Posts “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 224 authors · 533 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next सुनीता महेन्द्रू 2 Jun 2022 · 1 min read पापा मेरे पापा ॥ पापा शब्द नही मेरे पास बयां करने को, आप के लिए, सारी खुशियाँ मिल सके मुझे, इसी कोशिश मे लगे रहते हो आप, देख कर विश्वास मुझपर, करीब पाती हूँ... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 8 5 919 Share Pt. Brajesh Kumar Nayak 9 Jun 2022 · 1 min read 🚩पिता 🧿 पितु,पोषक सद्ज्ञान 1️⃣ठाँव है। नवजीवन-उत्थान 2️⃣पाँव है। जगत्-सिंधु के पास आप,तब। बोध-सूर्य की धूपछाँव है। 🧿 पितु दुलार है,सफल प्यार है। खुशियों की पोषक बयार है। संस्कारों की दिव्य... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · नायक जी के मुक्तक 9 9 877 Share Taj Mohammad 18 May 2022 · 2 min read पिता के होते कितने ही रूप। पिता कैसा होता है? पिता संसार में... संतान के लिए भगवान जैसा होता है।। पिता के होते है कितने ही रूप। पिता है छांव... यदि जीवन है सूर्य की धूप।।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 6 999 Share Taj Mohammad 3 Jun 2022 · 1 min read मेरा स्वाभिमान है पिता। मेरा अभिमान मां है तो, मेरा स्वाभिमान है पिता। मेरी मां पृथ्वी है तो, मेरा आसमान है पिता।। मां मेरी जननी है तो, मेरी पहचान है पिता।। मां ने मुझे,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 2 942 Share रेखा कापसे 19 May 2022 · 1 min read दोहा छंद- पिता सुखद निलय मधु मूल है, पिता धूप में छाँव। नायक शुभ परिवार का, दृढ़ ग्रहस्थ दे पाँव।।(१) नित्य दिवस निशि कर्म कर, पोषक पालनहार। उदर तृप्त परिवार का, प्रमुदित शुभ... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · दोहा 14 9 908 Share Jyoti Khari 5 May 2022 · 4 min read पिता:सम्पूर्ण ब्रह्मांड जब हम छोटे थे, गिरते थे, कदम लड़खड़ाते थे। तब वो पिता ही थे, जो हाथ थामकर चलना हमें सिखाते थे। हमारी नन्ही- सी मुस्कान के लिए, घोड़ा बनकर पीठ... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 20 22 916 Share Keshi Gupta 16 Apr 2022 · 1 min read पिता क्या कहे पिता के बारे में कैसे व्यक्तित्व को बयां करें साया पिता का हो जिस पर वह इत्तराता है किस्मत पर रक्षा कवच होता है पिता परिवार का ढोता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 11 11 794 Share आनन्द कुमार 17 Apr 2022 · 1 min read पिता - जीवन का आधार हाँ पिता ही हैं, जीवन का आधार घर की खुशियाँ पिता से ही हैं, मुझे याद है अभी भी - मेरी उँगली पकड़कर, बाजार को ले जाते जब मैं थक... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 13 14 851 Share आर.एस. 'प्रीतम' 24 Apr 2022 · 1 min read #पूज्य पिता जी पिता उजाला बन जीवन का, अँधियारा घोर मिटाए। परिवार हेतु निज सुख भूले, हर चिंता दूर भगाए।। माता धरती आकाश पिता, प्रतिपल में मंगलकारी। स्नेह सुधा का पान कराए, निश्छल... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 13 20 818 Share मनोज कर्ण 23 Apr 2022 · 1 min read पितृ महिमा पितृ महिमा ~~°~~°~~° पितृवचन सदा पालन करे जो,दीन हीन वो कभी नहीं होते.. पिता ही प्रतिपालक है जग में,पथ प्रदर्शक भी वही होते। पुत्र श्रीराम ने किया वनगमन,पितृ वचन प्रण... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 8 829 Share Santoshi devi 6 May 2022 · 1 min read पिता ममता दुखदायी न हो। सोच पिता को अभिनय करना पड़ता, एक पाषाण हृदय अपनाना पड़ता। माता है ममता की मूरत, वही पिता सत्य की सूरत। सुंदर अहसास इसमें भी है,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 10 6 887 Share Mamta Rani 30 Apr 2022 · 1 min read पिता पिता रहता है सदा हाँथ सर पे धूप से बचाता छाता जैसे कठोर भी है कोमल भी वो नारियल के ऐसे रहता जैसे कमी नहीं होने देते कुछ भी चाहे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 34 48 820 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 11 May 2022 · 1 min read पिता हैं छाँव जैसे धूप है दुनिया