प्रीतम श्रावस्तवी Tag: ग़ज़ल/गीतिका 307 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid प्रीतम श्रावस्तवी 30 Jun 2023 · 1 min read अब कहाँ मौत से मैं डरता हूँ तेरी यादों से जब गुज़रता हूँ मैं न जीता हूँ और न मरता हूँ तेरे ग़म ने वो हाल कर डाला रात-दिन सिर्फ़ आह भरता हूँ ज़िन्दगी तू ये चाहे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 138 Share प्रीतम श्रावस्तवी 23 Oct 2021 · 1 min read आदमी का कैसा ये किरदार है -------ग़ज़ल------ आदमी का कैसा ये किरदार है क्यों नहीं अपनों से करता प्यार है दिल से अब घटने लगीं नज़दीकियाँ नफ़रतों की उठ रही दीवार है भाइयों में देखकर यूँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 195 Share प्रीतम श्रावस्तवी 13 May 2021 · 1 min read मेरे बुढ़ापे का तू सहारा, मेरी नज़र में एवन है -------ग़ज़ल------- मम्मा बोली इक दिन मुझसे, मून तू मेरा तू ही सन है मेरे बुढ़ापे का तू सहारा, मेरी नज़र में एवन है जीन्स फ़टी है फ़टी कमीज़ें, जिसको देखो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 594 Share प्रीतम श्रावस्तवी 8 May 2021 · 1 min read कितनों को राख कर गई भड़की हुई हवा आज के पसमंज़र पर ---------ग़ज़ल------- कैसी लगी है आग ये कैसी चली हवा जलती है जीस्त जिसमें ये किसने है की हवा क्यों साँस लेना हो गया दुश्वार आजकल शायद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 292 Share प्रीतम श्रावस्तवी 8 May 2021 · 1 min read आतिशे फुरक़त में जलता मैं कि तू --------ग़ज़ल--------- छोड़कर तन्हा गया था मैं कि तू प्यार को यूँ करके रुसवा मैं कि तू ले रहा है कौन बदला मैं कि तू किसने खाया ज़ख़्म गहरा मैं कि... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 254 Share प्रीतम श्रावस्तवी 8 May 2021 · 1 min read प्रेम की जो पुनीत धारा है ग़ज़ल यह हमारा समाज प्यारा है ये तो परिवार भी हमारा है कोई ऊँचा न कोई है नीचा सबने मिलकर इसे सँवारा है आओ मिलकर नहाएँ हम तुम सब प्रेम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 231 Share प्रीतम श्रावस्तवी 8 May 2021 · 1 min read था करम माँ का जो बदकार नहीं होने दिया --------ग़ज़ल----- मैंने दिल इश्क़ में बीमार नहीं होने दिया यानी जुल्फों में गिरफ़्तार नहीं होने दिया माँ ने बख़्शी है दुआओं की मुझे जो दौलत उसने इस दौर में लाचार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 278 Share प्रीतम श्रावस्तवी 8 May 2021 · 1 min read कुछ अपनी कही जाए कुछ उनकी सुनी जाए -------ग़ज़ल------ नादार के होठों पर कुछ पल को हँसी जाए कुछ ऐसा करें उनकी आँखों से नमी जाए हर फ़र्क़ मिटा कर के नज़दीक बिठा उनको कुछ अपनी कही जाए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 256 Share प्रीतम श्रावस्तवी 8 May 2021 · 1 min read जब क़मर की रौशनी से जगमगाई आशिक़ी ----------ग़ज़ल-------- 2122--2122--2122--212 1- हो गई क्यूँ रू-ब-रू मेरे पराई आशिक़ी क़ल्ब लेकर हाय फिर भी तिलमिलाई आशिक़ी 2- पीर अंतस में जगाकर वो बने अंजान जब बन गई फिर आज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 242 Share प्रीतम श्रावस्तवी 8 May 2021 · 1 min read खत्म हो जाये वबा मेरे ख़ुदाविनय ----ग़ज़ल----- कर दे अब कुछ मोजिज़ा मेरे ख़ुदा खत्म हो जाये वबा मेरे ख़ुदा है लगी इक आग सी चारो तरफ हो गयी क़ातिल हवा मेरे ख़ुदा मौत का है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 257 Share प्रीतम श्रावस्तवी 8 May 2021 · 1 min read कोरोना घर से बाहर अभी तुम न जाओ ----ग़ज़ल----- घर से बाहर अभी तुम न जाओ मौत से ख़ुद को यारों बचाओ है अभी तक हवा ज़ह्र वाली मुफ़्त में जान यूँ मत गँवाओ दूर तक है अँधेरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 241 Share प्रीतम श्रावस्तवी 22 Apr 2021 · 1 min read दुनिया में जो फैली है बीमारी चली जाए -------ग़ज़ल------ नादार के होठों पर कुछ पल को हँसी जाए कुछ ऐसा करें उनकी आँखों से नमी जाए हर फ़र्क़ मिटा कर के नज़दीक बिठा उनको कुछ अपनी कही जाए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 