Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Apr 2024 · 1 min read

संघर्षशीलता की दरकार है।

आँखों के आगे हैं उजाले, पर छा रहा अंधकार है,
भय ने है पंख पसारे, और उम्मीदें हुईं तार-तार है।
बोझिल हो रही हैं साँसें, पर अश्रु पर बैठा पहरेदार है,
धड़कनों में है गहन शोर, और निःशब्दिता की लम्बी कतार है।
शत्रुता है ये वक़्त की, या नियति का विस्तृत व्यापार है,
क्षणभंगुर सा है ये जीवन, बस यादों की शाश्वतता बरकरार है।
यथार्थ को स्वीकारे बैठा है मस्तिष्क, पर हृदय पर चल चुकी कटार है,
कंपित पग चल रहे हैं पथ पर, मंजिल जिसकी दुशवार है।
रूठूँ किससे पता नहीं ये, जब प्रतिबिम्ब स्वयं का हीं बेज़ार है,
निगाहें कितनी हीं हैं घात लगाए, तो कवच खुद से किया तैयार है।
युद्ध है ये परिस्थितियों का, या विवशताओं का सघन संसार है,
पीड़ा की असीमता प्रचंड है पर, संघर्षशीलता की दरकार है।

129 Views
Books from Manisha Manjari
View all

You may also like these posts

शैव्या की सुनो पुकार🙏
शैव्या की सुनो पुकार🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
समरसता
समरसता
Khajan Singh Nain
तुम्हे बेइंतहा चाहा है।
तुम्हे बेइंतहा चाहा है।
Rj Anand Prajapati
🌸साहस 🌸
🌸साहस 🌸
Mahima shukla
शेर
शेर
Dr. Kishan tandon kranti
4822.*पूर्णिका*
4822.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दोहा -
दोहा -
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
किसी मुस्क़ान की ख़ातिर ज़माना भूल जाते हैं
किसी मुस्क़ान की ख़ातिर ज़माना भूल जाते हैं
आर.एस. 'प्रीतम'
हम सभी केवल अपने लिए जीते और सोचते हैं।
हम सभी केवल अपने लिए जीते और सोचते हैं।
Neeraj Agarwal
सांवरे मुरझाए हुए फूलों से कभी,
सांवरे मुरझाए हुए फूलों से कभी,
श्याम सांवरा
तुम्हें अगर परेशानी हो मुझसे,
तुम्हें अगर परेशानी हो मुझसे,
Ajit Kumar "Karn"
तुम पर क्या लिखूँ ...
तुम पर क्या लिखूँ ...
Harminder Kaur
हर क़दम पर सराब है सचमुच
हर क़दम पर सराब है सचमुच
Sarfaraz Ahmed Aasee
हम वह मिले तो हाथ मिलाया
हम वह मिले तो हाथ मिलाया
gurudeenverma198
“मन में घर कर गया हो अगर,
“मन में घर कर गया हो अगर,
Neeraj kumar Soni
बलिदान
बलिदान
लक्ष्मी सिंह
आसान नही सिर्फ सुनके किसी का किरदार आंकना
आसान नही सिर्फ सुनके किसी का किरदार आंकना
Kumar lalit
*हर साल नए पत्ते आते, रहता पेड़ पुराना (गीत)*
*हर साल नए पत्ते आते, रहता पेड़ पुराना (गीत)*
Ravi Prakash
अब  रह  ही  क्या गया है आजमाने के लिए
अब रह ही क्या गया है आजमाने के लिए
हरवंश हृदय
!! चहक़ सको तो !!
!! चहक़ सको तो !!
Chunnu Lal Gupta
गुफ्तगू करना चाहो तो
गुफ्तगू करना चाहो तो
Chitra Bisht
मतलबी नहीं हूँ
मतलबी नहीं हूँ
हिमांशु Kulshrestha
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
जय जय शंकर जय त्रिपुरारी
जय जय शंकर जय त्रिपुरारी
Uttirna Dhar
चराचर के स्वामी मेरे राम हैं,
चराचर के स्वामी मेरे राम हैं,
Anamika Tiwari 'annpurna '
चौपाई छंद गीत
चौपाई छंद गीत
seema sharma
मरने के बाद।
मरने के बाद।
Taj Mohammad
8) “चन्द्रयान भारत की शान”
8) “चन्द्रयान भारत की शान”
Sapna Arora
😊आज का वादा😊
😊आज का वादा😊
*प्रणय*
अंतहीन प्रश्न
अंतहीन प्रश्न
Shyam Sundar Subramanian
Loading...