Comments (7)
14 Jun 2022 10:45 AM
खखुबसूरत रचना।
कृपा”मेरा गुरूर है पिता”रचना पढ़कर कृतार्थ करें।
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
Author
17 Jun 2022 12:16 PM
धन्यवाद, जी बिल्कुल
13 Jun 2022 07:10 PM
उत्तम सृजन,Manmohan ji।
यदि समय मिले तो कृपया मेरी रचना ” पिता का साया” का भी अवलोकन करने का कष्ट कीजिएगा।
साभार।
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
Author
17 Jun 2022 12:15 PM
जी बिल्कुल, धन्यवाद
12 Jun 2022 07:35 PM
बहुत ही सुन्दर
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
Author
17 Jun 2022 12:15 PM
आपका धन्यवाद
बहुत सुन्दर।मेरी रचना पिता की याद भी पढ़े और अपनी प्रतिक्रिया देकर मुझे कृतज्ञ करे