375 Share प्रीतम श्रावस्तवी 17 Apr 2021 · 1 min read किस्मत है ऐसी शै जो चमकती ज़रूर है -------ग़ज़ल----- माना कि ये जवानी महकती ज़रूर है लेकिन गुमाँ में हो तो भटकती ज़रूर है उल्फ़त हो लाख शमअ को परवाने से मगर शर्मो हया के मारे झिझकती ज़रूर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 303 Share प्रीतम श्रावस्तवी 14 Apr 2021 · 1 min read कैसे दिन ये गुज़ारे गये हैं ----ग़ज़ल--- जो तुम्हारे हमारे गये हैं ज़िन्दगी के सहारे गये हैं इस महामारी के नाम पर तो लोग बे-मौत मारे गए हैं उनपे क्या बीतती उनसे पूछो जिनकी आँखों के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 256 Share प्रीतम श्रावस्तवी 24 Feb 2021 · 1 min read ऑनलाइन पढ़ाई (अवधी) लड़िका कै जेस नाव लिखावा, कोरोना सरवा आइ गवा। अउर कहूँ तौ नाहीं पहिले, सकुलियैम ताला लगवाय गवा।। सारे मास्टर मिल कै फिर, तरकीब इहै निकारिन हैं। अब लड़िके ऑनलाइन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 282 Share प्रीतम श्रावस्तवी 24 Feb 2021 · 1 min read जिनके आँगन में कोई बूढ़ा शजर होता है ------ग़ज़ल------ मुझको हरगिज़ न ग़मों का कोई डर होता है जब निगूँ माँ तेरे क़दमो में ये सर होता है मौत भी आये तो इक बार पड़ेगा मुड़ना इस तरह... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 308 Share प्रीतम श्रावस्तवी 24 Feb 2021 · 1 min read साँस बनने पर तुली है अब शरारा देखना ----------ग़ज़ल------- तितलियों का बाग में ग़र तुम नज़ारा देखना हो न जाये इस मुहब्बत में ख़सारा देखना आशियाने जो बनाते हो यहाँ ख़्वाबों के तुम आँधियाँ आयें न बादल का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 415 Share प्रीतम श्रावस्तवी 11 Jan 2021 · 1 min read हौसलों के परों से उड़ा कीजिए -------------ग़ज़ल------------; मत सरेराह तन्हा चला कीजिए ये ज़माना बुरा है बचा कीजिए जो भी कहना है वो बेहिचक बोल दो हाथ से हाथ को मत मला कीजिए थोड़ा दीदार हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 3 413 Share प्रीतम श्रावस्तवी 25 Dec 2020 · 1 min read ग़ज़ल ------ग़ज़ल ------ नफ़रतों की आतिश में जलती राजधानी है या ख़ुदा वतन की क्या बन गयी कहानी है नौजवाँ भटकते हैं रिज़्क़ के लिए दर-दर अब जवाल की इससे बढ़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 314 Share प्रीतम श्रावस्तवी 28 Nov 2020 · 1 min read ग़ज़ल हो के वो बे क़रार आँखों में देखता बार - बार आँखों में जिस घड़ी वो जुदा हुआ मुझसे अश्क़ थे बेशुमार आँखों में बारहा दिल मेरा तो दिलबर के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 269 Share प्रीतम श्रावस्तवी 15 May 2020 · 1 min read किसी ग़रीब को आओ हँसा के देखते हैं -------ग़ज़ल------ तुम्हारे दर पे किसी रोज़ आ के देख ते हैं नसीब अपना ये हम आज़मा के देख ते हैं ~~~~~~~~~~~~~~~~~ तुम्हारे शहर की कितनी हवाएँ हैं क़ातिल मगर घर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 454 Share प्रीतम श्रावस्तवी 15 May 2020 · 1 min read माँ के छूने से तो पत्थर भी सँवर जाते हैं -------+ग़ज़ल+----- माँ के क़दमों में अगर लोग ठहर जाते हैं ग़म के सागर को वो इक पल में उतर जाते हैं फूल तो फूल हैं ऐ दोस्त जहां में लेकिन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 479 Share प्रीतम श्रावस्तवी 15 May 2020 · 1 min read ज़ख़्म वरना हरा नहीं होता -------★ग़ज़ल★------- काश मैं बा-वफ़ा नहीं होता इस तरह ग़मज़दा नहीं होता दर्द क्या है पता नहीं होता दिल जो तुझको दिया नहीं होता मेरा कुछ कर न पाती ये आँधी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 231 Share प्रीतम श्रावस्तवी 2 Mar 2020 · 1 min read ग़ज़ल ------ग़ज़ल---- 221-1221-1221-122 तूफ़ान अदावत का जो उट्ठा है दबा दो नफ़रत है जहाँ प्यार का इक दीप जला दो ख़ुश्बू से मुहब्बत की मोअत्तर हों फ़िज़ांएँ सहरा सा जो गुलशन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 238 Share प्रीतम श्रावस्तवी 2 Mar 2020 · 1 min read है अब आदमी में अदावत ज़ियादा ---------ग़ज़ल------- है