजाये रखना यादों के चरागों को हमेशा जलाए रखना मुहब्बत के आशियाँ को सजाये रखना यादों का एक समंदर सजाये... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 36 897 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 28 Jan 2022 · 5 min read शरारत – कहानी शरारत – कहानी राकेश हंस के परिवार में कुल आठ सदस्य थे | राकेश उनकी पत्नी निहारिका , दो बच्चे प्रिया और सुमित के अलावा उनके माता-पिता , छोटा भाई... Hindi · कहानी 3 4 857 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 8 Jun 2021 · 3 min read Ambition of Life - How to achieve (An essay) Ambition of Life - How to achieve (An essay) Introduction: - Aim means goal, target, destination which give purpose and means, direction to life to achieve. Aimless life is a... English · Essay 2 7 818 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 19 Feb 2021 · 2 min read केंद्रीय विद्यालय संगठन - एक कविता केंद्रीय विद्यालय संगठन के वी एस की महिमा, लगती निराली हमें बांधती है अपने, बंधन में सबको इसकी पढ़ाई देती, सम्पूर्ण ज्ञान हमें निखारती, सभी कलाएँ बच्चों में कभी बाल... Hindi · कविता 1 1k Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 8 Jun 2021 · 4 min read Good manners - An essay Good manners - An essay Introduction:-Good manners mean good habits. Habits which make a man complete in all means. Good manners always inculcate good efforts, good doings among men. Good... English · Essay 2 5 815 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 17 Dec 2021 · 3 min read रफ़्तार - कहानी रफ़्तार - कहानी पंकज अपने माता - पिता की तीन संतानों में सबसे छोटा है | चावला जी की कुल तीन संतान हैं जिनमे बड़ी बेटी रश्मि और छोटी बेटी... Hindi · कहानी 3 10 815 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 15 Feb 2022 · 1 min read केंद्रीय विद्यालय - गीत 2 केंद्रीय विद्यालय केंद्रीय विद्यालय शिक्षा के उपवन सजाये , केंद्रीय विद्यालय बच्चों में संस्कार जगाये , केंद्रीय विद्यालय केंद्रीय विद्यालय , केंद्रीय विद्यालय केंद्रीय विद्यालय , केंद्रीय विद्यालय स्वच्छ भारत... Hindi · गीत 3 6 813 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 29 Jun 2021 · 1 min read कुछ स्वस्थ विचार कुछ स्वस्थ विचार १. लक्ष्य भृष्ट मनुष्य को मंजिल कभी भी नसीब नहीं होती | वह दिशाहीन व्यक्ति की तरह यहाँ से वहां भटकता रहता है | उसके द्वारा किये... Hindi · लेख 3 2 751 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 29 Jun 2021 · 1 min read शुभचिंतक - एक विचार शुभचिंतक शुभचिंतक का चुनाव अवसरवादिता नहीं होना चाहिए | मानवीय मूल्यों से ओतप्रोत, संवेदनाओं से परिपूर्ण, नैतिक मूल्यों से ओतप्रोत सामाजिक प्राणी, समर्पण का भाव आदि विशेषतायें एक शुभचिंतक के... Hindi · लेख 3 2 830 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 18 Apr 2022 · 1 min read हे पिता,करूँ मैं तेरा वंदन हे पिता,करूँ मैं तेरा वंदन तुमसे रोशन दुनिया मेरी तुमसे रोशन जीवन मेरा पथ प्रदर्शक थे तुम मेरे तुमसे रोशन आशियाँ मेरा हे पिता अभिनन्दन तुम्हारा तुमसे ही था घर... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 17 34 756 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 29 Jun 2021 · 9 min read वर्तमान सामाजिक परिदृश्य में सामाजिकता शब्द के एहसास के अभाव की चुभन- लेख वर्तमान सामाजिक परिदृश्य में सामाजिकता शब्द के एहसास के अभाव की चुभन - लेख वर्तमान सामाजिक परिदृश्य में पिछले बहुत ही कम समय में भयावह परिवर्तन हुए हैं जिन्हें 40... Hindi · लेख 4 2 813 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 25 Mar 2021 · 2 min read यह कैसी विडंबना यह कैसी विडंबना यह कैसी विडंबना है आज पंक्षी डाल पर दिखते नहीं हैं कोयल की कूक सुनाई देती नहीं है यह कैसी विडंबना है मोर का नृत्य तो दूर... Hindi · कविता 2 1 754 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 27 Mar 2021 · 2 min read प्रकृति की गोद में प्रकृति की गोद में प्रकृति की गोद में अपने आपको पाने के कई सुअवसर मेरे जीवन में आये बच्चों के साथ साइकिल पर चलते हुए मार्ग के दोनों ओर के... Hindi · कविता 2 1 716 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 17 Feb 2021 · 2 min read कचरा - कचरा - कचरा कचरा - कचरा - कचरा कचरा - कचरा – कचरा चारों ओर कचरा यहाँ और वहां जहां और तहां फैला है केवल कचरा - कचरा – कचरा धरती में समंदर... Hindi · कविता 756 