पिता हैं छाँव जैसे। शह्र की तनहाइयों में गाँव जैसे। कोई भी कठिनाई कैसे छू सकेगी। उँगली उनके हाथ में जब तक रहेगी। वो अभावों में मेरी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · गीत 13 4 832 Share Shyam Sundar Subramanian 19 Apr 2022 · 1 min read पितृ ऋण याद आते है, बचपन के वो दिन, जब उनकी उँगली पकड़ हम सैर पर जाते , रास्ते भर बतियाते जाते, हर कौतूहल भरे प्रश्नों का उनसे उत्तर पाते , धीरे-धीरे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 23 44 839 Share डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्' 12 May 2022 · 1 min read बाबूजी! आती याद बाबूजी! आपके जाने के बाद आती याद, वो बचपन की बातें सुबह जब जगाते, पहले देह दबाते, बालों में उँगलियाँ फिराते फिर धीरे से जगाते। आती याद, होता साथ-साथ; खाना-पीना-सोना,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 12 20 806 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 19 Apr 2022 · 1 min read बहुआयामी वात्सल्य दोहे सब अभिभावक चाहते, घर में श्रवण कुमार रात-दिवस सेवा करे, जब-जब हों बीमार //1.// अपनाये संस्कार तो, भूलो मत इन्सान जन्म मिले माँ बाप से, ऋणी रहे सन्तान //2.// त्यागा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · दोहा 9 22 778 Share Shashi kala vyas 19 May 2022 · 1 min read *"पिता"* *"पिता"* जीवन का अनमोल तोहफा दिया कड़ी मेहनत करते वो पिता है। गम के अंधेरे में उम्मीद का दामन थाम लिया करते वो पिता है। *वो आदर्श पिता है.....! !... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 13 9 918 Share साहिल 28 May 2022 · 2 min read आदर्श पिता पिता का अर्थ हीं होता है पता होना, अर्थात अपने पुत्र की हर गतिविधि भावना व विचार का पता होना । एक आदर्श पिता अपने पुत्र के हित के लिए... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · लेख 16 11 814 Share Akash Yadav 20 Apr 2022 · 1 min read ।। मेरे तात ।। खुशकिस्मत हूँ मैं तात, जो तेरे साये में पला हूँ तेरे कन्धों पर बैठ के ही अपने बचपन में चला हूँ तेरी उंगली को थाम थाम, हर एक पग पर... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 17 14 797 Share Varsha Chaurasiya 19 Apr 2022 · 1 min read पिता क्या है? पिता क्या है? पिता एक उम्मीद है, हर एक बच्चे की आस हैं परिवार की हिम्मत और कई सारा विश्वास है, बाहर से सख्त लेकिन अंदर से तो नम्र हैं... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 6 804 Share indu parashar 7 Jun 2022 · 2 min read पिता, पिता बने आकाश पिता न बदले थे न बदलोगे,जमाना गर बदल जाए। रहे जैसे रहे वैसे,जमाना भर बदल जाए। हिमालय सी वो ऊंचाई,वहीं सागर सी गहराई। हृदय में प्रेम की ऊष्मा, कहां थी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 6 6 778 Share Aruna Dogra Sharma 26 Apr 2022 · 1 min read पिता पिता पिता दिवस हम नहीं मनाते, हम तो निस दिन शीश झुकाते, देख कठिन संघर्ष पिता का, मन ही मन हम तो इतराते, बिखरे रिसते रिशतो को भी, प्यार से... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 13 15 776 Share Neha 1 May 2022 · 1 min read पिता अम्बर सा विस्तृत रूप सिन्धु सम ह्रदय गहरा जीवन पथ प्रदर्शक पिता जब छाया कोहरा श्रम की अग्नि में तपकर देते शीतल छाया संघर्षों में न डगमगाया रहा पिता का... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 16 12 789 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 18 Apr 2022 · 1 min read हे पिता,करूँ मैं तेरा वंदन हे पिता,करूँ मैं तेरा वंदन तुमसे रोशन दुनिया मेरी तुमसे रोशन जीवन मेरा पथ प्रदर्शक थे तुम मेरे तुमसे रोशन आशियाँ मेरा हे पिता अभिनन्दन तुम्हारा तुमसे ही था घर... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 17 34 746 Share ★ IPS KAMAL THAKUR ★ 26 May 2022 · 1 min read पिता तू है तो मिलती मुझे खुराक है तू बच्चों की दुनिया का अनोखा ख्वाब है तू है तो दुनिया कितनी हंसी है तु नही तो कुछ भी नहीं है तू... