नाम श्रेयसी दुबे
कक्षा सातवीं ब
ज़िद अगर आगे बढ़ने की हो तो हारना भी मुश्किल हो जाता है, ऐसे ही रोशन और नेहा के जिद के आगे नेहा के माता-पिता झुक गए और इस कहानी में सच्ची दोस्ती को भी दर्शाया है कि कैसे रोशन ने नेहा की काफी मदद की और समाज में क्यों लड़कों और लड़कियों के बीच में भेदभाव होते हैं , जितना हक लड़कों को आगे बढ़ने का है उतना हक लड़कियों को को भी होना चाहिए आगे बढ़ने का और शिक्षा पाने का
धन्यवाद।
शुक्रिया जी
यह कहानी हमारे रूढ़िवादी समाज की सच्चाई को पाठक के समक्ष प्रस्तुत करती है। नेहा का पात्र हमे प्रगतिवादी बननेे और कभी हार न मानने की प्रेरणा प्रदान करता है। प्रिया और रोशन नई पीढी की जागरूक सोच को दर्शाती है जो शिक्षा का महत्व पहचानती है।
धन्यवाद
अंश श्रीवास्तव
ग्यारह्वि ब
शुक्रिया जी
इस कहानी से हमें शिक्षा के महत्व का पता चलता है और हमें लड़का और लड़की में भेदभाव नहीं करना चाहिए अगर कोई अपने इच्छा से आगे शिक्षा प्राप्त करना चाहता है तो हमे उसका साथ देना चाहिए।
खुशी
कक्षा ग्यारहवीं ब
आभार जी l
यह कहानी समाज में हो रहे भेद-भाव को दर्शाती है
कि किस प्रकार समाज में लड़कियों के साथ भेद-भाव किया जाता है और उन्हे पढ़ाई की जगह घर के काम करने के लिए कहा जाता है यह बहुत गलत है ।
लड़कियों को लड़को के समान ही अधिकार प्राप्त होना चाहिए
Wonderful reply
यह कहानी पढ़कर मुझे 3 प्रतिक्रिया मिलती है पहली कि लड़का और लड़की के बीच में अंतर नहीं करना चाहिए दूसरी हमें यहां पर दोस्त दोस्ती की सीख मिलती है जिसमें नेहा की दोस्त ने उसे बचाया रिश्ता होने से तीसरा नेहा का जो पति था वह खुले विचारों का था तभी उसके कारण वह आगे की शिक्षा प्राप्त कर सके और आज अपने पैरों पर खड़ी है धन्यवाद 11वी वंशिका जैन कॉमर्स धन्यवाद
Wonderful reply
हमे लड़का लडकी मै भेद नहीं करनी चाहिए। दोनों को बराबर शिक्षा देना चाहिए।
Nice reply
????????
शुक्रिया जी
Don’t discriminate boys and girl ..both boys and girls right to vote right to equality right to freedm and right to speech ..
शुक्रिया जी