अब आदमी में अदावत ज़ियादा सदा दिल दुखाने की आदत ज़ियादा नहीं मोल रिश्तों वका रखता ज़रा भी करे हर क़दम पर सियासत ज़ियादा यहाँ आदमी ख़ुद को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 229 Share प्रीतम श्रावस्तवी 2 Mar 2020 · 1 min read सच का जग में दाम बहुत है ----ग़ज़ल------- किसने कहा आराम बहुत है जीवन में तो काम बहुत है पग पग पर है नव कठिनाई आगे भी संग्राम बहुत है नाम अनेकों हैं प्रभु के पर तरने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 269 Share प्रीतम श्रावस्तवी 2 Mar 2020 · 1 min read कोहरा --------ग़ज़ल------- जब ज़मी से भी ऊपर गया कोहरा खौफ़ सूरज में इक भर गया कोहरा फूटतीं बोलियाँ मुँह में जमनें लगीं इस तरह सबके अंदर गया कोहरा उस घड़ी रुत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 473 Share प्रीतम श्रावस्तवी 2 Mar 2020 · 1 min read दोहा ग़ज़ल शीर्षक- "बेटी" ^^^^^^^^^^^^^^^^^^ देश नगर परिवार का, सदा बढायें मान। प्रेम मूर्ति हैं बेटियाँ, मातु पिता की जान ।। ***** कुछ तो पग पग पर करें, तानों की बौछार। कुछ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 294 Share प्रीतम श्रावस्तवी 2 Mar 2020 · 1 min read ग़ज़ल ---------ग़ज़ल-------- वो हमें बारहा आज़माते रहे हम मगर उनसे उल्फ़त जताते रहे डरते हैं रू ब रू आने से वो मगर रोज़ ख़्वाबों में जो आते जाते रहे खार ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 406 Share प्रीतम श्रावस्तवी 2 Mar 2020 · 1 min read ग़ज़ल ------ग़ज़ल -------- कोई मुस्कुराया सवेरे सवेरे मेरे दिल को भाया सवेरे सवेरे मुझे जिस सितारे ने दी रौशनी थी वो फिर जगमगाया सवेरे सवेरे जिसे पूजता था खुदा से ज़ियादा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 241 Share प्रीतम श्रावस्तवी 2 Mar 2020 · 1 min read ग़ज़ल दिल में उनका जब ठिकाना हो गया तब से दुश्मन ये ज़माना हो गया दर्द थमने का नहीं अब नाम ले रात दिन आँसू बहाना हो गया एक दिन हमको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 402 Share प्रीतम श्रावस्तवी 2 Mar 2020 · 1 min read ग़ज़ल ----ग़ज़ल---- दिया प्यार का गर जलाया नहीं है मिला इसलिये तो उजाला नहीं है जो इंसां का रिश्ता जो इंसां से यारों किसी ने ये रिश्ता निभाया नहीं है मैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 287 Share प्रीतम श्रावस्तवी 2 Mar 2020 · 1 min read गज़ल वतन में छाया हुआ है अज़ार का मौसम न जाने आए गा कब फिर से प्यार का मौसम ये कैसा खौफ़ है गुलशन में छा गया यारों ये किसने लूट... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 203 Share प्रीतम श्रावस्तवी 26 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल --------ग़ज़ल------ नाम मेरे वो जानो जिगर कर गया और दामन को खुशियों सेभर कर गया ज़िन्दगी भर न भूलूँ उसे दोस्तो धड़कनों में मेरे यूँ उतर कर गया तंज़ करता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 227 Share प्रीतम श्रावस्तवी 26 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल --------+ग़ज़ल+-------- आपस में भाइयों को लड़ाने से क्या मिला काँटों के पेड़ दिल में उगाने से क्या मिला सुन कर जो कर दे अनसुनी इस दिल के दर्द को फिर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 224 Share प्रीतम श्रावस्तवी 26 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल ----------+ग़ज़ल+------- दिल के ज़ख़्मों को छुपाने में मज़ा आता है सबके संग हँसने हँसाने में मज़ा आता है छोड़ दे गन्दी सियासत तू हुकूमत के लिए प्यार से मुल्क़ सजाने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 352 Share प्रीतम श्रावस्तवी 26 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल -------ग़ज़ल------ देखिए रंग ये मौसम के सुहाने निकले उजड़े गुलशन में कली फूल खिलाने निकले देश के बनने बिगड़ने से उन्हें क्या मतलब लोग हम सबको जो आपस में लड़ाने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 197 Share प्रीतम श्रावस्तवी 26 