संक्षिप्त परिचय
०१)कृतिकार का नाम-पं बृजेश कुमार नायक
०२)उप नाम- नायक जी,पंडित जी,आचार्य जी
०३)शिक्षा -एम ए हिंदी
०४)जन्मतिथि- 08/05/1961
०५)कार्य-स्वतंत्र लेखन, ‘टीचर’ द आर्ट ऑफ लिविंग
०६)पिता जी का नाम-श्री रामस्वरूप
०७)जन्म स्थान-ग्राम-कैथेरी,पोस्ट-बड़ागाॅव(उरई), जिला-जालौन,उत्तर प्रदेश,भारतवर्ष
०८) जाति-ब्राह्मण
०९)पत्नी का नाम-शिवकुमारी
१०)पुत्रों के नाम
🤼पवन कुमार नायक
‘कमांडर’ इंडियन नेवी
🤼रवि प्रकाश नायक
११) साहित्यिक अवदान
अ) प्रकाशित कृतियाॅ
👉”जागा हिंदुस्तान चाहिए” काव्य संग्रह
*इस कृति में राष्ट्रप्रेम, राष्ट्र जागरण की रचनाए और व्यंग्यों की प्रमुखता है।
*इस कृति के लिए कृतिकार बृजेश कुमार नायक “विद्यावाचस्पति सारस्वत सम्मान” से अलंकृत है।
👉”क्रौंच सु ऋषि आलोक”खंड काव्य/शोधपरक ग्रंथ
*इस कृति/ग्रंथ के लिए ग्रंथकार बृजेश कुमार नायक “विद्यासागर सारस्वत सम्मान” से विभूषित है
*इस कृति का मुख्य आकर्षण “प्रभु श्री राम का चेतनालोक”,समर्पण,पर्यावरण एवं वैराग्य है
*इस ग्रंथ के नाम ‘क्रौंच सु ऋषि आलोक’ का अर्थ है क्रौंच नाम के श्रेष्ठ ऋषि का दर्शन(यथार्थ तत्व ज्ञान)
*क्रौंच ऋषि का जन्म ईसवी सन् के पूर्व हुआ था
👉”पं बृजेश कुमार नायक की चुनिंदा रचनाएं” काव्य संग्रह।
*यह श्रृंगार का चर्चित गीत ‘प्रकृति’ से युक्त काव्य संग्रह है।
*इस कृति के कृतिकार बृजेश कुमार नायक “प्रेम सागर सम्मान”से सुशोभित है।
👉 नायक जी के मुक्तक
📚 उक्त चारों कृतियां (“नायक जी के मुक्तक” कृति का प्रथम संस्करण और शेष तीनों कृतियों के द्वितीय संस्करण) अमेजॉन-फ्लिपकार्ट पर उपलब्ध हैं
ब)सम्मान एवं उपाधियाॅ
विद्यासागर,विद्यावाचस्पति,जालौन रत्न,साहित्य गौरव सहित लगभग 16 से अधिक सारस्वत सम्मानों,उपाधियों एवं सम्मानों आदि से शोभायमान किया जा चुका है।
स)प्रसारण
आकाशवाणी छतरपुर से कई काव्य पाठ प्रसारित
१२)संपर्क सूत्र
🛖
Office of the AUTHOR and AOL TEACHER
Pt. Brajesh Kumar Nayak
G 122,
सनफ्रान अशोक वैली
‘मुस्तरा रेलवे स्टेशन के पास’
झांसी,उत्तर प्रदेश,भारतवर्ष।
पिनकोड 284128
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