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वन्दनीय ..भावपूर्ण .. सार्थक सृजन .. आदरणीया
— “पिता” विषय पर मेरी मौलिक रचना “पिता महज एक व्यक्ति नहीं है” को अपना स्नेहाशीष प्रदान करें ।
कविता पर पहुंचकर प्रथम उसे भावपूर्ण होकर जरूर पढ़े, तद्नुरूप like & comment करें ।

वन्दनीय सृजन … भावपूर्ण … सुंदर कृति …आपका लेखन सराहनीय है । आदरणीय … उक्त शीर्षक पर मेरी मौलिक रचना “पिता महज एक व्यक्ति नहीं है” को अपना स्नेहाशीष प्रदान करें।
रचना पर पहुंच कर like & comment करें ।

12 Jun 2022 08:57 PM

शुक्रिया जी

2 Jun 2022 12:45 PM

बेहतरीन रचना ।
कृपा”मेरा गुरूर है पिता”रचना पढकर कृतार्थ करें।

12 Jun 2022 08:57 PM

शुक्रिया

30 May 2022 01:21 PM

बहुत ही सुंदर रचना।
कृपा मेरा गुरूर है पिता रचना पढकर कृतार्थ करें।

28 May 2022 03:32 PM

बहुत ही सुन्दर।मेरी रचना पिता की याद भी पढ़े और अपनी प्रतिक्रिया देकर मुझे कृतज्ञ करे

12 Jun 2022 08:56 PM

Thanks

उत्तम सृजन,dr.Pratibha ji।
यदि समय मिले तो कृपया मेरी रचना ” पिता का साया” का भी अवलोकन करने का कष्ट कीजिएगा।
साभार।

18 May 2022 10:17 PM

बहुत सुंदर रचना।

पिता विषय पर आपकी अति सुंदर हेतु बहुत बहुत बधाई! मेरी रचना ‘कर्ज भरना पिता का न आसान है’ का अवलोकन भी अवश्य करें। यदि रचना अच्छी लगे तो आशीर्वाद स्वरूप लाइक व कमेंट भी दें।

अति सुंदर रचना आपकी मान्यवर, कृपया मेरी रचना शीर्षक ” पिता – नीम की छाँव सा ” को नजर कर अपने विचार साझा करें , धन्यवाद आपका।

“पापा को मैं पास में पाऊँ” अति सुन्दर काव्य रचना जी।

सुंदर भावपूर्ण प्रस्तुति !
धन्यवाद !

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