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Comments (12)

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वन्दनीय सृजन … भावपूर्ण … सुंदर कृति …आपका लेखन सराहनीय है । आदरणीया … उक्त शीर्षक पर मेरी मौलिक रचना “पिता महज एक व्यक्ति नहीं है” को अपना स्नेहाशीष प्रदान करें।
रचना पर पहुंच कर like & comment करें ।

30 May 2022 06:55 PM

बहुत खुबसूरत रचना।
कृपा मेरा गुरूर है पिता रचना पढकर कृतार्थ करें।

16 May 2022 11:45 PM

बेहद बेहतरीन कविता। मेरी कविता वो कोई और नहीं पिता है और पिता रूप एक, स्वरूप अनेक पर अपनी प्रतिक्रिया और आशीर्वाद देने की अति महान् कृपा करें

Beautiful poem, Neha ji …!
यदि समय मिले तो कृपया मेरी रचना ” पिता का साया” का भी अवलोकन करने का कष्ट कीजिएगा।
साभार।

अतिसुंदर पितृमहत्ता पर अंतस्थ भावपूर्ण अभिव्यक्ति !
धन्यवाद !

पिता विषय पर आपकी अति सुंदर हेतु बहुत बहुत बधाई! मेरी रचना ‘कर्ज भरना पिता का न आसान है’ का अवलोकन भी अवश्य करें। यदि रचना अच्छी लगे तो आशीर्वाद स्वरूप लाइक व कमेंट भी दें।

अति सुंदर रचना आपकी मान्यवर, कृपया मेरी रचना शीर्षक ” पिता – नीम की छाँव सा ” को नजर कर अपने विचार साझा करें , धन्यवाद आपका।

3 May 2022 12:54 PM

बहुत खूब।मेम मेरी भी रचना पढ़ कर अपनी प्रतिक्रिया दे।

2 May 2022 01:58 AM

अद्भुत

1 May 2022 05:09 PM

भावुक

1 May 2022 04:33 PM

Mast

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