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 1 731 Share Sushil chauhan 8 Jun 2022 · 1 min read पैसा पैसे की भूख ऐसी लगी कि कमाने निकल गए । जब पैसा मिली तो हाथ से रिश्ते निकल गए। बच्चों के साथ रहने की फुर्सत न मिल सकी। जब फुर्सत... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 3 720 Share Vindhya Prakash Mishra 24 Apr 2022 · 1 min read पिता हैं धरती का भगवान। पिता है धरती पर भगवान, उंगली पकड़कर चलना सिखाया सही गलत में भेद बताया। गढता है सच्चा इंसान पिता है धरती पर भगवान। कठिनाई में साथ रहा है, सर पर... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · मुक्तक 8 6 809 Share Rashmi Sanjay 24 Apr 2022 · 1 min read 'याद पापा आ गये मन ढाॅंपते से' हर पहर जीवन की सरगम साधते से, याद पापा आ गये मन ढाॅंपते से । बरस उनके बिन गये रीते सभी, मधुर लम्हें मन से ना बीते कभी, पल रूलाते... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 10 17 762 Share Shankar N aanjna 30 Apr 2022 · 1 min read पिता हर मुश्किल में वे चट्टान बन कर अड़े है। हर जरूरत के समय मेरे पास ही खड़े हैं।। दुनिया की हकीकतों से रूबरू कराने वाले हैं। सही गलत की मुझको... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 6 703 Share Dr. Kishan Karigar 17 Apr 2022 · 1 min read पिता घर परिवार की जिम्मेदारीयों को निभाता रहता हर घर में वो जो है पिता. बच्चो बीबियों की खुशियों के ख़ातिर अपना हर ग़म छुपा लेता है पिता. जी तोड़ मेहनतक़शी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 12 711 Share Saraswati Bajpai 15 May 2022 · 1 min read पिता पिता, मेरे सिर की छत, मन की सुरक्षित ढ़ाल हैं । उड़ान मेरे हौंसलों की, अस्तित्व की पहचान हैं । मन में जो दृढ़ता भरे मजबूत वो स्तम्भ हैं ।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 12 25 698 Share Buddha Prakash 4 Jun 2022 · 1 min read पापा करते हो प्यार इतना । पापा तुम मुझको, इतना प्यार करते हो, मम्मी से भी ज्यादा, मेरा ध्यान रखते हो । दिन-दिन भर मेहनत करके, मेरी जिद पर खिलौना लाते हो, मेरे रूठ जाने पर... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · बाल कविता 7 6 784 Share मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम' 12 Jun 2022 · 1 min read मेरे पापा... पापा तुमने हमे सन्मार्ग पर चलना सिखाया समाजसेवा का मूल मंत्र आपने बताया अच्छी अच्छी सामाजिक बातों को समझाया आपकी छत्र छाया में पौधे से बढ़कर वृक्ष बने... पापा आप... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता · पिता 7 7 739 Share पंकज कुमार कर्ण 15 Jun 2022 · 1 min read 'बाबूजी' एक पिता 'बाबूजी' एक पिता ~~~~~~~~~~ ज्ञान न मिला,जितना 'गीता' व 'गुरु' से; 'बाबूजी' से ’'ज्ञान' पाया हमने,शुरू से। उंगली पकड़ , चलना सीखा जीवन में; सौहार्द से रहना सीखा , घर-आंगन... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 11 10 701 Share rubichetanshukla 781 16 Apr 2022 · 1 min read मेरे पिता पिता हैं तो मुझे सारा आसमान अपना लगता है। दुनिया की हर चीज, हर सामान अपना लगता है। जन्म मां ने दिया हमको पिता ने जीना सिखाया है। गलत और... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 8 12 713 Share Taj Mohammad 18 May 2022 · 2 min read अपने पापा की मैं हूं। अपने पापा की मैं हूँ सबसे प्यारी बिटिया... उनकी ख़ुशियों की मैं हूँ जादू की इक पुड़िया... अपने पापा की मैं हूँ सबसे प्यारी बिटिया... प्राण बसते हैं उनके तो... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 739 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 19 Apr 2022 · 1 min read जादूगर...... एक जादूगर की कहानी उसकी परी की ज़ुबानी, एक प्यारी सी परी थी एक जादूगर के पास, वह उसके लिया थी बेहद खास, रोज़ सुबह वह उसे जगाता, खुले आसमां... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 17 16 703 Share पंकज कुमार कर्ण 16 Jun 2022 · 1 min read "पिता की क्षमता" "पिता की क्षमता" ************** पिता हर-घर की शान-बान है, हर बच्चे की , वही पहचान है। हर पिता भी सदा, एक पुत्र है; वो परिवार का जीवन-सूत्र है। मां होती... