Bhot ache di
Thank you
भगवान से पहले मै करती हूँ अपने पिता की पूजा ।बहुत ही सुंदर रचना।
बहुत बहुत शुक्रिया
सुंदर रचना। इस काव्य प्रतियोगिता की शर्तों के अनुसार कविता दस से बीस पंक्तियों की होनी चाहिए। इसलिए एक बार और लिखकर डालें या इसी को एडिट कर बीस पंक्तियों तक सीमित कर दें।
जी जानकारी के लिए धन्यवाद:जी अवश्य
बहुत उम्दा।
कृपा”मेरा गुरूर है पिता”रचना पढकर कृतार्थ करें।
शुक्रिया आपका:जी अवश्य
सुन्दर भावपूर्ण प्रस्तुति
बहुत बहुत शुक्रिया
बहुत सुंदर
बहुत बहुत शुक्रिया
बहुत ही सुन्दर।मेरी रचना पिता की याद भी पढ़े और अपनी प्रतिक्रिया देकर मुझे कृतज्ञ करे
शुक्रिया आपका: जी अवश्य
Very nice
Thanx
सुन्दर कविता
बहुत बहुत शुक्रिया मान्य
उत्तम सृजन,Jyoti ji.
यदि समय मिले तो कृपया मेरी रचना ” पिता का साया” का भी अवलोकन करने का कष्ट कीजिएगा।
साभार।
बहुत बहुत शुक्रिया मान्य, जी अवश्य
Superb….
Thanx