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल -----ग़ज़ल----- वो मुझे तड़पा रहे हैं गैर के संग जा रहे हैं ये जो मंज़र आ रहे हैं देख कर घबरा रहे है खोल कर वो ये पिटारा मन ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 198 Share प्रीतम श्रावस्तवी 26 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल -----ग़ज़ल----- ये ज़मीं हमारी है मेरी ना तुम्हारी है हिन्दू या मुसलमाँ हों सबको जाँ से प्यारी है प्यार कल दिया जिसने क्यों लिए कटारी है भारती के चरणों को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 388 Share प्रीतम श्रावस्तवी 26 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल ------ ग़ज़ल ------- जिसके दिल में ख़ुदा नहीं रहता प्यार का सिलसिला नहीं रहता दिल में तस्वीर गर नहीं होती दर्द भी आपका नहीं रहता प्यार का गर लगाते मरहम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 342 Share प्रीतम श्रावस्तवी 26 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल --------ग़ज़ल------ जीस्त में वही दम ख़म उम्र भर नहीं रहता ये जवानी का मौसम उम्र भर नहीं रहता नाज़ कर न तू इतना सांस की तलातुम पर धडकनों में ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 211 Share प्रीतम श्रावस्तवी 26 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल ------ग़ज़ल ------ नफ़रतों की आतिश में जलती राजधानी है या खुदा वतन की क्या बन गयी कहानी है नौजवाँ भटकते हैं रिज़्क के लिए दर दर अब जवाल की इससे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 352 Share प्रीतम श्रावस्तवी 26 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल -------ग़ज़ल------ झूठ का राज चार सू देखो कर दिया सच ने सर निगू देखो ये सियासत अज़ब है शै जिसकी बस लड़ाने की आरज़ू देखो बागबाँ खौफ़ में रहे हर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 245 Share प्रीतम श्रावस्तवी 10 Oct 2019 · 1 min read ग़ज़ल ये इज़हारे उल्फ़त सनम करते करते न हो देर मुझको समझते समझते नहीं थाम लेते जो तुम हाथ मेरा सदी बीत जाती सँभलते सँभलते बहार आ गयी तेरे आने से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 207 Share प्रीतम श्रावस्तवी 10 Oct 2019 · 1 min read ग़ज़ल हर कोई होगा वफ़ादार ज़रूरी तो नहीं सब हों अच्छाई के अवतार ज़रूरी तो नहीं वक़्त की झुर्रियों को आज़ छुपाने के लिए आइना होगा मददगार ज़रूरी तो नहीं चुल्लू... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 233 Share प्रीतम श्रावस्तवी 10 Oct 2019 · 1 min read ग़ज़ल ------ग़ज़ल---- जाम पीने दे मुझे आँखों के पैमानों से ऐसी बादा न मिलेगी किसी मैख़ानों से इश्क़ में दर्द है तन्हाई है रुसवाई भी ग़र यक़ी हो न तो ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 266 Share प्रीतम श्रावस्तवी 20 Sep 2019 · 1 min read ग़ज़ल -------ग़ज़ल------ प्यार का-ये----सिला---दे गया दर्दो-ग़म----बे वफ़ा---दे गया बेक़ली बेबसी बेख़ुदी और न पूछो कि क्या दे गया ले के आँखों की नीदें मेरी वो फ़कत रतज़गा दे गया हर निशानी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 218 Share प्रीतम श्रावस्तवी 20 Sep 2019 · 1 min read ग़ज़ल -------ग़ज़ल------ ये न पूछो हमें मिल गया कौन है दिल के आँगन में आकर खड़ा कौन है जिसने दी है ज़माने की सारी खुशी क्या कहूँ वो मेरा देवता कौन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 204 Share प्रीतम श्रावस्तवी 20 Sep 2019 · 1 min read हिन्दी को समर्पित गीतिका कितनी प्यारी सरस है हमारी हिन्दी सारी भाषाओं से है ये न्यारी हिन्दी कितनी०---- कवि की ये कल्पनाओं का संसार है सबकी ये भावनाओं का विस्तार है ऋषि मुनी ज्ञानियों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 347 Share प्रीतम श्रावस्तवी 8 Aug 2019 · 1 min read ग़ज़ल नहीं मिट रही ये मेरी तिश्नगी है जो मुद्दत से मेरे जिगर में बसी है समझते नहीं मेरे ज़ज़्बात को जब ये किस क़िस्म की दोस्ती आपकी है बहुत ख़ुशनुमा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 209 Share Page 1 Next