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 8 7 691 Share 789 Yashbardhan Raj 28 May 2022 · 3 min read मेरे पापा लिखना चाह रहा मैं पिता पर कविता, पर लिख नहीं पा रहा हूँ | क्या - क्या लिखूँ पापा पर मैं, ये समझ नहीं पा रहा हूँ | फिर भी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 14 7 693 Share Dr. Kishan Karigar 17 Apr 2022 · 1 min read बच्चों के पिता रूठें हैं बच्चें आज उनको मनाने, ढेर सारे खिलौने लेकर आया है पिता. अच्छा तुम्हें और क्या चाहिए? बताओ ना? बच्चों को मनाते हुए पुछ रहा है पिता. बच्चों की... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 8 14 703 Share Dr. Pratibha Mahi 17 Apr 2022 · 1 min read पापा को मैं पास में पाऊँ जो भी कहना चाहते पापा बिन बोले कह जाते पापा उनके प्यार का अन्त न कोई उनके जैसा संत न कोई रिश्ता है एहसास का भाई अटल अज़ब विश्वास का... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 12 15 662 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 13 Jun 2022 · 1 min read पिता की नसीहत जाते हो परदेश पुत्र, नसीहत गांठ बांध दिल में रखना निंदित कर्मों को छोड़ पुत्र, काम चाहे जो करना परधन परदारा से दूरी, जीवन में हरदम रखना परदारा को बहिन... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 8 10 720 Share Kuldeep mishra (KD) 18 Apr 2022 · 1 min read पिता ! इस काव्य रचना को मैंने उस वक्त लिखा जब आदरणीय पापा जी की पुण्यतिथि पर उनकी बहुत याद आ रही थी , उन्ही यादों के समुंदर में गोते लगाते हुए... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 8 676 Share Buddha Prakash 9 May 2022 · 1 min read पिता के चरणों को नमन । पिता तुम्हारे चरणों को, नमन करते बार-बार हैं । जन्म हुआ इस अद्भुत संसार में, उसमें तुम्हारा आशीर्वाद है, समर्पित किया अपने जीवन को, ऐसा हृदय तुम्हारा विशाल है ।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता · प्रकाश की कविताएं 10 10 681 Share Chinta netam " मन " 24 Apr 2022 · 1 min read # पिता ... # पिता ... घर की कुछ/सारी , जिम्मेदारियों को संभालता , करता सारी व्यवस्था जीवन निर्वाह का ...! चाहे वो फकीरा हो या हो वो लखपतिया ...! चौके के एक... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 9 12 650 Share सेजल गोस्वामी 24 Apr 2022 · 1 min read पापा पापा,, शब्द नहीं.. भावनाएं हैं। बच्चे से जुड़ी पिता की सारी संवेदनाएं हैं।। पिता हैं क्या,, ये एक पिता ही समझ सकता हैं। पिता के मर्म को जानने को,, पिता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 11 10 628 Share Taj Mohammad 14 Jun 2022 · 1 min read पापा ने मां बनकर। पापा ने मां बनकर,,, मुझको पाला है...!! मैंने अपना सम्पूर्ण,,, अस्तित्व उन्ही से पाया है...!! मां मेरे बचपन में ही,,, काल का शिकार,,, हो गई थी...!! मेरे पापा की सम्पूर्ण,,,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 2 703 Share Nitu Sah 29 Apr 2022 · 1 min read पापा समुद्र से मोती, आसमां से तारें। ढुंढ के ला दो चांद सितारे।। ओ मेरे पापा ओ मेरे पापा देख रहीं हु राह तुम्हारे। अब आ भी जाओ पापा हमारे।। ओ... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 2 642 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 9 May 2022 · 1 min read पितृ स्तुति पालक पोषक है पिता,देव तुल्य सम मेव। कर्ता धर्ता आप हैं,पिता ब्रह्म मम एव। मात पिता की छांव में,जीवन स्वर्ग समान। एक सत्य ब्रह्मांश है, पिता तुल्य त्वं देव। डा.प्रवीण... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · मुक्तक 13 14 649 Share Mahesh Ojha 16 Jun 2022 · 1 min read हाँ, वह "पिता" है ........... अंधियारे में खुद को जलाकर पूत के पथ को करे उजियार, अग्निपथ के शोलों में जलकर रौशन करे जो घर संसार। हँसते हँसते बच्चों की ख़ातिर ज़हर जीवन में पीता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · दोहा 4 10 669 Share Previous Page 2 Next