Comments (4)
25 Feb 2022 02:11 PM
नाम श्रेयसी दुबे
कुछ भी करने से पहले हमें सोचना चाहिए कि वह सही तो होगा वरना किसी को चोट भी पहुंच सकती है जैसे विशाल ने और सुमित ने यह सोचा ही नहीं की कि अंजाम कितना बुरा हो सकता है| हमें अपने बड़ों का मान रखना चाहिए और उनके सारी बातें सुननी चाहिेए ताकि ऐसी गलती दोबारा ना हो। उत्तम कहानी सर
धन्यवाद।
4 Feb 2022 01:51 PM
the moral of the story is –
THINK TWISE BEFORE DOING ANY THING, OR WE CAN TAKE ADVISE FROM OUR ELDERS.
THANKS TO MR. ANIL KUMAR FOR THIS GREAT STORY,
DEVYANSHU.
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Author
5 Feb 2022 11:08 AM
शुक्रिया जी
इस कहानी से यह शिक्षा मिलती है कि अगर कोई हमारे साथ बुरा करे तो हमें उसके साथ बुरा नहीं करना चाहिए। हमें उसे समझाना चाहिए और सही दिशा और रास्ता दिखाना चाहिए,धन्यवाद श्रीमान जी, इस महान कहानी के लिए,अक्षरा