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 8 Jun 2021 · 2 min read What god has given us and why? What god has given us and why? With reference to our physic, the almighty lord has given us the followings and the reason with:- Two hands: - · To help... English · Essay 1 2 687 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 13 Feb 2021 · 1 min read कलम कलम मैं कलम से अलख जगाता हूँ जगाता हूँ सोये हुए भाग्य पीर दिलों की मिटाता हूँ जगाता हूँ चेहरे पर मुस्कान संवेदनाओं का समंदर करता हूँ रोशन भटकों को... Hindi · कविता 1 725 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 19 Dec 2022 · 3 min read चमचागिरी - एक कला चमचागिरी एक कला है l इसमे पारंगत होने के लिए विशेष प्रशिक्षण की आवश्यकता नहीं होती l यह आपके द्वारा किए गए सामान्य प्रयासों से आरंभ होकर धीरे - धीरे... Hindi · व्यंग्य · हास्य-व्यंग्य 1 1k Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 8 Jun 2021 · 4 min read Pleasure of reading newspapers Pleasure of reading newspapers Reading newspaper with a cup of tea always gives immense pleasure. Now a day’s reading newspaper is an integral part of life. One can’t feel day... English · Article 1 2 659 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 4 Sep 2021 · 3 min read उम्मीद – कहानी उम्मीद – कहानी एक परिवार जिसमें दिवाकर चौहान और उसकी पत्नी रहते हैं | यह एक मध्यमवर्गीय परिवार है | दिवाकर जी एक सरकारी कर्मचारी है और इनका अपना खुद... Hindi · कहानी 3 2 655 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 30 Jun 2021 · 1 min read Teacher ! Teacher ! - a poem Teacher ! Teacher - a poem Teacher ! Teacher ! Take me out of fear Teacher ! Teacher ! Overcome my fear Teacher ! Teacher ! Counsel me as preacher... English · Poem 4 6 654 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 18 Feb 2021 · 6 min read आत्म विश्वास कैसे बढ़ायें ? आत्म विश्वास कैसे बढ़ायें ? अनिल कुमार गुप्ता एम कॉम , एम ए ( अर्थशास्त्र एवं अंग्रेजी साहित्य ), एम.लिब.आई.एस.सी., डी .सी.ए .,एच.डब्लू .बी .(स्काउट्स) भूमिका:- जीवन में सफल होना... Hindi · लेख 2 8 650 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 13 Feb 2021 · 5 min read समय प्रबंधन : सफलता की प्रथम सीढ़ी समय प्रबंधन : सफलता की प्रथम सीढ़ी भूमिका :- समय प्रबंधन जीवन प्रबंधन का एक अहम् हिस्सा माना जाता है | “समय” जीवन का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है | समय... Hindi · लेख 2 2 652 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 15 Feb 2022 · 1 min read केंद्रीय विद्यालय - गीत 1 केंद्रीय विद्यालय केंद्रीय विद्यालय केंद्रीय विद्यालय केंद्रीय विद्यालय शिक्षा का प्रसार करे, केंद्रीय विद्यालय संस्कारों का विस्तार करे , केंद्रीय विद्यालय केंद्रीय विद्यालय केंद्रीय विद्यालय , केंद्रीय विद्यालय केंद्रीय विद्यालय... Hindi · गीत 3 4 656 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 21 Aug 2022 · 3 min read साहस - कहानी दिनेश अग्रवाल जी के परिवार में दो बच्चों पंकज और कोमल के अलावा पत्नी सुधा और माता -पिता थे | दिनेश जी की अपनी खुद की मेडिकल की दुकान थी... Hindi · कहानी · प्रेरक 4 2 652 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 20 Feb 2021 · 1 min read भजन भजन बोलो रे बोलो बोलो राधे गोपाल बोलो बोलो रे बोलो बोलो कृष्ण गोपाल बोलो बोलो रे बोलो बोलो कन्हैया गोपाल बोलो बोलो रे बोलो बोलो बांसुरी गोपाल बोलो बोलो... Hindi · गीत 1 617 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 20 Mar 2021 · 1 min read हे जीवन संगिनी हे जीवन संगिनी हे जीवन संगिनी , हे प्रिया वसुंधरा सा आँचल तेरा हे अर्धांगिनी , हे सुंदरी पूर्ण ज्योत्स्ना बरसातीं तुम के कामिनी , हे वधु तुम सरिता सी... Hindi · कविता 3 4 723 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 29 Jun 2021 · 2 min read पुण्य कर्म - एक विचार पुण्य कर्म वे कर्म हैं जो सर्दिचतन की प्रक्रिया से होकर गुजरते हैं सदिचार के रूप में परिणित होकर सत्कर्म की ओर प्रस्थित करते हैं | ये कर्म मनुष्य के... Hindi · लेख 1 2 658 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 26 Dec 2021 · 2 min read कहानी का नाम - गुमनाम कहानी का नाम - गुमनाम प्रवेश अपने माता पिता की अकेली संतान है | उसके माता-पिता दैनिक मजदूर हैं | प्रवेश को उसके माता - पिता जीवन में एक अच्छे... Hindi · कहानी 5 10 639 Share Page 1 Next