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प्रीतम जी,आपने अपनी रचना में मां से लेकर,दुःख दर्द में डूबे हुए के चेहरे पर मुस्कान लाने का संकल्प तक, संस्कारों का दर्शन कराए हैं, सुंदर भाव है।
सुंदर प्रस्तुति।
धन्यवाद !
प्रीतम जी,आपने अपनी रचना में मां से लेकर,दुःख दर्द में डूबे हुए के चेहरे पर मुस्कान लाने का संकल्प तक, संस्कारों का दर्शन कराए हैं, सुंदर भाव है।